राहुल गांधी ने पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का किया इंटरव्यू
नई दिल्ली: कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने पूर्व गवर्नर सत्यपाल मलिक (Satyapal Malik) का साक्षात्कार किया है। इस मुलाकात में उन्होंने किसान आंदोलन और पुलवामा हमले समेत कई मुद्दों पर बात की और केंद्र की मोदी गवर्नमेंट पर जमकर धावा बोला। राहुल गांधी ने अपने आधिकारिक एक्स पर इसकी जानकारी दी।
राहुल गांधी ने ट्विटर पर मुलाकात का वीडियो शेयर करते हुए लिखा, ”क्या ये संवाद ED-CBI की भाग दौड़ बढ़ा देगा?” उन्होंने यह भी लिखा, “पुलवामा, किसान आंदोलन और अग्निवीर जैसे जरूरी मुद्दों पर राज्यपाल, पूर्व सांसद और किसान नेता, सत्यपाल मलिक जी के साथ दिलचस्प चर्चा!” इस साक्षात्कार के दौरान सत्यपाल मलिक ने बोला कि मैं लिख
MSP पर अपना वादा निभाने में विफल
जब राहुल गांधी ने अडानी मामले पर प्रश्न किया, जिस पर बोलते हुए सत्यपाल मलिक ने कहा, “सरकार एमएसपी पर अपना वादा निभाने में विफल रही क्योंकि अदाणी ने बड़े-बड़े गोदाम बनाए हैं। औने-पौने मूल्य पर फसलें खरीदीं, अगले वर्ष उनकी कीमतें बढ़ेंगी और वह उन्हें बेचेंगे। यदि एमएसपी लागू होता है, तो किसान अपने उत्पाद सस्ती रेट पर नहीं बेचेंगे।”
जम्मू कश्मीर को राज्य का दर्जा वापस देना चाहिए
राहुल गांधी ने सत्यपाल मालिक से प्रश्न पूछा कि जब आप जम्मू कश्मीर में थे तो काफी पेचीदा समय था। इस पर आपकी क्या राय है? इस पर बोलते हुए सत्यपाल मलिक ने कहा, ”आप जम्मू कश्मीर को जबरदस्ती या सेना से ठीक नहीं कर सकते। यहां के लोगों को जीत कर आप कुछ भी कर सकते हैं। परेशानी का निवारण करने के लिए पहले तो राज्य का दर्जा वापस देना चाहिए है।” पूर्व गवर्नर ने आगे दावा किया कि जम्मू कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा केंद्र गवर्नमेंट ने शायद इस कारण दिया क्योंकि इनको लगता था कि पुलिस उपद्रव कर देगी, लेकिन पुलिस तो गवर्नमेंट के प्रति वफादार रही है। इन्होंने (पुलिस) ईद के महीने में छुट्टी भी नहीं ली। ऐसे में राज्य का दर्जा देकर चुनाव कराने चाहिए।
राहुल गांधी ने इसपर बोला कि मैं जम्मू कश्मीर गया तो मुझे भी लगता है कि लोग राज्य का दर्जा छीने जाने से खुश नहीं हैं। सत्यपाल मलिक ने बोला कि मैंने राज्य का दर्जा देने का इनको कहा (केंद्र सरकार) तो कहते हैं कि सब ठीक है।
सरकार का मणिपुर में नियंत्रण नहीं
मुलाकात के दौरान राहुल गांधी और सत्यपाल मलिक के बीच मणिपुर की हालत को लेकर भी चर्चा हुई। मलिक ने बोला कि गवर्नमेंट का मणिपुर में कोई नियंत्रण नहीं है। उन्होंने यह भी कहा, “यह सब अब केवल छह महीने के लिए है। मैं लिखित में दे सकता हूं। वे सत्ता में वापस नहीं आएंगे।”
पुलवामा पर गवर्नर मलिक ने क्या कहा
जब राहुल गांधी ने पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले को लेकर प्रश्न किया तब पूर्व गवर्नर मलिक ने कहा, ”मैं यह तो नहीं कहता कि इन्होंने (केंद्र सरकार) ने कराया, लेकिन पुलवामा में इन्होंने नजरअंदाज किया और फिर इसका सियासी इस्तेमाल किया। ऐसा इसलिए बोल रहा क्योंकि इनकी स्पीच है। इसमें ये बोल रहे हैं कि वोट देने जाओ तो पुलवामा की वीरगति को याद रखना।”
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ”मैंने पुलवामा के बारे में सुना तो पता लगा कि शहीद एयरपोर्ट आ रहे हैं तो मुझे मेरे सिक्योरिटी वाले ने बोला कि आप एयरपोर्ट मत जाओ, लेकिन मैंने बोला कि मैं जा रहा हूं। मुझे एयरपोर्ट पर कमरे में बंद कर दिया गया। शहीद आए हुए थे और पीएम मोदी आ रहे हैं। मैं लड़कर कमरे से निकला तो लगा तो कि पूरा शो बनाया जा रहा है।”
सत्यपाल मलिक ने आगे बोला कि पुलवामा हमले के बाद प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी को श्रीनगर जाना चाहिए था। उन्होंने बोला कि पुलवामा में सीआरपीएफ के जवान शहीद इस कारण हुए क्योंकि उन्होंने पांच एयरक्राफ्ट मांगे थे। एयरक्राफ्ट मांगने की एप्लीकेशन चार महीने गृह मंत्रालय में अटकी रही। गृह मंत्रालय ने ये खारिज कर दिया। इस कारण ये लोग सड़क से गए। मालिक ने बोला कि विस्फोटक सामग्री पाक से आई थी।