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सभी महिला सैनिकों को समान रूप से मैटरनिटी लीव संबंधी प्रस्ताव को मिली मंजूरी

नई दिल्ली: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने सभी स्त्री सैन्यकर्मियों को समान रूप से मातृत्व, शिशु देखभाल और दत्तक ग्रहण अवकाश (Maternity Leave in Army) देने संबंधी प्रस्ताव को स्वीकृति दे दी है रक्षा मंत्रालय ( Defense Ministry ) ने रविवार को कहा कि यह फैसला सशस्त्र बलों में हर रैंक की स्त्रियों की ‘‘समावेशी भागीदारी” सुनिश्चित करने के सिंह के दृष्टिकोण के अनुरूप है उसने बोला कि इस कदम से सेना में स्त्रियों को अपने पेशेवर एवं पारिवारिक जीवन को बेहतर ढंग से संतुलित करने में सहायता मिलेगी तथा इससे कामकाजी स्थिति में सुधार होगा

<img class="alignnone wp-image-245931" src="https://www.newsexpress24.com/wp-content/uploads/2023/11/newsexpress24.com-maternity-leave-in-army-navabharat-defense-ministry-maternity-leave-given-equally-webp” alt=”” width=”1456″ height=”822″ />

रक्षा मंत्रालय का बयान

मंत्रालय ने बोला ‘‘रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सशस्त्र बलों में स्त्री सैनिकों, नाविकों और वायु सैनिकों के लिए उनकी समकक्ष ऑफिसरों के बराबर मातृत्व, शिशु देखभाल और दत्तक ग्रहण अवकाश देने संबंधी नियमों को लागू करने से जुड़े प्रस्ताव को स्वीकृति दे दी है” मंत्रालय ने कहा, ‘‘इन नियमों के जारी हो जाने से सेना में सभी स्त्रियों को समान रूप से ये छुट्टियां मिलेंगी, भले ही वे कोई अधिकारी हो या किसी अन्य रैंक पर कार्यरत हों

180 दिन का मातृत्व अवकाश

अधिकारियों ने कहा कि इस समय स्त्री ऑफिसरों को हर बच्चे के लिए 180 दिन का मातृत्व अवकाश मिलता है यह नियम अधिकतम दो बच्चों पर लागू होता है उन्होंने कहा कि स्त्री ऑफिसरों को संपूर्ण सेवा कार्यालय में 360 दिन का शिशु देखभाल अवकाश मिलता है इसके लिए बच्चे की उम्र 18 साल से कम होनी चाहिए उन्होंने कहा कि एक साल से कम उम्र के बच्चे को गोद लेने की वैध तिथि के बाद 180 दिनों की दत्तक ग्रहण छुट्टी दी जाती है

महिलाओं के लिए कामकाजी स्थितियों में सुधार होगा

मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘अवकाश संबंधी नियमों के विस्तार से सशस्त्र बलों में महिला-विशिष्ट पारिवारिक और सामाजिक समस्याओं से निपटने में काफी सहायता मिलेगी” उसने कहा, ‘‘इस कदम से सेना में स्त्रियों के लिए कामकाजी स्थितियों में सुधार होगा और उन्हें पेशेवर एवं पारिवारिक जीवन में बेहतर ढंग से संतुलन बनाने में सहायता मिलेगी

तीनों सेनाओं ने ‘नारी शक्ति’ का उपयोग

मंत्रालय ने बोला कि तीनों सेनाओं ने ‘नारी शक्ति’ का इस्तेमाल करने की पीएम नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र गवर्नमेंट की प्रतिबद्धता के अनुरूप सैनिकों, नाविकों और वायु सैनिकों के रूप में स्त्रियों को शामिल करके एक बड़े परिवर्तन की आरंभ की है उसने कहा, ‘‘महिला अग्निवीरों की भर्ती किए जाने से सशस्त्र बल राष्ट्र की भूमि, समुद्र और हवाई सीमाओं की रक्षा के लिए स्त्री सैनिकों, नाविकों और वायु योद्धाओं की बहादुरी, सरेंडर और देशभक्ति से सशक्त होंगे

 हर क्षेत्र में बाधाओं को पार कर रही महिलाएं

मंत्रालय ने कहा, ‘‘दुनिया के सबसे ऊंचे युद्धक्षेत्र सियाचिन में तैनाती से लेकर युद्धपोतों पर तैनात होने के साथ-साथ आसमान में श्रेष्ठता दिखाने तक भारतीय महिलाएं अब सशस्त्र बलों में लगभग हर क्षेत्र में बाधाओं को पार कर रही हैं” उसने कहा, ‘‘भारतीय सेना में सेना पुलिस कोर में सैनिकों के रूप में 2019 में स्त्रियों की भर्ती करके एक बड़ी उपलब्धि हासिल की गई” उसने बोला कि सिंह का हमेशा से मानना रहा है कि स्त्रियों को हर क्षेत्र में अपने पुरुष समकक्षों के बराबर होना चाहिए

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