राजौरी में सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने दो आतंकी को गिराया मार, जबकि…
राजौरी। जम्मू और कश्मीर (Jammu Kashmir) के राजौरी (Rajouri) में सुरक्षाबलों (Security forces) और आतंकियों (Terrorists) के बीच पिछले 28 घंटे से मुठभेड़ जारी है। सुरक्षाबलों ने गुरुवार को दो आतंकवादियों को मार गिराया, जबकि एक और जवान शहीद हो गया। मुठभेड़ में अब तक पांच जवान शहीद हो चुके हैं।
धर्मसाल के बाजीमाल क्षेत्र में रात भर के विराम के बाद आज सुबह गोलीबारी फिर से प्रारम्भ हो गई। रात भर में अतिरिक्त सुरक्षा बलों की सहायता से क्षेत्र की घेराबंदी कर दी गई ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि आतंकवादी घने जंगली क्षेत्र की ओर न भाग सकें। इस दौरान मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने दो आतंकियों को मार गिराया।
कश्मीर में आतंकवाद को फैलाने का मिशन
डिफेंस PRO के अनुसार मारे गए आतंकियों में से एक की पहचान क्वारी के रूप में हुई है, जो पाक का रहने वाला था। उसे पाक और अफगान मोर्चे पर प्रशिक्षित किया गया था। हालांकि, दूसरे आतंकवादी की पहचान अभी तक नहीं हुई है। क्वारी लश्कर-ए-तैयबा का एक उच्च रैंक का आतंकवादी था और पिछले एक वर्ष से अपने समूह के साथ राजौरी-पुंछ क्षेत्र में एक्टिव था। उसे मारा गया आतंकवादी डांगरी और कंडी हमलों का मुख्य साजिशकर्ता माना जाता है। क्वारी को क्षेत्र में आतंकवादी गतिविधियों को फिर से प्रारम्भ करने के लिए भेजा गया था और वह ‘इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस’ (आईईडी) बनाने में माहिर था। इस वर्ष जनवरी में डांगरी में हुए हमले में सात लोग मारे गए थे।
बुधवार को चार जवान शहीद
गौरतलब है कि बुधवार (22 नवंबर) को एनकाउंटर में विशेष बलों के दो कैप्टन समेत चार सैन्यकर्मी शहीद हो गये थे और दो अन्य घायल हो गए। जान गंवाने वालों में कैप्टन एमवी प्रांजल, कैप्टन शुभम गुप्ता, हवलदार अब्दुल माजिद, एल/एनके संजय बिष्ट और पैराट्रूपर सचिन लौर शामिल थे। कैप्टन एमवी प्रांजिल का मृतशरीर आज शाम बेंगलुरु भेजा जाएगा। वहीं, चौथे जवान की अब तक पहचान नहीं हो सकी है।