भारत के इस राज्य में है केवल एक रेलवे स्टेशन
भारत में 29 राज्य हैं। हर राज्य के शहरों के अपने हवाई अड्डे और रेलवे स्टेशन हैं। कुछ शहरों में एक या दो नहीं बल्कि 12 से 13 रेलवे स्टेशन होते हैं। यदि हम ऐसे सोचें तो हर राज्य में 50 से अधिक रेलवे स्टेशन होंगे। रेलवे नेटवर्क के मुद्दे में हिंदुस्तान दुनिया में चौथे और एशिया में पहले जगह पर है। इतनी प्रगति करने के बाद भी भारतीय रेलवे कुछ राज्यों पर एकदम भी मेहरबान नहीं है। इसका प्रत्यक्ष उदाहरण उत्तर पूर्व का मिजोरम राज्य है। आपको जानकर आश्चर्य होगी कि मिजोरम में सिर्फ़ एक ही रेलवे स्टेशन है। इससे भी दिलचस्प बात यह है कि इसके आगे राष्ट्र की सीमा समाप्त हो जाती है, यानी इसके आगे रेलवे ट्रैक होने का प्रश्न ही नहीं उठता। इस स्टेशन का नाम बैराबी रेलवे स्टेशन है। इंडियन रेलवे का यात्रा यहीं समाप्त होता है। आइए इस स्टेशन के बारे में विस्तार से जानते हैं।
एक स्टेशन, यह बहुत व्यस्त है-
यहां के लोगों के लिए यह एकमात्र रेलवे स्टेशन है जहां से वे अपनी यात्रा प्रारम्भ कर सकते हैं। दूर-दराज रहने वाले लोग भी इस रेलवे स्टेशन पर भरोसा करते हैं। यहां से मालगाड़ियां भी चलती हैं और यात्री भी यहीं से यात्रा करते हैं।
11 लाख की जनसंख्या के बीच एक स्टेशन की कहानी
11 लाख की जनसंख्या वाले मिजोरम राज्य में सिर्फ़ एक स्टेशन होना दुर्भाग्यपूर्ण है। स्टेशन होने के कारण लोगों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। यहां कोई दूसरा रेलवे स्टेशन नहीं है, इसलिए दूर होने के बावजूद लोगों को इसी स्टेशन तक पहुंचना पड़ता है।
असुविधाओं से भरा स्टेशन
हैरानी की बात यह है कि स्टेशन होने के बावजूद यहां सुविधाओं का अभाव है। हालाँकि लोग आशा करते हैं कि इसमें सभी सुविधाएँ हों। लेकिन यहां मुद्दा एकदम उलट है। असुविधाओं से भरा स्टेशन।
लोग इंतज़ार कर रहे हैं
अब आप सोच रहे होंगे कि स्टेशन एक है तो प्लेटफार्म तो कई होंगे। तो आपकी जानकारी के लिए बता दें कि प्लेटफॉर्म तीन ही हैं, अधिक नहीं। हालांकि स्टेशन पहले बहुत छोटा था, इसे 2016 में अपग्रेड किया गया था, लेकिन प्लेटफॉर्म का विस्तार नहीं किया गया था। आपको बता दें कि यह स्टेशन असम के कटाखल जंक्शन से जुड़ा है, जो यहां से 84 किमी दूर है।
इस राज्य में क्यों है रेलवे स्टेशन?
यहां सिर्फ़ एक ही रेलवे स्टेशन होने का कारण यहां का पहाड़ी क्षेत्र है। आसपास की पहाड़ियों के कारण यहां ट्रैक बिछाना कठिन है। हालाँकि, इसके बाद भी इस राज्य में एक और रेलवे स्टेशन की योजना बनाई जा रही है। दूसरा रेलवे स्टेशन कब बनेगा यह तो पता नहीं, लेकिन यहां यात्रा करने वाले लोगों को अब भी सुविधाओं की आशा है।