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यश ठाकुर ने 11 ओवर गेंदबाजी करके 54 रन से तीन महत्वपूर्ण बल्लेबाजों को किया आउट

Ranji Trophy: रणजी ट्रॉफी 2023-24 का फाइनल मुंबई और विदर्भ के बीच खेला जा रहा है इसमें एक युवा तेज गेंदबाज ऐसा भी है तो पहले अपने आदर्श महेंद्र सिंह धोनी के नक्शेकदम पर चलते हुए विकेटकीपिंग करता था अब वह एक गेंदबाज के ही रूप में टीम इण्डिया के लिए खेलना चाहता है इस विकेटकीपर को तेज गेंदबाज बनाने का श्रेय उमेश यादव को जाता है इस युवा खिलाड़ी का नाम यश कुमार ठाकुर है यश ठाकुर अपने गुरु उमेश यादव के साथ विदर्भ की टीम की ओर से पहली बार रणजी का फाइनल मुकाबले खेल रहे हैं

Ranji Trophy: यश ने चटकाए तीन विकेट

इस युवा गेंदबाज ने मुंबई की पहली पारी में तीन विकेट चटकाए यश ठाकुर ने 11 ओवर गेंदबाजी की और 54 रन देकर तीन जरूरी बल्लेबाजों को आउट किया यश ने सलामी बल्लेबाज भूपेन ललवानी, शम्स मुलानी और तनुष कोटियन का विकेट लिया उन्होंने एक साक्षात्कार में स्वयं इस बारे में कहा था कि वह पहले विकेटकीपर बनना चाहते थे और उनके आदर्श एमएस धोनी हैं वह हमेशा से उमेश यादव से भी काफी प्रभावित थे

Ranji Trophy: उमेश यादव ने यश को तराशा

यश ठाकुर ने बोला कि वह लगभग पूरे सीजन में उमेश यादव के साथ रहे और उनके संरक्षण में अपनी गेंदबाजी में कई सुधार किए स्पोर्ट्सस्टार को दिए एक साक्षात्कार में उन्होंने बोला था कि कैंप के लिए चुने जाने के बाद वीसीए एकेडमी में पहले ही दिन मेरी मुलाकात उमेश भैया से हुई मैं उनसे काफी प्रभावित था और उनकी तरह ही हिंदुस्तान के लिए खेलना चाहता था मेरा सपना गेंदबाजी करना था और एक बार उनके साथ मिलकर गेंदबाजी करना था

Ranji Trophy: अब भी धोनी को आदर्श मानते हैं यश

एक घटना याद करते हुए यश बताते हैं कि वर्ष 2018-19 में केरल के विरुद्ध गेंदबाजी करते हुए मैं घबरा गया था तब उमेश भैया मेरे पास आए और बोला कि खेल अभी समाप्त नहीं हुआ है उनके इस बात से मुझे प्रेरणा मिली और अगले मैच में मैंने चार विकेट चटकाए ठीक अर्थ में यश को गेंदबाज बनने के लिए उनके कोच प्रवीण हिंगणीकर ने प्रेरित किया उन्होंने यश से बोला कि अपने आदर्श धोनी का अनुकरण करते रहो और गेंदबाजी करो

Ranji Trophy: 2011 वर्ल्ड कप जीत के बाद क्रिकेट बना जुनून

यश बताते हैं कि 2011 में हिंदुस्तान वर्ल्ड कप जीतने के बाद जब उन्होंने प्रवीण हिंगणीकर की अकादमी में एडमिशन लिया तो उन्होंने एक बार ढिलाई से नेट पर गेंदबाजी की तब उनके कोच ने बोला कि आगे से कभी विकेटकीपिंग मत करना और गेंदबाजी पर फोकस करो तब उन्होंने अपने कोच से बोला कि मैं धोनी के जैसा बनना चाहता हूं यश के कोच ने बोला कि धोनी का अनुकरण करने के लिए विकेटकीपिंग के अतिरिक्त गेंदबाजी और बल्लेबाजी भी की जा सकती है धोनी से अन्य पहलूओं को सीखो और अपनी गेंदबाजी में उसे लागू करो

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