PM मोदी ने पूर्व PM अटल का नाम लेकर कांग्रेस को OBC आरक्षण पर घेरा
PM Narendra Modi Exclusive Interview: पीएम मोदी ने नेटवर्क18 के ग्रुप एडिटर इन चीफ राहुल जोशी को दिए गए एक एक्सक्लूसिव साक्षात्कार में कई मुद्दों पर खुलकर वार्ता की। इस दौरान उन्होंने संस्थाओं में ओबीसी के अगुवाई के बारे में बात की। दरअसल विपक्ष संस्थानों में ओबीसी की भागीदारी, ओबीसी जजों की नियुक्ति न होने या मीडिया में ओबीसी के अगुवाई के बारे में प्रश्न उठाता रहा है। इस प्रश्न पर प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने खुलकर उत्तर दिया।
राहुल जोशी: वे (विपक्ष) संस्थानों में OBC की भागीदारी, ओबीसी जजों की नियुक्ति न होने या मीडिया में ओबीसी के अगुवाई के बारे में बात करते हैं। आप इसे कैसे देखते हैं?
पीएम मोदी: अब आप बताइए, जब हम 2014 में सत्ता में आए थे तो क्या हमने कोई ऐसी नीति बनाई थी जो किसी को रोक सके? ये उनके पाप हैं। ये उनके (कांग्रेस) पाप हैं जिनकी मूल्य राष्ट्र चुका रहा है। यदि उन्होंने ठीक अर्थ में धर्मनिरपेक्षता का पालन किया होता, ठीक अर्थ में सामाजिक इन्साफ किया होता, वोट बैंक की राजनीति नहीं की होती तो आज उन्हें फर्जी कागजात लेकर नहीं घूमना पड़ता।
पीएम मोदी ने कहा, ”मेरा मानना है कि मैं पिछले 10 वर्षों से जो कुछ भी कर रहा हूं, उसके रिज़ल्ट ऐसे होंगे कि जो भी प्रश्न पूछे जाएंगे, हम अपने कार्यों के आधार पर उनका उत्तर दे पाएंगे। हम सबको इन्साफ देंगे। हमारे राष्ट्र को पहला आदिवासी राष्ट्रपति कैसे मिला? हमारे विचार के माध्यम से।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा, ”हमें हिंदुस्तान का राष्ट्रपति बनाने के तीन मौके मिले। एक बार अटल जी के समय में, दो बार मेरे कार्यकाल में। हमने पहली बार किसे चुना? सबसे पहले, हमने अल्पसंख्यक समुदाय के एक सदस्य अब्दुल कलाम को राष्ट्रपति बनाया। फिर मैंने एक दलित (रामनाथ कोविंद) को, फिर एक आदिवासी स्त्री (द्रौपदी मुर्मू) को राष्ट्रपति बनाया। हमारे कार्य हमारे विचारों को दर्शाते हैं।”