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इंग्लैंड को श्रीलंका के खिलाफ वर्ल्ड कप में लगातार मिली 5वीं हार

डिफेंडिंग वनडे वर्ल्ड चैंपियन इंग्लैंड के लिए 2023 का वर्ल्ड कप किसी बुरे सपने से कम नहीं है टीम को अब तक 5 में से 4 मैचों में हार मिल चुकी है और अब उनका अगला मुकाबला टेबल टॉपर और मेजबान हिंदुस्तान से होने वाला है वर्ल्ड कप इतिहास में आज तक किसी भी डिफेंडिंग चैंपियन टीम ने शुरुआती 5 में से 4 मुकाबले नहीं गंवाए थे, लेकिन इंग्लैंड के नाम ये अनचाहा रिकॉर्ड भी दर्ज हो गया

इंग्लैंड को श्रीलंका के विरुद्ध वर्ल्ड कप में लगातार 5वीं हार मिली, वहीं टीम ने बेंगलुरु के बैटिंग फ्रेंडली मैदान पर सबसे छोटा स्कोर बनाने का अनचाहा रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया

वर्ल्ड कप में डिफेंडिंग चैंपियन का प्रदर्शन और इंग्लैंड-श्रीलंका मैच के टॉप रिकॉर्ड्स इस स्टोरी में हम जानेंगे शुरुआती डिफेंडिंग चैंपियन के प्रदर्शन से…

1. कोई भी डिफेंडिंग चैंपियन शुरुआती 5 में से 4 मैच नहीं हारा
इंग्लैंड को वर्ल्ड कप 2023 में अब तक 5 में से 4 मैचों में हार मिल चुकी है टीम को एकमात्र जीत बांग्लादेश के विरुद्ध मिली, वहीं उन्हें न्यूजीलैंड और साउथ अफ्रीका के अतिरिक्त श्रीलंका और अफगानिस्तान ने भी उन्हें हरा दिया टीम इस समय 2 अंक लेकर पॉइंट्स टेबल में सिर्फ़ नीदरलैंड से ऊपर 9वें नंबर पर है

इंग्लैंड ने 2019 में अपने होम ग्राउंड पर न्यूजीलैंड को फाइनल हराकर वर्ल्ड कप जीता था लेकिन इस बार डिफेंडिंग चैंपियन के रूप में उतरने के बाद टीम ने 4 मैच गंवा दिए बतौर डिफेंडिंग चैंपियन इससे पहले किसी भी टीम ने इतना खराब प्रदर्शन नहीं किया था इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया को पीछे छोड़ा, जिन्होंने 1987 में चैंपियन बनने के बाद 1992 के टूर्नामेंट में शुरुआती 5 में से 3 मुकाबले गंवाए थे श्रीलंका भी 1996 में जीतने के बाद 1999 में शुरुआती 5 में से 2 ही मुकाबले जीत सका था

2. डिफेंडिंग चैंपियन के रूप ऑस्ट्रेलिया का प्रदर्शन बेस्ट
डिफेंडिंग चैंपियन के रूप में अब तक ऑस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज की टीमें ही विजेता की ट्रॉफी को सफलतापूर्वक डिफेंड कर पाई हैं वेस्टइंडीज ने 1975 के बाद 1979 के वर्ल्ड कप में लगातार 4 मैच जीतकर विजेता की ट्रॉफी उठाई थी वहीं ऑस्ट्रेलिया ने 1999 के बाद 2003 में शुरुआती 5 मैच जीते थे, टीम तब चैंपियन भी बनी थी इतना ही नहीं टीम ने 2007 के वर्ल्ड कप में भी शुरुआती 5 मैच जीते और आखिर में विजेता की ट्रॉफी भी उठाई खास बात ये भी कि टीम 2003 और 2007 में एक भी मैच नहीं हारी थी

टीम इण्डिया ने 2011 में चैंपियन बनने के बाद 2015 में लगातार 7 मैच जीते थे वहीं 1983 में विजेता बनने के बाद 1987 में टीम इण्डिया ने शुरुआती 5 में से 4 मुकाबले जीते थे

3. वर्ल्ड कप में दूसरी ही बार लगातार 3 मैच हारा इंग्लैंड
इंग्लैंड इस वर्ल्ड कप में लगातार 3 मुकाबले गंवा चुका है श्रीलंका से पहले टीम को साउथ अफ्रीका और अफगानिस्तान से भी हार का सामना करना पड़ा वर्ल्ड कप में ऐसा दूसरी बार ही हुआ जब इंग्लैंड को लगातार 3 मैचों में हार मिली इससे पहले 1996 के वर्ल्ड कप में ही टीम ने लगातार 3 मुकाबले गंवाए थे तब टीम ने UAE और नीदरलैंड को हराकर क्वार्टर फाइनल में स्थान बनाई थी, जहां टीम को श्रीलंका के विरुद्ध हार मिली थी

