श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या में बने भव्य अलौकिक रामलला के मंदिर का उद्घाटन और प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होना है। जिसके लिए जोर-शोर से तैयारी चल रही है। इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए राजनीति, खेल, शिक्षा, साहित्य जगत की कई हस्तियां, वैज्ञानिक और साधु-संतों को निमंत्रण भेजा जा रहा है। आमजन भी इस कार्यक्रम में शामिल होने को बेताब हैं। हालांकि पीएम नरेंद्र मोदी ने लोगों से अपि की है कि 22 जनवरी को लोग अयोध्या में अधिक भीड़ न लगा कर अपने घर में दीपक जलाएं। वहीं प्राण-प्रतिष्ठा के बाद बड़ी संख्या में लोग अयोध्या जाएंगे। इस के लिए राष्ट्र भर से करीब 500 स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएंगी। इसमें से केवल 100 ट्रेनों का संचालन बिहार से किया जाएगा। इसके साथ ही यूपी से सटे बिहार के जिलों से बसों के परिचालन की भी तैयारी है। दिल्ली में भाजपा की आयोजित हाई लेवल बैठक में यह निर्णय लिया गया है।
25 जनवरी से अभियान चलाएगी भाजपा
भाजपा हर मौके को अपने पक्ष में भुनाने की रणनीति पर काम करती है। इसी कड़ी में लोकसभा चुनाव 2024 से पहले 22 जनवरी को राम मंदिर में रामलला की मूर्ति की प्राण- प्रतिष्ठा कार्यक्रम बीजेपी के लिए एक बड़ा मौका है। इस मौके को भुनाने के लिए पार्टी के साथ-साथ विश्व हिंदू परिषद और आरएसएस भी लगी हुई। इसी कड़ी में लोगों को आस्था से जोड़ने के लिए भाजपा 25 जनवरी से बड़ा अभियान चलाने वाली है।
रामलला के दर्शन के लिए चलाई जाएगी स्पेशल ट्रेन
बीजेपी के अभियान के अनुसार अगले दो महीने तक बिहार सहित अन्य राज्यों के लोगों को रामलला के दर्शन के लिए अयोध्या ले जाया जाएगा। भाजपा ने इसकी जिम्मेदारी तीन राष्ट्रीय महासचिवों को सौंपी गई है। जिनके देख रेख में सभी प्रदेशों के पदाधिकारी कार्य करेंगे। अयोध्या के लिए चलने वाली इन ट्रेनों में 20 कोच होंगे, इसमें से 18 बोगियां स्लीपर होंगी वहीं दो जनरल डिब्बे भी होंगे।
हर विधानसभा क्षेत्र से करीब 15 हजार लोगों को अयोध्या ले जाने की जिम्मेदारी
अयोध्या दर्शन के लिए घर-घर जा कर लोगों को प्रभु श्रीराम के दर्शन के लिए निमंत्रण देना है। इसके लिए अयोध्या से आए पूजित अक्षत एवं निमंत्रण पत्रक का घर-घर वितरण अभियान चलाया जा रहा है। इसके लिए बिहार के हर विधानसभा क्षेत्र से करीब 15 हजार लोगों को अयोध्या ले जाने की जिम्मेदारी बीजेपी विधायकों को दी गयी है। भाजपा के 3 राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग, विनोद तांवड़े और सुनील बंसल पार्टी की प्रदेश इकाई और गवर्नमेंट के बीच सामंजस्य का काम देख रहे हैं।
बीजेपी की ओर से 20 दिवसीय लव-कुश यात्रा की शुरुआत
वहीं, विश्व हिंदू परिषद और आरएसएस अक्षत वितरण कार्यक्रम चला कर लोगों के सेंटीमेंट को जगा रही है। श्रीराम-सीता के पुत्र के नाम पर भाजपा की ओर से 20 दिवसीय लव-कुश यात्रा की आरंभ की गयी है। इस यात्रा के बहाने पार्टी की नजर लव-कुश कोइरी (कुशवाहा) और कुर्मी वोट बैंक को अपने पक्ष में साधने पर है।
22 जनवरी को अयोध्या पहुंचेगी भाजपा की लव-कुश यात्रा
एक हाइटेक बस का नाम लव-कुश रथ दिया गया है। बस में चारों तरफ पीएम मोदी सहित बीजेपी के बड़े नेताओं की फोटोज़ लगी हैं। सबके सिया, सबके राम का स्लोगन लिखा हुआ है। यह राज्य के सभी 38 जिलों से होता हुआ 20 जनवरी को रामकर्म भूमि (विश्वामित्र आश्रम) बक्सर से आशीर्वाद लेकर गाजीपुर, सुल्तानपुर के रास्ते 22 जनवरी को इस यात्रा का समाप्ति अयोध्या में होगा।
बिहार से 50 लाख से अधिक लोगों को अयोध्या ले जाएगी बीजेपी
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा लव-कुश रथ का उद्देश्य रामलला की प्राण -प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होने के लिए लोगों को निमंत्रण देना है। बीजेपी एक विशेष रणनीति के अनुसार बिहार से 50 लाख से अधिक लोगों को अयोध्या ले जाएगी। इसके लिए हर विधायक को 10 से 15 हजार लोगों को अयोध्या ले जाने का लक्ष्य लिया गया है। बीजेपी विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने कहा कि हम लोगों को करीब 15 हजार लोगों को अयोध्या ले जाना है