स्पोर्ट्स

विकेटकीपर के लिए ऋषभ पंत का दावा ज्यादा मजबूत : Parthiv Patel

नई दिल्ली. भारतीय टीम के पूर्व विकेटकीपर पार्थिव पटेल ने अमेरिका और वेस्टइंडीज में एक जून से प्रारम्भ होने वाले टी20 विश्व कप के लिए हिंदुस्तान के शीर्ष क्रम में बाएं हाथ के बल्लेबाजों की कमी का जिक्र करते हुए विकेटकीपर के लिए ऋषभ पंत का दावा अधिक मजबूत बताया. ‘लीजेंड्स इंटरकॉन्टिनेंटल टी20 लीग’ की घोषणा के लिए यहां पहुंचे पार्थिव ने गुरुवार को बोला टीम में विकल्प की कोई कमी नहीं है और ऐसे में टीम में कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल एक साथ खेल सकते हैं.

टी20 विश्व कप के लिए भारतीय टीम के विकेटकीपर की पहली पसंद के बारे में काफी चर्चा हो रही है क्योंकि भारतीय प्रीमियर लीग (आईपीएल) के मौजूदा सत्र में राजस्थान रॉयल्स के कप्तान संजू सैमसन और दिल्ली कैपिटल्स के कप्तान पंत ने बहुत बढ़िया प्रदर्शन किया है. सैमसन ने 15 मैचों में पांच अर्धशतक की सहायता से 521 रन बनाये हैं. इस दौरान उनका औसत 52.10 और हड़ताल दर 155.52 का रहा है. उनके बहुत बढ़िया प्रदर्शन के कारण उनकी टीम इंडियन प्रीमियर लीग फाइनल में पहुंचने से एक जीत दूर है.

गंभीर कार हादसा की चोट से उबर कर मजबूत वापसी करने वाले दिल्ली कैपिटल्स के कप्तान पंत ने इस दौरान 13 मैचों में 40.55 की औसत और 155.40 के हड़ताल दर से 446 रन बनाये. उनकी टीम हालांकि प्लेऑफ में पहुंचने में असफल रही. पार्थिव ने विश्व कप के लिए भारतीय टीम के विकेटकीपर के बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘‘ भारतीय टीम का बल्लेबाजी क्रम देखे तो इसमें कोई संदेह नहीं कि विकेटकीपर बल्लेबाज के लिए पंत पहली पसंद होंगे.’’

पार्थिव ने कहा, ‘‘ सैमसन ने काफी रन बनाये हैं लेकिन पंत अलग तरह की विविधता लेकर आते हैं. हिंदुस्तान के शीर्ष क्रम में दायें हाथ के बल्लेबाज अधिक हैं ऐसेमें बायें हाथ के बल्लेबाजों की आवश्यकता होगी.’’ इंडियन प्रीमियर लीग में सैमसन तीसरे क्रम पर बल्लेबाजी कर रहे हैं जबकि पंत ने ज्यादातर मैचों में चौथे या पांचवें क्रम पर बल्लेबाजी की है. पार्थिव ने हालांकि सैमसन को किसी मुद्दे में कम नहीं आंक रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘‘सैमसन के पास विविधता है, वह अभी भले ही तीसरे क्रम पर बल्लेबाजी कर रहे हो लेकिन वह ऐसे खिलाड़ी है जो निचले क्रम पर भी सामंजस्य बिठा सकते हैं, हमने इस तरह की किरदार में उन्हें पहले भी देखा है.’’

उन्होंने कहा, विश्व कप में अभी कुछ समय है, मैं मानता हूं कि शुरुआती मैचों पंत टीम का हिस्सा होंगे.’’ इस मौके पर पार्थिव के साथ उपस्थित इंग्लैंड के कद्दावर स्पिनर ग्रीम स्वान ने आशा जताई कि युजवेंद्र चहल भारतीय एकादश में स्थान बनाने में सफल रहेंगे. उन्होंने कहा, ‘‘ चहल पिछले 10 वर्ष से इंडियन प्रीमियर लीग के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज रहे हैं. उन्होंने इस दौरान रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) के लिए अधिक मैच खेले हैं और मैं यह कह सकता हूं स्पिन गेंदबाजों के लिए बेंगलुरु में परिस्थितियां सबसे कठिन होती है. वह अब राजस्थान रॉयल्स चले गये हैं और वहां भी उनका प्रदर्शन कमाल कर रहा है. वह ओस के गीली हुई गेंदों से अच्छी गेंदबाजी कर रहे हैं.’’

