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शराब घोटाला मामले में ईडी के समन पर दिल्ली के सीएम और आप नेता अरविंद केजरीवाल ने कहा…

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नई दिल्ली. शराब भ्रष्टाचार मुद्दे में प्रवर्तन निदेशालय के समन पर दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप नेता अरविंद केजरीवाल ने कहा, “सच्चाई यह है कि कोई करप्शन नहीं हुआ था. भाजपा मुझे अरैस्ट करना चाहती है. मेरी सबसे बड़ी संपत्ति मेरी ईमानदारी है और वे इसमें सेंध लगाना चाहते हैं. मेरे वकीलों ने कहा है मेरा बोलना है कि मुझे भेजे गए समन अवैध हैं. भाजपा का मकसद मेरी जांच करना नहीं है, बल्कि मुझे लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार नहीं करने देना है. वे जांच के बहाने मुझे बुलाना और फिर अरैस्ट करना चाहते हैं.

दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा, पिछले 2 वर्ष से भाजपा की सारी एजेंसी शराब घोटाले में कई छापेमारी की और कई गिरफ्तारी की. लेकिन अभी तक एक भी पैसे का हेरफेर नहीं मिला.ऐसे फर्जी मुकदमा में कई AAP नेताओं को इन्होंने कारावास में रखा हुआ है.अब भाजपा मुझे अरैस्ट करना चाहती है फर्जी समन भेजकर ये लोग मुझे बदनाम करना चाहते हैं.इन्होंने मुझे समन भेजा हुआ है और मेरे वकीलों ने कहा कि वो समन गैर कानूनी है.कानूनी रूप से ठीक समन आएगा तो मैं पूरा योगदान करूंगा. भाजपा का मकसद मुझे लोकसभा चुनाव में प्रचार करने से रोकना है.

आपको बता दे की शराब नीति पर पूछताछ के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को बुलाया था, हालांकि मुख्यमंत्री केजरीवाल बुधवार 3 जनवरी को प्रवर्तन निदेशालय के समक्ष पेश नहीं होंगे. मुख्यमंत्री ने इस मुद्दे में प्रवर्तन निदेशालय को अपना उत्तर भेजा है.

आम आदमी पार्टी (आप) के मुताबिक, अरविंद केजरीवाल, प्रवर्तन निदेशालय के साथ जांच में योगदान करने के लिए तैयार हैं, लेकिन इसके साथ ही ‘आप’ का बोलना है कि प्रवर्तन निदेशालय द्वारा भेजा गया नोटिस गैर कानूनी है.

आम आदमी पार्टी का बोलना है कि प्रवर्तन निदेशालय यह नहीं बता रही है कि वह अरविंद केजरीवाल को किस हैसियत से बुला रही हैं. न तो केजरीवाल इस मुद्दे में गवाह हैं और न ही वे अभियुक्त हैं, प्रवर्तन निदेशालय ने यह अब तक साफ नहीं किया है.

इसके साथ ही नोटिस की टाइमिंग पर भी प्रश्न है. पार्टी ने इस विषय पर आधिकारिक बयान में बोला कि लोकसभा चुनाव से ठीक पहले जब सारे दल और केंद्र गवर्नमेंट स्वयं लोकसभा चुनाव की तैयारी कर रही है, तब चुनाव के प्रचार से पहले सीएम अरविंद केजरीवाल को अरैस्ट करने की षड्यंत्र की जा रही है. ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि केजरीवाल लोकसभा चुनाव में प्रचार न कर सकें और उनको कारावास में बंद कर दिया जाए.

आप का बोलना है कि पिछले डेढ़ वर्ष से इस मुद्दे की जांच चल रही है. जब चार्जशीट दाखिल हो चुकी है, चार्जशीट के बाद इस स्टेज पर अरविंद केजरीवाल को क्यों बुलाया जा रहा है.

पार्टी का बोलना है कि यह अरविंद केजरीवाल को अरैस्ट करने की षड्यंत्र है. उन्हें चुनाव प्रचार से रोकने की प्रयास है.

गौरतलब है कि दिल्ली एक्साइज पॉलिसी के मुद्दे में प्रवर्तन निदेशालय ने केजरीवाल को तीसरा नोटिस जारी किया था. प्रवर्तन निदेशालय नोटिस के अनुसार मुख्यमंत्री केजरीवाल को 3 जनवरी को पेश होना था. इस नोटिस से पहले भी प्रवर्तन निदेशालय दिल्ली के सीएम को दो और नोटिस भेज चुकी है.

ईडी के नोटिस पर केजरीवाल ने लिखित उत्तर भेजा था जिसमें उन्होंने समन को को अवैध और राजनीति से प्रेरित कहा और पूछताछ में शामिल नहीं हुए थे. प्रवर्तन निदेशालय ने पहला समन दो नवंबर और फिर 21 दिसंबर 2023 को दिल्ली के सीएम को भेजा था. तीसरा समन बुधवार 3 जनवरी को पेश होने के लिए भेजा गया था. वहीं मुख्यमंत्री की ओर से साफ कर दिया गया है कि वह अभी प्रवर्तन निदेशालय के समक्ष पेश नहीं होंगे.

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