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SDPI ने खुले तौर पर सभी 20 निर्वाचन क्षेत्रों में कांग्रेस पार्टी समर्थन की घोषणा की : सुरेंद्रन

कोच्ची: भाजपा केरल इकाई के अध्यक्ष के सुरेंद्रन ने कांग्रेस पार्टी सांसद राहुल गांधी से लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व वाले यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (UDF) को बिना शर्त समर्थन देने की सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इण्डिया (SDPI) की घोषणा पर अपनी स्थिति साफ करने को बोला है. दरअसल, SDPI प्रतिबंधित आतंकी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इण्डिया (PFI) का सियासी संगठन है. हालाँकि, SDPI इससे मना करता रहा है, लेकिन इसके कई सबूत सामने आ चुके हैं, कई ऐसे लोग हैं, जो दोनों संगठनों के सदस्य हैं. PFI को आतंकवादी गतिविधियों के लिए हिंदुस्तान गवर्नमेंट ने बैन कर दिया था. PFI का एजेंडा 2047 तक हिंदुस्तान को मुसलमान देश बनाने का है, उसके डॉक्यूमेंट्स में साफ़ लिखा है की यदि 10 फीसद मुसलमान साथ आ जाएं, तो कायर हिन्दुओं को घुटनों पर ले आएँगे.

अब उसी PFI की राजनितिक शाखा SDPI द्वारा कांग्रेस पार्टी को समर्थन देने का जिक्र करते हुए सुरेंद्रन ने कहा, “अब SDPI ने खुले तौर पर सभी 20 निर्वाचन क्षेत्रों में कांग्रेस पार्टी पार्टी के लिए समर्थन की घोषणा की है. हम सभी जानते हैं कि PFI पर प्रतिबंध क्यों लगाया गया था. SDPI और PFI ने खुले तौर पर हिंदुओं और ईसाइयों के धार्मिक गुरुओं, बीजेपी नेताओं को मारने, चर्चों, मंदिरों को नष्ट करने की घोषणा की है. SDPI एक ऐसा संगठन है, जो राष्ट्र को विघटित करने की प्रयास कर रहा है. राहुल गांधी को इस खुली घोषणा पर अपनी स्थिति साफ करनी चाहिए.” SDPI का समर्थन स्वीकार करने के लिए कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधते हुए, बीजेपी नेता ने कहा, “ऐसी पार्टी ने कांग्रेस पार्टी को समर्थन देने की घोषणा की है. कांग्रेस पार्टी ने बोला है कि वह सभी पक्षों से समर्थन का स्वागत करेगी. राहुल गांधी को अपना रुख साफ करना चाहिए. जो दिन-रात धर्मनिरपेक्षता के बारे में बोलते रहते हैं, उन्हें इस समर्थन का मतलब समझाना चाहिए.

उल्लेखनीय है कि , केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सितंबर 2022 में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इण्डिया (PFI) और उसके सहयोगियों को ‘गैरकानूनी एसोसिएशन’ घोषित किया था. इसमें बोला गया था कि PFI और उसके सहयोगियों, सहयोगियों या मोर्चों को गंभीर अपराधों में शामिल पाया गया है, जिसमें आतंकवाद और इसके वित्तपोषण, लक्षित भयंकर हत्याएं, राष्ट्र की कानूनी प्रबंध की अवहेलना, सार्वजनिक प्रबंध में गड़बड़ी आदि शामिल हैं, जो राष्ट्र की अखंडता, सुरक्षा और संप्रभुता के लिए नुकसानदायक हैं. गृह मंत्रालय ने बोला था कि, PFI का संबंध आतंकवादी संगठन जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश से भी रहा है. PFI के कुछ संस्थापक सदस्य स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ़ इण्डिया (SIMI) सिमी के नेता भी रहे हैं.  ये दोनों ही प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन हैं. PFI स्वयं भी कई तरह के आपराधिक और आतंकवादी मामलों में शामिल रहा है और ये राष्ट्र के कानूनी प्राधिकार का अनादर करता है.

बता दें कि, केरल की 20 लोकसभा सीटों पर 26 अप्रैल को मतदान होगा. 2019 के आम चुनावों के दौरान, कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व वाले यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) ने 20 में से 19 सीटें जीतीं. इनमें से 15 सीटें कांग्रेस पार्टी ने जीतीं, जबकि बाकी अन्य यूडीएफ सदस्यों ने जीतीं थीं. 543 लोकसभा सीटों के लिए चुनाव 19 अप्रैल से सात चरणों में होंगे. लगभग 96.8 करोड़ लोग 12 लाख से अधिक मतदान केंद्रों पर आनें वाले चुनावों में वोट डालने के पात्र हैं. वोटों की गिनती 4 जून को होगी.

 

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