गैर भाजपाई दलों के गठबंधन I.N.D.I.A. ( भारतीय नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस) में सीटों के बटवारे को आखिरी रूप देने के पहले कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने बिहार के वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं के साथ दिल्ली में बैठक की है।मंगलवार को कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और कांग्रेस पार्टी नेता राहुल गांधी के साथ बिहार के वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं की इस बैठक में बिहार कांग्रेस पार्टी के नवनियुक्त प्रभारी मोहन प्रकाश और कांग्रेस पार्टी प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह भी शामिल हुए।
इस बैठक में बिहार में कांग्रेस पार्टी को कितनी सीटें चाहिए, इस पर प्रदेश के नेताओं से राय ली गई। बैठक में डा। अशोक कुमार, प्रेमचंद्र मिश्रा समेत दर्जन भर कांग्रेस पार्टी नेताओं ने भाग लिया। इस बैठक में आनें वाले लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर चर्चा की गई।बैठक के बाद मल्लिकार्जुन खरगे ने बोला कि लोक सभा चुनाव संबंधित तैयारियों को लेकर बिहार कांग्रेस पार्टी नेताओं से चर्चा हुई। बिहार में महागठबंधन गवर्नमेंट मजबूती से बिहार के लोगों को आशा के अनुरूप काम कर रही है। हम सामाजिक इन्साफ के प्रति प्रतिबद्ध हैं। बिहार की तरक्की, खुशहाली और अमन-चैन के लिए कांग्रेस पार्टी का एक-एक कार्यकर्ता पूरी मेहनत से प्रत्येक व्यक्ति तक जाने को और बिहार के लोगों की आकांक्षाओं के अनुरूप खरा उतरने को तत्पर है।बता दें कि पिछली दफा लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने राज्य की नौ लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ा था ।उस समय पार्टी का सामंजस्य राजद के साथ था। इस बार भी कांग्रेस पार्टी इण्डिया गठबंधन के घटक दलों के साथ बिहार में सम्मानजनक सीटें चाहती है। बताया जा रहा है कि इण्डिया गठबंधन की अगली बैठक के पूर्व सीटों के बंटवारे का समस्या सुलझा लिया जायेगा।इस बैठक में बिहार के नए कांग्रेस पार्टी प्रभारी मोहन प्रकाश भी शामिल हुए। हाल ही में भक्त चरण दास को हटा कर कांग्रेस पार्टी ने मोहन प्रकाश को प्रदेश प्रभारी बनाया है। पद मिलने के बाद पार्टी नेताओं के साथ यह उनकी पहली बैठक थी।इधर, गैर बीजेपी दलों के इण्डिया गठबंधन में बिहार की चालीस सीटों के बटवारे का मंथन प्रारम्भ हो गया है। घटक दलों के नेताओं की अपने दल की होमवर्क के साथ कई दौर की अनौपचारिक बैठक हो चुकी है। बिहार में जदयू और राजद लीड किरदार में होंगे
बीते दिनों इण्डिया गठबंधन की नई दिल्ली की हुई बैठक में इस बात पर सहमति बनी थी कि सीटों के बटवारे में जिस प्रदेश में क्षेत्रीय दल शक्तिशाली हैं,वहां उनकी अहमियत होगी। बिहार में जदयू के जहां सोलह लोकसभा के सदस्य हैं। वहीं राजद की विधानसभा में 79 विधायक हैं। ऐसी स्थिति में सीटों के बटवारे में जदयू और राजद की बराबर की हिस्सेदारी हो सकती है। बाकी की सीटों में आधा कांग्रेस पार्टी को दी जायेगी और बाकी की सीटें वामदलों के हिस्से में आयेगी। इसी फार्मूले पर इण्डिया के घटक दलों की वार्ता आगे बढ़ी है।