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राजस्थान में भारी बारिश से बाढ़ जैसे हालात हुए पैदा

Weather Updates: राजस्थान में भारी बारिश से बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं. जयपुर से मिले समाचारों के मुताबिक राजस्थान के पूर्वी हिस्सों के कई इलाकों में पिछले 3 दिनों में हुई मूसलधार बारिश के कारण बाढ़ जैसी स्थिति के चलते सामान्य जनजीवन प्रभावित रहा. दूसरी ओर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में रुक-रुककर वर्षा हो रही है.

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राजस्थान के कई जिलों में भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित :  सीएम भजनलाल शर्मा ने दौसा, करौली और भरतपुर जिलों में बारिश से प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया और जयपुर में ऑफिसरों के साथ समीक्षा बैठक की. प्रभावित जिलों में मंगलवार को विद्यालय बंद रहे, एसडीआरएफ और जिला प्रशासन की टीम पानी निकालने और जलभराव वाले इलाकों में लोगों को सहायता पहुंचाने में जुटी रहीं. राज्य के विभिन्न हिस्सों में पिछले 2 दिनों में बारिशजनित हादसों में 22 लोगों की मृत्यु हो चुकी है. सीकर के धोद क्षेत्र में एक जर्जर मकान ढह गया. हालांकि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ.

आपदा राहत विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) के जवान जलभराव वाले इलाकों में लोगों को सहायता पहुंचाने में लगे हुए हैं. उन्होंने कहा कि बाढ़ जैसी स्थिति वाले करौली जिले और हिंडौन कस्बे में स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है. अधिकारी ने कहा कि मंगलवार को राज्य में कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली है.

कैबिनेट मंत्री पद से त्याग-पत्र देने वाले किरोड़ी लाल मीणा ने दौसा में जायजा लिया और ऑफिसरों के साथ बैठक की. मीणा ने लोकसभा चुनाव में कुछ लोकसभा सीटों पर खराब प्रदर्शन के कारण कृषि एवं आपदा राहत मंत्री पद से त्याग-पत्र दे दिया था लेकिन त्याग-पत्र स्वीकार नहीं किया गया. त्याग-पत्र देने के बाद से वह आधिकारिक बैठक में शामिल नहीं हुए और यहां तक कि विधानसभा सत्र में भी नहीं गए. लोकसभा चुनाव के बाद यह उनकी पहली आधिकारिक बैठक थी.

जयपुर मौसम केंद्र की ओर से भरतपुर, अजमेर, जयपुर और कोटा संभाग में मंगलवार और बुधवार को भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है. मौसम केंद्र के मुताबिक करौली में सुबह 8.30 बजे से शाम 5.30 बजे तक 34.5 मिमी बारिश दर्ज की गई. इस दौरान भरतपुर और सीकर में भी 20.5 मिमी और 16 मिमी बारिश हुई. कई अन्य स्थानों पर 16 मिमी से कम बारिश दर्ज की गई. प्रशासन ने उन जिलों के विद्यालयों में अवकाश घोषित कर दिया है, जहां भारी बारिश की चेतावनी दी गई थी.

मौसम केंद्र ने कहा कि सुबह 8.30 बजे खत्म हुए 24 घंटों की अवधि में दौसा के महुआ में सबसे अधिक 163 मिमी बारिश दर्ज की गई. बूंदी के नैनवा में 161 मिमी, जयपुर में 152 मिमी और जयपुर के माधोराजपुरा में 136 मिमी बारिश दर्ज की गई.

पिछले कुछ दिनों से हो रही मूसलधार बारिश के कारण कई जिलों में जलभराव के बीच एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों ने प्रभावित क्षेत्रों से 100 से अधिक लोगों को बचाया है. लगातार हो रही भारी बारिश के कारण करौली जिले और आसपास के इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं, जहां बांध और नदियां उफान पर हैं जिससे दैनिक जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. राजस्थान में 11 अगस्त से अब तक बारिश से संबंधित घटनाओं में कम से कम 22 लोगों की मृत्यु हो चुकी है.

मुख्यमंत्री शर्मा ने सोमवार को जयपुर में भारी बारिश प्रभावित इलाकों का निरीक्षण किया और ऑफिसरों को जरूरी निर्देश दिए. एक अधिकारी ने कहा कि सीएम ने मंगलवार को बारिश से प्रभावित दौसा, करौली और भरतपुर जिलों का हवाई सर्वेक्षण किया. शर्मा 11 अगस्त को बारिश के पानी में डूबे 7 युवकों के परिजनों से मिलने भरतपुर के श्रीनगर गांव पहुंचे और घटना पर दु:ख जताते हुए परिजनों को सांत्वना दी.