इंग्लैंड के सबसे सफल स्पिनरों में शामिल स्वान ने कहा, ‘‘अगर मुझे भारतीय एकादश चुननी हो तो मैं बिना किसी संकोच के कुलदीप और चहल दोनों को टीम में रखूंगा. ’’ पार्थिव ने बोला कि भारतीय चयनकर्ताओं ने कुछ सोचकर चार स्पिनरों को टीम में शामिल किया है. उन्होंने कहा, ‘‘ हिंदुस्तान ने कुछ सोचकर चार स्पिनरों को टीम में रखा है. हो सकता है कि हिंदुस्तान तीन स्पिनरों (कुलदीप, चहल और रविंद्र जडेजा) के साथ उतरे और हार्दिक टीम में तीसरे तेज गेंदबाज की किरदार निभाये. यदि वहां की पिच स्पिनरों के लिए मददगार हुई तो दोनों एक साथ खेलेंगे.’’ हिंदुस्तान 20 विश्व कप में अपने अभियान की आरंभ पांच जून को आयरलैंड के विरुद्ध करेगा और नौ जून को चिर प्रतिद्वंद्वी पाक से भिड़ेगा.

टीम 12 जून को अमेरिका से जबकि 15 जून को कनाडा के विरुद्ध खेलेगी. इस विश्व कप के बाद टीम के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ का कार्यकाल पूरा हो जायेगा. हिंदुस्तान नये कोच की तलाश में है और ऐसे में कुछ अन्य राष्ट्रों की तरह हिंदुस्तान में भी टेस्ट और टी20 प्रारूप में अलग कोच रखने की मांग उठ रही है. स्वान और पार्थिव हालांकि इस विचार से सहमत नहीं दिखे. स्वान ने कहा, ‘‘इस बात पर बहस हो सकती है कि टीम के लिए एक ही कोच हो या भिन्न-भिन्न प्रारूप में भिन्न-भिन्न कोच हो. भारतीय टीम की बात करें तो यहां इंडियन प्रीमियर लीग होता है (इससे कोच को स्वयं और परिवार के लिए समय मिल जाता है). इस राष्ट्र के खिलाड़ी दूसरी लीगों में नहीं खेलते है ऐसे में भिन्न-भिन्न कोच की आवश्यकता नहीं है. ’’

उन्होंने कहा, ‘‘ इंग्लैंड जैसे राष्ट्र में तीनों टीमों में काफी अंतर होता है और वहां के खिलाड़ी पूरे विश्व की लीग में खेलते हैं. यही कारण है कि वहां भिन्न-भिन्न कोच की आवश्यकता है लेकिन हिंदुस्तान के साथ ऐसा नहीं है. एक अच्छा कोच अच्छा कोच होता है वह तीनों प्रारूप को संभाल सकता है.’’ पार्थिव ने कहा, ‘‘ हमने देखा है कि राहुल भाई (द्रविड़) के कोच रहते जब भी आवश्यकता हुई (वीवीएस) लक्ष्मण ने यह किरदार निभाई है. आधिकारिक तौर पर दो कोच नहीं है लेकिन यह दो कोच के जैसा ही है.’’

पार्थिव ने बोला कि राष्ट्रीय टीम के कोच की जिम्मेदारी किसी भारतीय दिये जाने की वकालत करते हुए कहा, ‘‘ मुझे नहीं लगता कि बाहर के किसी कोच की आवश्यकता है. हिंदुस्तान में इतने सारे कद्दावर खिलाड़ी और कोच है जो इस जिम्मेदारी को निभा सकते है. अंडर-19 और हिंदुस्तान ए टीम के साथ भारतीय कोच ही रहते है और ये टीमें विदेशों में भी अच्छा करती हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘केकेआर (कोलकाता नाइट राइडर्स) के लिए चंद्रकांत पंडित ने बहुत बढ़िया काम किया है. मुझे नहीं लगता कि बाहर के किसी कोच की आवश्यकता है.

Related Articles

Back to top button