पटना: बिहार में बीते तीन दिनों से जारी राजनीतिक ड्रामेबाजी रविवार को खत्म हो गई और बीजेपी के साथ मिलकर नीतीश कुमार ने 9वीं बार नए मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ग्रहण की। उनके शपथ लेते ही RJD ने हमलावर हो गई। इस दौरान जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने राम की शरण में विभीषण के आने का उदाहरण दिया और कहा कि नीतीश को RJD के साथ सम्मान नहीं मिल रहा था।
सूत्रों के मुताबिक उत्तर प्रदेश के हाथरस में नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने को लेकर जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने कहा है कि जो कुछ भी हो रहा है अच्छा है। राजनीति में ये सब होता रहा है। नीतीश कुमार को वहां सम्मान भी नहीं दिया जा रहा था। जब रावण का भाई विभीषण राम के शरण में आ सकता है तो नीतीश कुमार के आने में क्या अंतर पड़ता है।
नीतीश कुमार कैबिनेट की आज पहली बैठक: इधर, नीतीश कुमार के NDA गठबंधन में शामिल होने के बाद आज यानी सोमवार को कैबिनेट की पहली बैठक होने वाली है। नीतीश कुमार की नयी कैबिनेट की पहली बैठक मंत्रिमंडल कक्ष में सुबह साढ़े 11 बजे हुई। बिहार विधानसभा का सत्र 5 फरवरी से प्रारम्भ होने वाला है। इससे पहले नीतीश मंत्रिमंडल का विस्तार किए जाने का अनुमान है।
नीतीश कुमार के साथ 8 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ग्रहण की। अभी सभी विभाग मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास ही रहेंगे। नीतीश मंत्रिमंडल का पूर्ण विस्तार होने के उपरांत ही मंत्रियों के विभागों का बंटवारा किए जाने का अनुमान भी लगाया जा रहा है। 9वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री बनने पर नीतीश कुमार ने कहा है कि मुक्ति मिल गई, जहां थे वहीं आ गए। सोमवार को कैबिनेट की पहली बैठक होगी। साथ ही साथ उन्होंने प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी को शुभकामना भी दी।
कैप्टन ने INDIA गठबंधन छोड़ दिया- आचार्य प्रमोद कृष्णम: विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ में संयोजक की दौड़ में नीतीश कुमार आगे थे। उन्होंने कांग्रेस पार्टी से लेकर अधिकांश पार्टियों को एकसाथ लाने का कार्य किया था, लेकिन उन्हें संयोजक नहीं बनाया गया। ये बात नीतीश कुमार को नागवार गुजर गई है। हालांकि उन्होंने कई दफा ये कहा था कि उन्हें किसी पद की लालसा नहीं है। अब वे NDA के साथ हैं। नीतीश कुमार के NDA में जाने पर कांग्रेस पार्टी नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा है कि कैप्टन ने गठबंधन छोड़ दिया है। यह हमारे लिए बहुत दुखद है।