जयपुर में उन्होंने वरिष्ठ ऑफिसरों के साथ बैठक की और जरूरी निर्देश दिए. सीएम ने ऑफिसरों को निर्देश दिए कि जलभराव वाले क्षेत्रों में प्रभावित लोगों को पेयजल, खाद्य सामग्री, दूध, चिकित्सा सुविधाओं सहित जरूरी वस्तुओं की कमी नहीं होनी चाहिए. उन्होंने अब तक किए गए आपदा राहत और बचाव कार्यों की जानकारी लेते हुए ऑफिसरों को करौली और हिंडौन शहर में जलभराव की परेशानी का स्थायी निवारण निकालने के निर्देश भी दिए.

मुख्यमंत्री ने भारी बारिश से प्रभावित क्षेत्रों में क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत और बिजली आपूर्ति बहाल करने के भी निर्देश दिए. दौसा में बीजेपी (भाजपा) के विधायक मीणा ने पूर्वी राजस्थान के कुछ इलाकों में बाढ़ जैसे हालात के बीच क्षेत्र का दौरा किया और फोटोज़ सोशल मीडिया पर साझा कीं.

मीणा ने बोला कि भारी बारिश के बाद मौजूदा स्थिति से निपटने के लिए समीक्षा बैठक की तथा महवा पंचायत समिति बैठक भवन में सभी उपखंड स्तरीय ऑफिसरों के साथ चर्चा की तथा प्रभावित लोगों की सहायता के लिए जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए. प्रभावित लोगों को हरसंभव सहायता उपलब्ध कराई जाएगी.

दिल्ली में रुक-रुककर हुई बारिश, अगले 2 दिनों के लिए ‘येलो अलर्ट’ जारी : दिल्ली में मंगलवार को रुक-रुककर बारिश हुई और अधिकतम तापमान सामान्य से 0.6 डिग्री कम 33.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. मौसम विभाग ने आनें वाले 3 दिनों के लिए बारिश का ‘येलो अलर्ट’ जारी किया है. हिंदुस्तान मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के मुताबिक सफदरजंग वेधशाला ने मंगलवार सुबह तक 20.2 मिमी बारिश दर्ज की.

12 अगस्त को सुबह 8.30 बजे से 13 अगस्त को सुबह 8.30 बजे तक 24 घंटे की अवधि में पालम में 29.4 मिमी, लोदी रोड में 24.7 मिमी और नजफगढ़ में 41.5 मिमी बारिश हुई. शाम 5.30 बजे आर्द्रता का स्तर 92 फीसदी था. लोक निर्माण विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि एजेंसी को जलभराव की 27 और पेड़ गिरने की 4 शिकायतें मिलीं.

आईएमडी ने बुधवार को आसमान में बादल छाए रहने तथा मामूली से मध्यम बारिश होने का अनुमान जताया है. बुधवार को अधिकतम और न्यूनतम तापमान 33 और 26 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की आसार है. मौसम विभाग मौसम संबंधी अलर्ट जारी करने के लिए 4 रंगों का इस्तेमाल करता है. इसके अनुसार ग्रीन (किसी कार्रवाई की आवश्यकता नहीं), येलो (नजर रखें और नज़र करते रहें), ऑरेंज (तैयार रहें) और रेड (कार्रवाई/सहायता की जरूरत) अलर्ट जारी किए जाते हैं.

हिमाचल में 213 सड़कें बंद, भारी बारिश की चेतावनी जारी : शिमला से मिले समाचारों के मुताबिक हिमाचल प्रदेश में बारिश के कारण हुए भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ के कारण 213 सड़कें बंद हो गई हैं तथा क्षेत्रीय मौसम विभाग ने 19 अगस्त तक राज्य के भिन्न-भिन्न हिस्सों में भारी बारिश के लिए ‘येलो’ अलर्ट जारी किया है. सोमवार शाम से नैना देवी में सबसे अधिक 96.4 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई, इसके बाद धर्मशाला में 25 मिमी, कंडाघाट में 10.4 मिमी और काहू में 9.2 मिमी बारिश दर्ज हुई.

नेगुलसारी में भूस्खलन के बाद किन्नौर जिला शिमला से कटा हुआ है. कई इलाकों में कोहरे के कारण दृश्यता कम होने से शिमला-कालका राष्ट्रीय राजमार्ग पर वाहन रेंग रेंग कर चल रहे हैं. राज्य इमरजेंसी परिचालन केंद्र ने कहा कि शिमला में 89 सड़कें, सिरमौर में 42, मंडी में 37, कुल्लू में 26, कांगड़ा में 6, चंबा में 5 तथा किन्नौर और लाहौल एवं स्पीति में 4-4 सड़कें बंद हैं. इसमें बोला गया है कि 218 बिजली और 131 जलापूर्ति योजनाएं भी प्रभावित हुई हैं.

अधिकारियों ने कहा कि बारिश से संबंधित घटनाओं में 110 लोग मारे गए और 27 जून से सोमवार के बीच राज्य को करीब 1,004 करोड़ रुपए का हानि हुआ. मौसम विभाग ने शनिवार तक राज्य के कुछ हिस्सों में भारी बारिश का ‘येलो’ अलर्ट भी जारी किया है.

