आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप प्वाइंट्स टेबल में ऑस्ट्रेलिया नंबर वन
टीम इण्डिया ने इंग्लैंड के विरुद्ध टेस्ट सीरीज का पहला मैच हारने के बाद बहुत बढ़िया कमबैक किया है। हैदराबाद में भी भारतीय टीम जीत के काफी करीब थी, लेकिन इंग्लैंड ने बाजी पलट दी थी। इस बार रोहित शर्मा की कप्तानी वाली भारतीय टीम ने पहले दिन से जो पकड़ बनाई, वो कभी छूटने नहीं दी। यही कारण रहा कि हिंदुस्तान ने इस मैच को 106 रन से जीतकर न सिर्फ़ सीरीज को बराबरी पर लाकर खड़ा कर दिया है, वहीं आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप प्वाइंट्स टेबल में एक बार फिर से अपनी खोई हुई कुर्सी वापस हासिल कर ली है। इस जीत से भारतीय टीम ने डब्ल्यूटीसी प्वाइंट्स टेबल में लंबी छलांग लगाई है। आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप प्वाइंट्स टेबल की बात की जाए तो इस समय ऑस्ट्रेलियाई टीम नंबर एक पर बनी हुई है। ऑस्ट्रेलिया ने अब तक इस सीजन में 10 मैच खेले हैं, इसमें से 6 में उसे जीत मिली है, वहीं 3 में हार का सामना करना पड़ा है। एक मुकाबला ड्रॉ पर समाप्त हुआ है। टीम इस समय 55.00 जीत फीसदी के साथ टॉप पर बनी हुई है। इसके बाद अब दूसरे नंबर पर भारतीय टीम आ गई है।
टीम इण्डिया डब्ल्यूटीसी प्वाइंट्स टेबल में फिर से नंबर दो पर पहुंची
टीम इण्डिया इंग्लैंड से हैदराबाद में पहला टेस्ट हारने के बाद सीधे नंबर 5 पर चली गई थी। उसका जीत प्रतिशत 43.33 का ही रह गया था। लेकिन अब फिर से भारतीय टीम दूसरे जगह पर पहुंचने में सफल हो गई है। हिंदुस्तान ने अब तक 6 मैच खेलकर उसमें से 3 जीते और दो हारे हैं। वहीं एक मैच ड्रॉ पर समाप्त हुआ था। भारतीय टीम का जीत फीसदी अब 52.77 का हो गया है, जो ऑस्ट्रेलिया से कुछ ही कम है। आशा की जानी चाहिए कि अभी सीरीज के जो 3 और मैच बाकी हैं, उसमें अच्छा प्रदर्शन कर भारतीय टीम टॉप पर भी जाने की क्षमता रखती है।
इंग्लैंड की टीम की हालत खराब, जीत फीसदी और भी घटा
भारतीय टीम की जीत और अंक तालिका में आगे आने से साउथ अफ्रीका और न्यूजीलैंड समेत बाकी टीमों को हानि हुआ है। साउथ अफ्रीका ने दो मैच खेलकर एक जीता और एक हार है। उनकी जीत का फीसदी 50 है। न्यूजीलैंड और बांग्लादेश ने भी दो दो मैच खेलकर एक जीता और एक हारा है, इसलिए उनकी जीत का फीसदी भी 50 का है। वहीं बात पाक की करें तो उसकी हालत बहुत खराब है। पाक टीम ने अब तक विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में जो 5 मुकाबले खेले हैं, उसमें से 2 में जीत और 3 में हार मिली है। उसकी जीत का फीसदी 36.66 का है। वहीं बात यदि इंग्लैंड की करें तो उसकी हालत भी कम खराब नहीं है। हैदराबाद टेस्ट जीतकर इंग्लैंड की जीत का फीसदी जो बढ़कर 29.16 हो गया था, वो फिर से घटकर 25.00 का हो गया है। अब देखना होगा कि बाकी बचे मैचों में दोनों टीमें कैसा प्रदर्शन करती हैं।