इको-टूरिज्म के विकास की नीति को मिली मंजूरी
चंडीगढ़। मुख्यमंत्री मनोहर लाल की अध्यक्षता में आज यहां हुई मंत्रिमंडल की बैठक में राज्य में इको-टूरिज्म के विकास की नीति को स्वीकृति प्रदान की गई। इस नीति का उद्देश्य राज्य की समृद्ध जैव विविधता, पारिस्थितिकी तंत्र, विरासत स्मारकों और सांस्कृतिक विविधताओं का संरक्षण करना है।
यह नीति हरियाणा को एक प्रमुख इको-टूरिज्म स्थल के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक जरूरी कदम है, जो प्रकृति, संस्कृति और सामुदायिक जुड़ाव से समृद्ध एवं संपन्न है। हरियाणा गवर्नमेंट इको-टूरिज्म नीति के उद्देश्यों को साकार करने के लिए एक्टिव रूप से भाग लेने के लिए हितधारकों, पर्यटकों और प्रकृति प्रेमियों को आमंत्रित करती है।
यह नीति हरियाणा की मौजूदा जैव विविधता, पारिस्थितिकी तंत्र, विरासत स्मारकों, संस्कृति और परंपराओं का संरक्षण करेगी और हरियाणा के जंगल के जैव विविधता और विरासत मूल्यों को बढ़ावा देगी। यह नीति प्रकृति पर्यटन को बढ़ावा देने, क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था को बढ़ाने और स्वदेशी सामग्रियों के स्थायी इस्तेमाल को बढ़ावा देने के अवसर प्रदान करती है और समग्र पर्यावरण-पर्यटन विकास के लिए क्षेत्रीय समुदायों, गैर सरकारी संगठनों, शैक्षणिक संस्थानों, निजी उद्यमों और विभिन्न सरकारी विभागों के बीच योगदान को प्रोत्साहित करती है, जिससे ऐसे समुदायों को आत्मनिर्भर बनने में सहायता मिलेगी।
नीति में हरियाणा के विविध परिदृश्यों के संरक्षण पर बल दिया गया है, जिसमें दो राष्ट्रीय उद्यान, सात वन्यजीव अभयारण्य, दो रामसर स्थल, दो संरक्षण रिजर्व और पांच सामुदायिक रिजर्व और पुरानी अरावली पहाड़ी श्रृंखला, शिवालिक पहाड़ियां, समृद्ध जैव विविधता घने जंगल, जल निकायों और दर्शनीय स्थलों सहित विशिष्ट वन्य जीव आवास पारिस्थितिकी तंत्र शामिल हैं।
इको-टूरिज्म गतिविधियों को सुविधाजनक बनाने के लिए, वन और वन्य जीव विभाग ने पहले से ही राज्य में विभिन्न स्थानों पर सुविधाएं विकसित की हैं।
गौरतलब है कि वन एवं वन्य जीव विभाग ने राज्य में इको-टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए यमुनानगर के चूहड़पुर और बनसंतोर, पंचकूला में थापली, पंचकूला एवं यमुनानगर में नेचर ट्रेल और रेवाड़ी जिले में मसानी में इको-टूरिज्म सुविधाएं विकसित की हैं। लेकिन एक मुनासिब नीति दिशा-निर्देशों के अभाव में पर्यटन गतिविधियों को और अधिक बढ़ावा देने के लिए इको-टूरिज्म पर नीति तैयार करने की जरूरत थी। तदानुसार हरियाणा में इको-टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए नीति बनाई गई है।