TMC नेता शंकर आध्या राशन घोटाला मामले में हुआ गिरफ्तार
नई दिल्ली/कोलकाता: पश्चिम बंगाल (West Bengal) से मिल रही एक बड़ी समाचार के मुताबिक यहां के उत्तर 24 परगना में प्रवर्तन निदेशालय यानी प्रवर्तन निदेशालय ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए राशन भ्रष्टाचार मुद्दे में बोंगांव नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष और तृणमूल कांग्रेस पार्टी (TMC) के नेता शंकर आध्या (Shankar Adhya) को अरैस्ट (Arrest) कर लिया है। मिली समाचार के अनुसार, ये कार्रवाई बीते दिन प्रवर्तन निदेशालय की टीम पर धावा होने के बाद सामने आई है। अब केंद्रीय एजेंसी भी एक्शन मोड में आती दिखाई दे रही है।
गौरतलब है कि गिरफ़्तारी के दौरान इस क्षेत्र के लोगों ने प्रवर्तन निदेशालय और केंद्रीय बलों की गाड़ी के ऊपर ईंट और बोतलों से ताबड़तोड़ धावा कर दीया। दरअसल रात करीब साढ़े 12 बजे शंकर अड्या को घर से अरैस्ट कर बाहर निकालते समय प्रवर्तन निदेशालय की गाड़ी पर पथराव हुआ। जिसके बाद CRPF को भी बचाव के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा। इससे क्षेत्र में भारी तनाव फैल गया।
जानकारी दें कि कल यानी बीते शुक्रवार को प्रवर्तन निदेशालय की टीम पर उत्तर 24 परगना के संदेशखाली में धावा हुआ था। प्रवर्तन निदेशालय के बयान के मुताबिक करीब 800 से 1000 की भीड़ ने प्रवर्तन निदेशालय जांच ऑफिसरों को घेर लिया था। प्रवर्तन निदेशालय ने यह भी दावा किया था कि भीड़ ऑफिसरों को मारने के लिए वहां पहुंची थी। यह घटना तृण मूल काँग्रेस एक एक दूसरे नेता संदेशखाबी के घर की तलाशी के दौरान घटी। इतना ही नहीं भीड़ ने प्रवर्तन निदेशालय ऑफिसरों के पास से लैपटॉप और मोबाइल भी छीन लिए। कई ऑफिसरों के वॉलेट के पैसे भी चोरी हो गए। कारों में भी जबरदस्त तोड़फोड़ की गई।
बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारी दरअसल बीते शुक्रवार को दो टीमों में बंटकर राशन करप्शन की जांच करने निकले थे। इसमें से सुबह में एक टीम बनगांव नगर पालिका के पूर्व पूर्व चेयरमैन शंकर आद्या के ससुराल पहुंची थी। वहीँ दूसरी टीम संदेशखाली के सरबेरिया के तृणमूल नेता शाहजहां शेख के घर दबिश देने गई थी। वहीं जब प्रवर्तन निदेशालय ऑफिसर्स ने घर का ताला तोड़ने की प्रयास की तो तभी 800 से 1000 लोगों की भीड़ ने प्रवर्तन निदेशालय ऑफिसर्स को चारों तरफ से घेर लिया। वे लाठी-डंडों और ईंटों के साथ दिखाई दिए। इसके साथ ही उन पर भीड़ ने धावा कर दिया था। जीसे जैसे तैसे प्रवर्तन निदेशालय ऑफिसर्स ने स्वयं को बचाया।