पटना: बिहार (Bihar Political Crisis) में फिर एक बार सत्ता बदलाव की सरगर्मी चल रही है। यदि ऐसा होता है तो नीतीश कुमार (Nitish Kumar) 9 वीं बार प्रदेश के मुख्यमंत्री बन जाएंगे। इसके साथ ही सबसे अधिक बार सीएम बनने का रिकॉर्ड भी उनके नाम हो जाएगा। जानकारी के लिए बता दें कि बीते 23 वर्ष में बिहार में पांच बार विधानसभा चुनाव हुए हो, लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 8 वीं बार सीएम पद की शपथ ले चुके है। इस बार नीतीश कुमार एक बार फिर एनडीए का हिस्सा होंगे। तो आइए जानते है कि आज तक किस आदमी ने सबसे अधिक बार मुख्यमंत्री पद की कुर्सी संभाली।
23 वर्ष में 8 बार बने बिहार के सीएम
बात करें नीतीश कुमार की तो, वे 23 वर्ष में कई बार भाजपा से दूरियां बना चुके है और कई बार एनडीए का हिस्सा बने है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अटल बिहारी वाजपेयी, लालकृष्ण आडवाणी और मोदी-शाह की बीजेपी में काम कर चुके हैं। उन्होंने कई बार अपने सहयोगियों को अपने निर्णय से चौंका दिया है। आज तक कोई भी पार्टी उनके मन की बात जान नहीं पाई है। बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में नीतीश कुमार ने वर्ष 2000 में पहली बार शपथ ली थी। वे बीजेपी के समर्थन से ही बिहार के सीएम बने थे। लेकिन उन्हें सात दिन के भीतर ही उन्हें त्याग-पत्र देना पड़ गया था।
वहीं, 2005 के विधानसभा चुनाव में एनडीए में रहते हुए ही वह बीजेपी के समर्थन के साथ दूसरी बार सीएम बने। जबकि वर्ष 2010 में भी दोबारा नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बन गए। इस दौरान एनडीए को 206 सीटें मिलीं थी, जिनमें जेडीयू के 115 उम्मीदवार जीत गए थे। नीतीश कुमार वर्ष 2015 में महागठबंधन की और से सीएम बने थे, लेकिन जब तेजस्वी यादव पर करप्शन के इल्जाम हुए, तब उन्होंने एक बहार फिर अपना पाला बदल लिया। और फिर से एनडीए के साथ जुड़ गए और फिर से बिहार के सीएम बने। जब वर्ष 2020 में फिर एक बार एनडीए का हिस्सा रहते हुए चुनाव लड़ा और जीत गए और राज्य के मुख्यमंत्री बने। लेकिन उन्होंने वर्ष 2022 में त्याग-पत्र दे दिया और महागठबंधन की और से मुख्यमंत्री बने। अब एक बार फिर नीतीश कुमार अपना पाला बदल सकते है।
पांच बार मुख्यमंत्री बने नवीन पटनायक
नितीश कुमार के बाद सबसे अधिक मुख्यमंत्री बनने वाले आदमी है नवीन पटनायक। कभी उड़िया भाषा ठीक से नहीं बोल पाने वाले नेता पिछले 23 वर्ष से ओडिशा में गवर्नमेंट चला रहे है। वर्ष 1997 में अपने पिता और ओडिशा के पूर्व सीएम बीजू पटनायक के मृत्यु के बाद पार्टी की कमान संभाली। तब से अब तक उनका सेवा कार्य जारी है। बीजू पटनायक के बेटे के रूप में अपना सियासी करियर प्रारम्भ करने वाले नवीन पटनायक आज स्वतंत्र, दमदार एवं लोकप्रिय नेता के तौर पर जाने जाते हैं। वे वर्ष 2000 में ओडिशा विधानसभा जीते और पहली बार मुख्यमंत्री बने। उसके बाद आज तक कुल पांच बार मुख्यमंत्री बन चुके है।
चार बार यूपी की कमान संभाल चुकी है मायावती
उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती भी चार बार यूपी की कमान संभाल चुकी है। वह वर्ष 1995 में पहली बार सीएम बनी थीं। लेकिन इस दौरान मायावती महज 5 महीने ही इस पद पर रह पाई थीं। वहीं, मायावती दूसरी बार 1997 में सीएम बनीं थी। इस बार वह 21 मार्च 1997 से 20 सितंबर 1997 तक रहीं थी। हालांकि, मायावती ने तीसरी बार 2002 में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। वह इस बार 3 मई 2002 से 26 अगस्त 2003 तक सीएम रहीं थी। जबकि, वर्ष 2007 में पहली बार बीएसपी की पूर्ण बहुमत की गवर्नमेंट बनी थी और मायावती ने 13 मई 2007 को चौथी बार यूपी की सीएम के रूप में शपथ ली थी।
शिवराज सिंह चौहान ने चार बार बने सीएम
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सबसे लंबे समय तक सीएम पद संभालने वाले नेता है। वह वर्ष 2005 को पहली बार मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बने थे। वहीं, वर्ष 2008 में उन्होंने दूसरी बार मुख्यमंत्री के रूप में कार्यभार संभाला था। जबकि, वर्ष 2013 में उन्हें तीसरी बार एमपी की कमान सौंपी गई थी। जबकि 2018 के विधानसभा चुनाव में मध्य प्रदेश में किसी को पूर्ण बहुमत नहीं मिला था। तब कांग्रेस पार्टी ने सपा, बीएसपी और निर्दलीयों के योगदान से गवर्नमेंट बनाई जो कि 2020 में ज्योतिरादित्य सिंधिया और कुछ विधायकों के बगावत के बाद गिर गई और फिर एक बार 23 मार्च 2020 को शिवराज सिंह चौहान ने चौथी बार मध्य प्रदेश के सीएम बने थे।