पीएम मोदी ने अपने संबोधन में किन विधेयकों का किया जिक्र
PM Modi: पीएम मोदी ने 17वीं लोकसभा के अंतिम सत्र के आखिरी दिन राष्ट्र के विकास कार्यों पर चर्चा की। उन्होंने बोला कि 17वीं लोकसभा में कई बड़े फैसला लिए गए। पीएम ने बोला कि आज राष्ट्र में यह जज्बा पैदा हुआ है कि अगले 25 साल में हिंदुस्तान एक विकसित राष्ट्र बनाने का सपना पूरा करना है। आइये आपको बताते हैं प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने संबोधन में किन विधेयकों का जिक्र किया।
17वीं लोकसभा में अनुच्छेद 370 हटा
उन्होंने बोला कि अगली लोकसभा में कामकाज की 100 फीसदी प्रोडक्टिविटी का संकल्प लेना चाहिए। प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने 17वीं लोकसभा में जम्मू और कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने, स्त्री आरक्षण कानून बनाने, तीन तलाक के विरुद्ध कानून बनाने, नए आपराधिक कानूनों समेत कई विधेयकों के पारित होने का उल्लेख किया। सदन ने अनुच्छेद 370 हटाया जिससे संविधान का पूर्ण रूप से प्रकटीकरण हुआ…संविधान निर्माताओं की आत्मा हमें जरूर आशीर्वाद दे रही होगी।
पीएम ने किया जी-20 का जिक्र
पीएम ने बोला कि इस कार्यकाल में परिवर्तनकारी सुधार हुए, 21वीं सदी के हिंदुस्तान की मजबूत नींव इनमें नजर आती है। उन्होंने कहा, ‘17वीं लोकसभा की कार्य उत्पादकता 97 फीसदी रही, मुझे विश्वास है कि हम 18वीं लोकसभा में सौ-फीसदी की उत्पादकता रहने का संकल्प लेंगे।’ जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान राष्ट्र के हर राज्य ने हिंदुस्तान के सामर्थ्य और अपने प्रदेश की खूबी विश्व के सामने रखी, जिसका असर आज भी है। ‘पी-20’ के माध्यम से हिंदुस्तान की लोकतांत्रिक प्रबंध को पूरी दुनिया के सामने प्रस्तुत किया गया।
राम मंदिर पर क्या कहे पीएम मोदी?
पीएम मोदी ने राम मंदिर पर लोकसभा में पास प्रस्ताव को ऐतिहासिक बताया। उन्होंने बोला कि राम मंदिर पर सदन में आज जो बातें रखी गई हैं उनमें संवेदना है, सामर्थ्य है, संकल्प है, सबका साथ सबका विकास है। हम भावी पीढ़ी के लिए कुछ न कुछ अच्छा करते रहेंगे। उन्होंने संसद के नए भवन का निर्माण करवाने का फैसला लेने का श्रेय लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को देते हुए बोला कि उसी का रिज़ल्ट है कि राष्ट्र को संसद का नया भवन मिला है।