रेल मंत्री को पीएम मोदी ने दिया टारगेट, वंदे भारत ट्रेन के बाद अब आएगी वंदे मेट्रो

रेल मंत्री को पीएम मोदी ने दिया टारगेट, वंदे भारत ट्रेन के बाद अब आएगी वंदे मेट्रो
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शनिवार को बोला कि पीएम मोदी ने रेल मंत्रालय से वंदे हिंदुस्तान ट्रेनों की तरह, “वंदे मेट्रो” लाने के लिए बोला है. “वंदे मेट्रो” पास के दो बड़े स्टेशनों के बीच चलने वाली ट्रेन की अवधारणा की तरह है. पत्रकारों से बात करते हुए रेल मंत्री ने यह भी बोला कि भारतीय रेलवे ने पिछले वर्ष खाद्यान्न, उर्वरक और कई अन्य चीजों के परिवहन में 59,000 करोड़ रुपये की सब्सिडी दी है जो प्रत्येक यात्री के लिए 55 फीसदी रियायत के बराबर है. 

100 KM के भीतर दो शहरों के बीच चलेंगी

अश्विनी वैष्णव ने कहा, “माननीय पीएम ने इस साल लक्ष्य दिया है. वंदे हिंदुस्तान ट्रेन की कामयाबी के बाद, (उन्होंने) एक नयी विश्व स्तरीय क्षेत्रीय ट्रेन विकसित करने के लिए कहा, जो वंदे मेट्रो होगी.” “वंदे मेट्रो” के कॉन्सेप्ट के बारे में बताते हुए उन्होंने बोला कि ट्रेनों को दो शहरों के बीच हाई फ्रिक्वेंसी के साथ चलाया जाएगा जो प्रत्येक 100 किलोमीटर से कम के करीब हैं. 

हाइड्रोजन ट्रेन और बुलेट ट्रेन पर कही ये बात
बता दें कि इससे पहले शुक्रवार को जब रेल मंत्री इण्डिया टीवी के संवाद बजट कार्यक्रम में शामिल हुए थे, उस दौरान उन्होंने बताया था कि हिंदुस्तान की पहली हाइड्रोजन ट्रेन का प्रोटोटाइप इस वर्ष दिसंबर में राष्ट्र की पटरियों पर दौड़ेगा और हिंदुस्तान की पहली बुलेट ट्रेन अगस्त 2026 में चलाने का टारगेट है. रेल मंत्री ने बोला था कि पीएम मोदी ने 2017 में वंदे हिंदुस्तान का कॉन्सेप्ट दिया था, यह 2019 में बनी, और दो वर्ष तक कई लाख किलोमीटर से अधिक चलाकर इसकी टेस्टिंग की गई, और अब प्रैक्टिकली हर 8 से 10 दिन में एक वंदे हिंदुस्तान ट्रेन बनाई जा रही है. हमारा लक्ष्य हर सप्ताह दो से तीन वंदे हिंदुस्तान ट्रेनों का निर्माण करना है.