लोगों को ‘मोदी की गारंटी’ के बारे में बताएं : पीएम मोदी
नई दिल्ली: पीएम मोदी ने सत्तारूढ़ एनडीए सांसदों के साथ वार्ता में अपनी गवर्नमेंट के कई कल्याणकारी तरीकों पर प्रकाश डाला और उनसे लोगों को यह बताने के लिए बोला कि यह ‘मोदी की गारंटी’ है कि उन्हें इन योजनाओं से फायदा मिलता रहेगा। सूत्रों ने बोला कि उन्होंने 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए सत्तारूढ़ गुट की रणनीति को आकार देने के लिए बीजेपी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के राष्ट्र भर के सांसदों के साथ वार्ता के हिस्से के रूप में सोमवार को गुजरात के सांसदों के साथ एक बैठक में यह टिप्पणी की।
उन्होंने बोला कि पीएम ने जनता के बीच अपनी बात रखने के लिए अन्य अपनी गवर्नमेंट के अन्य कार्यक्रमों में किसानों को 6,000 रुपये का वार्षिक प्रत्यक्ष फायदा हस्तांतरण, आयुष्मान हिंदुस्तान योजना के अनुसार गरीबों के लिए निःशुल्क स्वास्थ्य बीमा और उज्ज्वला योजना के अनुसार गरीब परिवारों को निःशुल्क एलपीजी कनेक्शन का उल्लेख किया। सूत्रों ने कहा कि उन्होंने एनडीए सांसदों से इन जनकल्याणकारी योजनाओं के बारे में लोगों तक पहुंचने और उन्हें बताने को बोला कि ये आगे भी जारी रहेंगे। पीएम ने कहा, यह ‘मोदी की गारंटी’ है।
एनडीए सांसदों के साथ अपनी वार्ता जारी रखते हुए, पीएम ने मंगलवार को दो भिन्न-भिन्न बैठकों में राजस्थान और गोवा और महाराष्ट्र के सांसदों को संबोधित किया। उन्होंने इन सांसदों से बोला कि महाराष्ट्र में तीनों पार्टियों को एक साथ काम करना होगा। विपक्षी दलों का गठबंधन ‘INDIA’ कुछ नहीं है, यह केवल यूपीए का बदला हुआ नाम है। हमें साथ मिलकर जनता की भलाई के लिए काम करना होगा। बीजेपी ने सत्तारूढ़ गठबंधन के सांसदों को क्षेत्रवार 11 समूहों में विभाजित किया है और प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी उन सभी को संबोधित करने वाले हैं। मंगलवार की बैठकों के साथ उन्होंने अब तक एनडीए सांसदों के 10 समूहों से वार्ता कर ली है।
पीएम मोदी ने राजस्थान के सांसदों से बोला कि आनें वाले राजस्थान विधानसभा के चुनाव काफी अहम होने वाले हैं। केवल राजस्थान के विकास के लिए ही नहीं, बल्कि राष्ट्र के विकास के लिए हमें राजस्थान में जीत दर्ज करनी होगी। प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने बोला कि गवर्नमेंट की योजनाओं को जनता तक पहुंचाना होगा। इससे पहले पीएम मोदी ने बीते बुधवार को एनडीए सांसदों के साथ अहम बैठक की थी। ये सांसद तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक, केरल, पुडुचेरी, अंडमान-निकोबार द्वीप समूह और लक्षद्वीप से थे। पीएम मोदी ने 31 जुलाई को पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, झारखंड और ओडिशा के बीजेपी और एनडीए सांसदों की बैठक की अध्यक्षता की थी।