केरल के कुछ हिस्सों में मेघ गर्जन के साथ हुई भारी बारिश : तिरुवनंतपुरम से मिले समाचारों के मुताबिक केरल के कई हिस्सों में मंगलवार को मेघ गर्जन के साथ रुक-रुककर भारी बारिश हुई. हिंदुस्तान मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने 2 जिलों में अत्यधिक बारिश होने की भविष्यवाणी करते हुए ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया है. मौसम विभाग के द्वारा साझा की गई नवीनतम जानकारी के मुताबिक पथानमथिट्टा और इडुक्की में मंगलवार के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है.

मौसम विभाग ने बोला कि बुधवार को एर्णाकुलम और त्रिशूर में तथा गुरुवार को इडुक्की में अत्यधिक बारिश होने का अनुमान है. मौसम विभाग ने आज तिरुवनंतपुरम, कोल्लम और पथनमथिट्टा जिले में भारी बारिश और 40 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से तेज हवाएं चलने की भी चेतावनी दी है.

प्राधिकारियों ने समुद्री के रास्तों से विभिन्न तटो पर घुसपैठ की चेतावनी दी है तथा तटीय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों से अतिरिक्त सतर्कता बरतने को बोला है. उन्होंने लोगों को पहाड़ी क्षेत्रों में रात के समय यात्रा करने से पूरी तरह बचने तथा भारी बारिश के दौरान नदियों में न जाने की राय भी दी है.

औसत समुद्र तल पर मानसून ट्रफ बीकानेर, ग्वालियर, चुर्क, जमशेदपुर, दीघा से होकर गुजर रही है और वहां से पूर्व दक्षिण-पूर्व की ओर उत्तर-पूर्वी बंगाल की खाड़ी तक पहुंच रही है. एक चक्रवाती परिसंचरण उत्तर-पश्चिमी मध्यप्रदेश और आसपास के क्षेत्रों पर 4.5 किमी ऊपर तक फैला हुआ है यानी ऊंचाई के साथ स्तर दक्षिण की ओर झुका हुआ है.

एक ट्रफ उत्तर-पूर्व अरब सागर से लेकर उत्तर-पश्चिमी मध्यप्रदेश के चक्रवाती परिसंचरण तक समुद्र तल से 3.1 से 4.5 किमी ऊपर तक फैला हुआ है. एक और ट्रफ रेखा उत्तर-पश्चिमी मध्यप्रदेश पर चक्रवाती परिसंचरण से उत्तरप्रदेश, बिहार और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल होते हुए बांग्लादेश तक फैली हुई है.

दक्षिण-पूर्व पाक और इससे सटे राजस्थान पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है. एक और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र पूर्वोत्तर असम पर है. झारखंड और आसपास के इलाकों में समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है.

पिछले 24 घंटों की मौसमी हलचल : पिछले 24 घंटों के दौरान उपहिमालयी पश्चिम बंगाल, असम, तमिलनाडु, लक्षद्वीप, दक्षिणी आंध्रप्रदेश, दक्षिण-पश्चिम उत्तरप्रदेश के कुछ हिस्सों और राजस्थान में 1 या 2 स्थानों पर मामूली से मध्यम बारिश के साथ कुछ भारी बारिश हुई.

दिल्ली, पूर्वोत्तर भारत, झारखंड, पश्चिम बंगाल, मध्यप्रदेश, गुजरात, कोंकण और गोवा, केरल, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, पश्चिम उत्तरप्रदेश, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और तटीय आंध्रप्रदेश में मामूली से मध्यम बारिश हुई. पंजाब, हरियाणा, पूर्वी उत्तरप्रदेश, बिहार, झारखंड, सौराष्ट्र और कच्छ, दक्षिणी कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, आंतरिक कर्नाटक और तेलंगाना में मामूली बारिश हुई.

आज के मौसम की संभावित गतिविधि : स्काईमेट वेदर (Skymet Weather) के मुताबिक आज बुधवार, 14 अगस्त को हरियाणा, दिल्ली, पूर्वी और उत्तरी राजस्थान के कुछ हिस्सों, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तरप्रदेश, झारखंड के कुछ हिस्सों, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, केरल, आंतरिक तमिलनाडु, आंध्रप्रदेश, लक्षद्वीप, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, दक्षिण कर्नाटक, दक्षिण में मामूली से मध्यम बारिश के साथ कुछ भारी बारिश हो सकती है.

बिहार, झारखंड, पूर्वोत्तर भारत, विदर्भ, तेलंगाना, तटीय आंध्रप्रदेश, पंजाब, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और गुजरात में मामूली से मध्यम बारिश संभव है. सौराष्ट्र और कच्छ, महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश के दक्षिणी तट, तटीय तमिलनाडु, लद्दाख और पश्चिमी राजस्थान में मामूली बारिश संभव है.

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