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पश्चिम एशिया के घटनाक्रम से उभर रही नई चुनौतियां : मोदी

नई दिल्ली : पीएम मोदी ने हमास और इजराइल के बीच जारी संघर्ष में आम नागरिकों के मारे जाने की कड़े शब्दों में आलोचना करते हुए शुक्रवार को बोला कि पश्चिम एशिया के घटनाक्रम से नयी चुनौतियां उभर रही हैं और अब समय आ गया है कि ‘ग्लोबल साउथ’ के राष्ट्रों को पूरी दुनिया के व्यापक भलाई में मिल कर आवाज उठानी चाहिए पीएम मोदी ने हिंदुस्तान द्वारा आयोजित दूसरे ‘वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट’ को वर्चुअली संबोधित करते हुए बोला कि हिंदुस्तान ने पश्चिम एशिया में हालात से निपटने के लिए बातचीत, कूटनीति तथा धैर्य बरतने पर बल दिया है

जी-20 की उपलब्धियों के बारे में दी जानकारी

इसके साथ ही पीएम मोदी ने सम्मेलन में शामिल हुए नेताओं को हिंदुस्तान की अध्यक्षता में आयोजित जी20 की उपलब्धियों के बारे में जानकारी दी, जिसमें अहम बल ‘ग्लोबल साउथ’ अथवा विकासशील राष्ट्रों के सामने पेश आने वाली चुनौतियों से निपटने में रहा उन्होंने बोला कि अंतरराष्ट्रीय समृद्धि के लिए सबका साथ, सबका विकास महत्वपूर्ण है, लेकिन हम सब देख रहे हैं कि पश्चिम एशिया के घटनाक्रम से नयी चुनौतियां पैदा हो रही हैं

इजराइल पर आतंकवादी हमले की हिंदुस्तान ने की निंदा

प्रधानमंत्री मोदी ने आगे बोला कि हिंदुस्तान ने सात अक्टूबर को इजराइल पर हुए भयावह आतंकी हमले में आलोचना की है धैर्य के साथ ही हमने वार्ता और कूटनीति पर बल दिया है हम हमास और इजराइल के बीच जारी संघर्ष में आम नागरिकों के मारे जाने की कड़े शब्दों में आलोचना करते हैं पीएम मोदी ने पिछले महीने फलस्तीनी प्राधिकरण के राष्ट्रपति महमूद अब्बास के साथ टेलीफोन पर हुई वार्ता का भी जिक्र किया

भारत ने फलस्तीनियों के लिए भेजी मानवीय सहायता

उन्होंने बोला कि राष्ट्रपति महमूद अब्बास से वार्ता के बाद हमने फलस्तीन के लोगों के लिए मानवीय सहायता भेजी अब समय आ गया है कि ‘ग्लोबल साउथ’ के राष्ट्रों को पूरी दुनिया के व्यापक भलाई में मिल कर आवाज उठानी चाहिए पीएम ने शिखर सम्मेलन में पांच ‘सी’ (परामर्श, संचार, सहयोग, रचनात्मकता और क्षमता निर्माण) के ढांचे के अनुसार योगदान की अपील की उन्होंने बोला कि एक पृथ्वी, एक कुटुंब और एक भविष्य के लिए चलिए हम पांच ‘सी’ के साथ आगे बढ़ें ‘एक पृथ्वी, एक कुटुंब और एक भविष्य’ इस साल हिंदुस्तान की अध्यक्षता में आयोजित जी20 का थीम था

वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ सर्वश्रेष्ठ मंच

प्रधानमंत्री मोदी ने ‘वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ’ को 21वीं सदी की बदलती दुनिया को प्रतिबिम्बित करने वाला सर्वश्रेष्ठ मंच करार दिया उन्होंने बोला कि हमारी अहमियत अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जी20 को समावेशी और मानव-केन्द्रित बनाना थी हमारा कोशिश था कि जी20 का लक्ष्य लोगों का, लोगों के द्वारा और लोगों के लिए विकास हो उन्होंने बोला कि इसी उद्देश्य के साथ हमने इस साल जनवरी में पहली बार ‘वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट’ का आयोजन किया हिंदुस्तान के विभिन्न राज्यों में जी20 संबंधित 200 से अधिक बैठकें हुईं, जिसमें हमने ग्लोबल साउथ की प्राथमिकताओं को तरजीह दी

जी20 में अफ्रीकी संघ शामिल

‘ग्लोबल साउथ’ से तात्पर्य उन राष्ट्रों से है, जिन्हें अक्सर विकासशील, कम विकसित अथवा अविकसित के रूप में जाना जाता है, ये मुख्य रूप से अफ्रीका, एशिया और लातिन अमेरिका में स्थित हैं पीएम ने जी20 में अफ्रीकी संघ के शामिल होने का जिक्र भी किया उन्होंने बोला कि मैं उस ऐतिहासिक क्षण को नहीं भूल सकता जब हिंदुस्तान के प्रयासों से अफ्रीकी संघ को स्थायी सदस्य के रूप में शामिल किया गया था

ग्लोबल साउथ और नॉर्थ के बीच न बढ़े दूरी

उन्होंने जी20 में लिए गए जरूरी निर्णयों की चर्चा करते हुए बोला कि इस बार जी20 राष्ट्रों ने जलवायु बदलाव से निपटने के लिए धन देने पर जरूरी गंभीरता दिखाई है इसके साथ ही, जी20 में ‘ग्लोबल साउथ’ के राष्ट्रों को जलवायु बदलाव पर सरल शर्तों पर वित्त और प्रौद्योगिकी प्रदान करने की सहमति बनी पीएम ने बोला कि हिंदुस्तान का मानना है कि नयी तकनीक से ‘ग्लोबल साउथ’ और ‘नॉर्थ’ के बीच दूरियां नहीं बढ़नी चाहिए आज कृत्रिम मेधा के युग में तकनीक का जिम्मेदाराना ढंग से इस्तेमाल करने की बहुत आवश्यकता है

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