1. श्रीलंका के विरुद्ध इंग्लैंड ने लगातार 5वां वर्ल्ड कप मैच गंवाया
इंग्लैंड की टीम वर्ल्ड कप में श्रीलंका के विरुद्ध 1999 के बाद से जीत नहीं दर्ज कर सकी है टीम को 2007, 2011, 2015, 2019 और अब 2023 में लगातार 5वें मुकाबले में हार झेलनी पड़ी ये इंग्लैंड की वर्ल्ड कप में किसी एक टीम के विरुद्ध सबसे अधिक मैच हारने की स्ट्रीक है श्रीलंका से पहले न्यूजीलैंड ही इंग्लैंड को लगातार 5 वर्ल्ड कप मैच हरा सका था टीम ने 1983 से 2015 के दौरान ऐसा किया था

2. वर्ल्ड कप में इंग्लैंड पर श्रीलंका की सबसे बड़ी जीत
गेंद बाकी रहते श्रीलंका ने इंग्लैंड को वर्ल्ड कप में सबसे बड़े अंतर से हराया बेंगलुरु में इंग्लैंड ने 156 रन बनाए 157 रन का टारगेट श्रीलंका ने 25.4 ओवर में हासिल कर लिया, यानी 146 गेंदें बाकी रह गईं गेंदें बाकी रहने के हिसाब से टीम ने वर्ल्ड कप में इंग्लैंड पर सबसे बड़ी जीत दर्ज की इससे पहले 2011 में श्रीलंका ने 63 गेंदें बाकी रहते हुए इंग्लैंड को 10 विकेट से हराया था

3. बेंगलुरु में सबसे छोटा स्कोर
बेंगलुरु का एम चिन्नास्वामी मैदान बैटिंग पिच देने के लिए जाना जाता है इसी मैदान पर हिंदुस्तान के रोहित शर्मा ने ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध अपने वनडे करियर का पहला दोहरा शतक लगाया था लेकिन डिफेंडिंग चैंपियन इंग्लैंड इस मैदान पर 156 रन बनाकर ही ऑलआउट हो गया टीम 33.2 ओवर ही बैटिंग कर सकी बेंगलुरु के मैदान पर यह सबसे छोटा वनडे स्कोर रहा टीम ने हिंदुस्तान के सिर से 24 वर्ष पुराना अनचाहा रिकॉर्ड हटवाया टीम इण्डिया 1999 में पाक के विरुद्ध महज 168 रन बनाकर ऑलआउट हो गई थी

4. बेंगलुरु में गेंद बाकी रहते सबसे बड़ी जीत
बेंगलुरु में गेंद बाकी रहते सबसे बड़ी जीत का रिकॉर्ड भी बना श्रीलंका से पहले 2011 में ऑस्ट्रेलिया ने कनाडा को 91 गेंदें बाकी रहते हराया था वहीं अब श्रीलंका ने 146 गेंदें बाकी रहने के बाद जीत दर्ज इस रिकॉर्ड को पीछे छोड़ा

5. निसांका ने लगातार चौथे मैच में रिकॉर्ड 50+ का स्कोर बनाया
श्रीलंका से पथुम निसांका ने वर्ल्ड कप के लगातार चौथे मैच में 50 से अधिक रन स्कोर बनाया वह ऐसा करने वाले श्रीलंका के दूसरे ही खिलाड़ी बने उनसे पहले पूर्व कप्तान कुमार संगकारा ने 2015 के वर्ल्ड कप में लगातार 4 सेंचुरी लगाई थी जबकि निसांका ने इंग्लैंड के विरुद्ध 77 रन बनाने से पहले नीदरलैंड के विरुद्ध 54, ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध 61 और पाक के विरुद्ध 51 रन बनाए थे

श्रीलंका का अगला मैच 30 अक्टूबर को पुणे में अफगानिस्तान के विरुद्ध होगा इसमें भी 50 लगाने पर निसांका श्रीलंका के लिए वर्ल्ड कप में सबसे अधिक लगातार 50 प्लस स्कोर बनाने वाले बैटर बन सकते हैं

6. इंग्लैंड के नाम इस वर्ल्ड कप में सबसे कम 50+ स्कोर
इंग्लैंड का प्रदर्शन इस वर्ल्ड कप में बहुत खराब जा रहा है हालात ये है कि टीम का न तो कोई बैटर टॉप-5 रन स्कोरर में है और न ही कोई बॉलर टॉप-5 विकेट टेकर में है यहां तक कि टूर्नामेंट में सबसे अधिक इंडिविजुअल 50+ स्कोर बनाने वाली टीमों में इंग्लैंड का अंतिम जगह है टीम के 4 बैटर 5 ही बार अब तक 50 से अधिक रन के स्कोर बना सके हैं इंग्लैंड से सिर्फ़ डेवड मलान ने सेंचुरी लगाई, वहीं जो रूट, हैरी ब्रूक और जॉनी बेयरस्टो फिफ्टी ही लगा सके हैं रूट ने 2 फिफ्टी लगाई हैं

7. इस वर्ल्ड कप का सबसे छोटा मुकाबला
इंग्लैंड और श्रीलंका के बीच मुकाबला महज 59 ओवर तक चला, जो इस वर्ल्ड कप में ओवर फेंके जाने के हिसाब से सबसे छोटा मुकाबला रहा इससे पहले ऑस्ट्रेलिया और नीदरलैंड के बीच दिल्ली में हुआ मुकाबला महज 71 ओवर चला था जिसमें ऑस्ट्रेलिया ने 50 ओवर और नीदरलैंड ने 21 ओवर बैटिंग की थी

 

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