नूंह में हुई हिंसा के बाद हरियाणा में हाई अलर्ट जारी ,आग की ऊंची उठती लपटों पर काबू पान मुस्किल
Gurugram Violence Latest Update: नूंह अत्याचार (Nuh Violence) के बाद पूरे हरियाणा में तनाव की स्थिति बनी हुई है और राज्य के 9 जिलों में आज भी धारा 144 लागू है। सुरक्षा के मद्देनजर बड़ी संख्या में जवानों की तैनाती की गई है और अत्याचार में शामिल विद्रोहियों की तलाश में लगातार छापेमारी की जा रही है। इस बीच अत्याचार की आग आईटी सिटी गुरुग्राम पहुंच गई है और विद्रोहियों ने मंगलवार शाम को कई दुकानों के अतिरिक्त रेस्टोरेंट को आग (Fire in Gurugram) के हवाले कर दिया। गुरुग्राम के अतिरिक्त पलवल और रेवाड़ी में भी तोड़फोड़ और आगजनी की गई है, जिसके बाद सुरक्षा प्रबंध और पुख्ता करने के निर्देश दिए गए हैं। हरियाणा गवर्नमेंट ने इसे सोची-समझी षड्यंत्र का हिस्सा कहा है।
गुरुग्राम में आगजनी, माहौल बिगाड़ने की साजिश
हरियाणा में अत्याचार की आग अभी भी बुझी नहीं है और नूंह में सोमवार को प्रारम्भ हुआ हंगामा का असर मंगलवार को गुरुग्राम में देखने को मिला। गुरुग्राम के सेक्टर 70 में विद्रोहियों ने कबाड़ के गोदाम में आग लगा दी। आग की ऊंची उठती लपटों पर काबू पाने में फायर ब्रिगेड को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। ये हाल तब है, जबकि शहर में धारा 144 लगी है।
गुरुग्राम के सेक्टर 70 ही नहीं, बल्कि बादशाहपुर और पटौदी चौक पर भी हंगामा हुआ। भीड़ ने कई दुकानों में तोड़फोड़ की और आग लगाकर मौके से फरार हो गए। नूंह में भड़की अत्याचार के बाद जब पूरा हरियाणा अलर्ट पर है तो साइबर सिटी में इस तरह का विद्रोह होना पुलिस के दावों की पोल खोलने के लिए काफी है।
अमित शाह ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से की बात
नूंह में हुई अत्याचार के बाद हरियाणा में हाई अलर्ट है और पुलिस लगातार विद्रोहियों की तलाश में जुटी है। इस बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर (Manohar Lal Khattar) से बात की है। सूत्रों के अनुसार, अमित शाह ने टेलीफोन पर मुख्यमंत्री खट्टर से बात की है और हरियाणा में हुई अत्याचार के ताजा हालात की ली जानकारी है।
रेवाड़ी में भी हिंसक भीड़ ने मचाया उत्पाद
गुरुग्राम की तरह ही रेवाड़ी में भी हिंसक भीड़ ने उत्पाद (Rewari Violence) मचाया। विद्रोहियों ने यहां दुकान और रेस्टोरेंट में जमकर तोड़फोड़ की। रेस्टोरेंट पर जब धावा हुआ, तब वहां कुछ महिलाएं भी उपस्थित थीं जिन्होंने अंदर छिपकर अपनी जान बचाई।
पलवल में भी आगजनी की घटना आई सामने
हरियाणा में तनाव बना हुआ है और इस पर कंट्रोल करने की कवायद भी जारी है। लेकिन, इस बीच, पलवल से जो तस्वीर सामने आई वो भी दंग करने वाली है। होडल में दंगाइयों ने सामान से भरे 4 ट्रक में आग लगा दी और गाड़ियों में भरा हुआ सामान जलकर राख हो गया। पलवल की ही परशुराम कॉलोनी में झुग्गियों को आग के हवाले कर दिया गया।
पुलिस लगातार कर रही है फ्लैग मार्च
हिंसा अधिक ना भड़के और हालात काबू में किए जा सकें, इसके लिए पुलिस लगातार दावे कर रही है। फ्लैग मार्च भी किया जा रहा है और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील भी पुलिस के अफसरों ने की है। नूंह के प्रभारी एसपी नरेंद्र बिजरानिया ने कहा कि वीडियो फुटेज के आधार पर आरोपियों को डिटेन कर रहे हैं और जो भी गुनेहगार होगा उसके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई होगी।
प्लानिंग के अनुसार किया गया सबकुछ
दावे कई किए जा रहे हैं, लेकिन नूंह में जिस तरह अत्याचार भड़की उससे ये साफ हो रहा है कि सबकुछ प्लानिंग के अनुसार किया गया। ऐसे में प्रश्न गवर्नमेंट और सिस्टम दोनों पर उठ रहे हैं। अत्याचार में शामिल दंगाईयों की पहचान के लिए पुलिस वीडियो फुटेज का सहारा ले रही है। नूंह में कई स्थान छापेमारी की गई और आरोपियों को हिरासत में भी लिया गया।पुलिस का एक्शन देर से ही सही, लेकिन प्रारम्भ हुआ है और कई लोगों को डिटेन किया गया है।
इन जिलों में अब भी धारा 144 लागू
एक्शन हो तो रहा है मगर टेंशन अभी भी कायम है। इसीलिए नूंह, पलवल, सोनीपत, फरीदाबाद और रेवाड़ी में धारा 144 लगाई गई है। यहां इंटरनेट सर्विस भी बंद है। गुरुग्राम के ज्यादातर हिस्सों में भी इंटरनेट बंद है। नूंह में भड़की अत्याचार के विरुद्ध VHP ने आज पूरे राष्ट्र में प्रदर्शन का घोषणा किया है। VHP ने अत्याचार की जांच NIA से कराने की मांग की है। वीएचपी महासचिव सुरेंद्र जैन ने बोला कि जिला स्तर पर प्रदर्शन है। NIA की जांच हो और दोषियों को ऐसी सजा मिलनी चाहिए जो लोग याद रखें।
सरकार भी नहीं कर रही षड्यंत्र से इनकार
हरियाणा में अत्याचार को लेकर कई प्रश्न उठ रहे हैं और अब गवर्नमेंट भी षड्यंत्र से इनकार नहीं कर रही। हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर (Manohar Lal Khattar) ने कहा, ‘कुछ लोगों ने एक षडयंत्र रचकर यात्रा पर आक्रमण करना प्रारम्भ किया। आक्रमण ना सिर्फ़ यात्रा पर, बल्कि पुलिस पर भी किया गया। जिसके बाद यात्रा को भी भंग किया गया। बहुत स्थान आगजनी हुई गाड़ियां जलाईं। यह बड़े षड्यंत्र का हिस्सा लगता है।’ गवर्नमेंट के मुखिया स्वयं ही षड्यंत्र की बात मान रहे हैं। अब प्रश्न यही है कि आखिर षड्यंत्र का अंदाजा सिस्टम को क्यों नहीं लगा। आखिर क्यों भीड़ जमा होने दी गई? आखिर ढिलाई क्यों बरती गई?