लगातार बढ़ रहे हिंदू देवी देवताओं की मूर्ति तोड़ने के मामलों को रोकने में नाकाम साबित हो रहा है प्रशासन
Rajasthan Crime : राजस्थान में हिंदू देवी देवताओं की मूर्ति खंडित करने के पिछले दिनों कुछ मुद्दे सामने आए। उसके बावजूद भी प्रशासन मामलों को रोक पाने में असफल साबित होता नजर आ रहा है। ऐसा लग रहा है कि मानो ‘मुंह चिढ़ाते’ हुए असामाजिक तत्व कृत्य करते जा रहे हैं और प्रशासन पूरी तरह से मुद्दे में ढिलाई बरत रहा है। नया मुद्दा कोटपूतली से सामने आया है
कोटपूतली में शिव परिवार किया गया खंडित
विराटनगर(कोटपूतली) में असामाजिक तत्वों ने शिव परिवार की मूर्तियों को खंडित कर दिया। मूर्तियां खंडित होने से ग्रामीणों गुस्से से भरे बैठे हैं। गुस्साए ग्रामीणों ने घटना को लेकर जमकर विरोध जताया। साथ ही जल्द से जल्द आरोपियों को अरैस्ट करने की मांग की।
मामले की जानकारी मिलते ही तुरंत DSP रोहित सांखला और SHO रविन्द्र सिंह मय जाब्ते के साथ मौके पर पहुंचे गए हैं। साथ ही इर्द-गिर्द के लोगों से पूछताछ की जा रही है। इसके अतिरिक्त आसपास में लगे CCTV कैमरे की फुटेज भी पुलिस खंगाल रही है। FSL टीम ने मौके से नमूने उठा लिए हैं। DSP ने जल्द ही आरोपियों को पकड़ने की बात कही है। पूरा मुद्दा जवानपुरा गांव स्थित शिव मंदिर का कहा जा रहा है।
पहले भी सामने आ चुके हैं हिंदू देवी देवताओं की मूर्ति को तोड़ने के मामले
बता दें कि इसी वर्ष जुलाई महीने में दूदू जिले के मौजमाबाद (Mauzmabad)उपखंड क्षेत्र के गंगाती खुर्द गांव में असामाजिक तत्वों द्वारा ठाकुर जी के मंदिर में शिव पंचायत की मूर्तियां तोड़ने का मुद्दा सामने आया। मूर्तियां तोड़ने की घटना से ग्रामीणों में रोष व्याप्त हुआ। शिव पंचायत की मूर्तियां तोड़ने की घटना की सूचना ग्रामीणों द्वारा मौजमाबाद पुलिस को दी। जिसके बाद पुलिस ने मौके का जायजा लेकर अज्ञात लुटेरों की तलाश प्रारम्भ कर दी। इसके अतिरिक्त जुलाई में ही बारां के चौमुखा बाजार स्थित गणेश मंदिर का गुंबद तोड़ने को लेकर बारां शहर के हिन्दू संगठनों में रोष व्याप्त हुआ। आक्रोशित लोगों ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की।मामले को लेकर इर्द-गिर्द के सभी लोगों ने रोष जताया