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बजट के इतिहास में किसका था सबसे लंबा भाषण, किसने रखी सबसे कम समय में अपनी बात, पढ़े पूरी खबर

वर्तमान में एक मामला बहुत चर्चा में है और वो है आने वाले बजट का जी हां लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) से पहले यानी 1 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) 2024 के बजट को पेश करेंगी जानकारी के लिए आपको बता दें कि हिंदुस्तान का पहला बजट (India First Budget) 7 अप्रैल 1860 को जेम्स विल्सन (James Wilson) द्वारा प्रस्तुत किया गया था दरअसल वह एक स्कॉटिश अर्थशास्त्री और ईस्ट इण्डिया कंपनी के राजनीतिज्ञ थे

उनके बाद आरके शनमुखम चेट्टी (R.K Shanmukham Chetty) ने 26 नवंबर 1947 को स्वतंत्र हिंदुस्तान का पहला बजट पेश किया इस तरह बजट से जुड़ी की कई तरह की रोचक बातें है जो आज हम आपको बताने जा रहे है, आइए जानते है

बजट का सबसे लंबा भाषण

अब हम बात करते है उन बजट भाषणों की जिनकी राष्ट्र भर में खूब चर्चा होती है दरअसल अब तक के बजट के सबसे लंबे भाषण का रिकॉर्ड (Longest Budget Speech) वर्तमान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के नाम है जी हां जानकारी के लिए आपको बता दें कि 1 फरवरी 2020 को 2020-21 का केंद्रीय बजट पेश करते हुए उन्होंने 2 घंटे 42 मिनट तक भाषण दिया यह भाषण अब तक का बजट का सबसे लंबा भाषण है, जो निर्मला सीतारमण ने दिया है

बजट का सबसे छोटा भाषण

अब बात करते है कि आखिर किसने बजट का अब तक का सबसे छोटा भाषण (Shortest Budget Speech) दिया है दरअसल 1977 में वित्त मंत्री हीरूभाई मुलजीभाई पटेल (Hirubhai Muljibhai Patel) ने सबसे छोटा बजट भाषण दिया था आपको जानकर आश्चर्य होगी कि उन्होंने राष्ट्र का बजट पेश करते हुए केवल 800 शब्द बोले ऐसे में अब तक का सबसे छोटा भाषण हीरूभाई मुलजीभाई पटेल ने दिया है

किसने किया सबसे अधिक बार बजट पेश

अगर हम बात करते है अब तक के सबसे अधिक बार बजट पेश करने की तो यह रिकॉर्ड मोरारजी देसाई (Morarji Desai) के नाम है उन्होंने राष्ट्र के इतिहास में 10 बार वित्त मंत्री के रूप में प्रस्तुति दी थी उल्लेखनीय हो कि मोरारजी देसाई राष्ट्र के पीएम भी रह चुके है मोरारजी देसाई के बाद पीचिदंबरम ने 9 बार और प्रणब मुखर्जी ने 8 बार वहीं यशवंत सिन्हा 8 बार और मनमोहन सिंह 8 बार बजट पेश किया हैं

ये है दो महिलाएं जिन्होंने किया बजट पेश

जैसा की हम सब जानते है राष्ट्र की प्रथम स्त्री पीएम इंदिरा गांधी (Indira Gandhi) है अब बात आई स्त्रियों के बजट पेश करने की तो इंदिरा गांधी के बाद निर्मला सीतारमण बजट (Budget 2024) पेश करने वाली दूसरी स्त्री बनीं जानकारी के लिए आपको बता दें कि 2017 तक केंद्रीय बजट और रेलवे बजट दोनों भिन्न-भिन्न पेश किए जाते थे 2017 में रेलवे बजट को केंद्रीय बजट में मिला दिया गया

बजट का समय

बता दें कि 1999 तक ब्रिटिश परंपरा के अनुसार, बजट फरवरी के अंतिम कार्य दिवस पर शाम 5 बजे (Budget Time) पेश किया जाता था 1999 में तत्कालीन वित्त मंत्री दिवंगत यशवंत सिन्हा ने बजट का समय बदल दिया था जी हां जानकारी के लिए आपको बता दें कि उन्होंने बजट का समय बदला और सुबह 11 बजे (बजट 2024) पेश करना प्रारम्भ कर दिया अरुण जेटली ने 1 फरवरी 2017 से महीने के पहले दिन बजट पेश करना प्रारम्भ किया अभी भी बजट 1 फरवरी को ही पेश किया जाता है

बजट के भाषाओं में बदलाव

आपको जानकर आश्चर्य होगी कि हिंदी भाषिक इस राष्ट्र में 1955 तक केंद्रीय बजट अंग्रेजी में पेश (Change in budget languages) किया जाता था लेकिन कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व वाले प्रशासन ने आखिरकार बजट दस्तावेजों को हिंदी और दोनों भाषाओं में मुद्रित करने का फैसला लिया कोविड-19 महामारी के कारण 2021-22 का बजट पूरी तरह से डिजिटल कर दिया गया है इस तरह और भी बहुत सी खास बातें है जो बजट से जुड़ी है उन्होंने जानने के लिए नवभारत से जुड़े रहे

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