बुजुर्गों के लिए शुरू हुआ जेरियाट्रिक सेंटर होम केयर की सुविधा जल्द
देश के किसी भी कोने में उपस्थित 60 वर्ष से ऊपर के बीमार सीनियर सिटिजन के लिए अच्छी समाचार है। दिल्ली के ऑल इण्डिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में राष्ट्र का पहला नेशनल सेंटर फॉर जेरियाट्रिक पूरी तरह खोल दिया गया है। इस सेंटर में उपस्थित उपचार की सभी सुविधाएं प्रारम्भ हो चुकी हैं। ऐसे में बीमार बुजुर्ग सिंगल विंडो सिस्टम की तरह काम करने वाले इस सेंटर में आकर सिंगल विंडो सिस्टम की तरह उपचार करा सकते हैं।
खास बात है कि बुजुर्गों के लिए बनाए गए इस सेंटर में एक ही छत के नीचे कार्डियोलाजी, सर्जरी, साइकेट्री, ऑन्को जेरियाट्रिक, आर्थोपेडिक्स, फिजिकल मेडिकल एंड रिहेबिलिटेशन (पीएमआर), यूरोलाजी, रेडियोलाजी आदि विभागों में उपचार कराया जा सके। वृद्ध लोगों को अब भिन्न-भिन्न रोंगों के लिए एम्स के भिन्न-भिन्न विभागों या ब्लॉकों में नहीं जाना पड़ेगा। इस सेंटर में ही ओपीडी से लेकर, आईपीडी, जांच के सैंपल लेने से लेकर जांच कराने की सभी सुविधाएं दी जाएंगी।
एम्स में डिपार्टमेंट ऑफ हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन प्रो। निरुपम मदान बताती हैं कि जेरियाट्रिक सेंटर में उपचार के लिए अभी 65 वर्ष से ऊपर के लोग आ सकते हैं, क्योंकि पहले से ही एम्स में 60 से ऊपर के लोग उपचार ले रहे हैं। हालांकि नेशनल पॉलिसी के मुताबिक यह सेंटर 60 प्लस के लोगों के लिए है जो धीरे-धीरे अलाइन हो जाएगा और यदि 60 से 64 के बीच का कोई रोगी यहां भी उपचार के लिए आएंगे तो उन्हें इंकार नहीं किया जाएगा, वे भी यहां उपचार ले सकेंगे।
रोजाना देखे जा रहे 350 मरीज।।
डॉ। मदान कहती हैं कि एम्स की न्यू राजकुमारी अमृत कौर ओपीडी में जब जेरियाट्रिक विभाग की ओपीडी चलती थी तो वहां प्रतिदिन करीब 150 वृद्ध लोग देखे जाते थे। कुछ दिन पहले ही जेरियाट्रिक सेंटर में ओपीडी शिफ्ट कर दी थी लेकिन सभी सुपरस्पेशलिटीज अब प्रारम्भ हो गई हैं। इस सेंटर में करीब 350 लोग प्रतिदिन ओपीडी में देखे जा रहे हैं। वहीं आईपीडी प्रारम्भ होने के बाद यह संख्या बढ़ सकती है। इस सेंटर म 200 बेड के साथ ही 20 आइसीयू बेड और 20 प्राइवेट वार्ड की सुविधा भी उपस्थित है।
इस सेंटर में वॉक इन भी कर सकते हैं मरीज।।
प्रो। मदान कहती हैं कि इस सेंटर में दिखाने के लिए बुजुर्ग लोग औनलाइन अपॉइंटमेंट भी ले सकते हैं। इसके अतिरिक्त रोगी यहां सीधे आकर भी दिखा सकते हैं। यहां से किसी भी रोगी को वापस नहीं लौटाया जाएगा, यहां रोगियों को देखने की काफी क्षमता है।
होम केयर की सुविधा भी मिलेगी।।
इस सेंटर की खास बात है कि बुजुर्ग रोगियों को बार-बार अस्पताल आने में कठिनाई होती है ऐसे में यहां दिखाने वाले रोगियों के लिए खासतौर पर होम केयर फैसिलिटी भी प्रारम्भ की जानी है। घर पर उपचार की सुविधा देने के लिए एम्स में दो पदों पर नियुक्ति भी की जा रही है। जल्द ही होम केयर सुविधा के लिए डॉक्टरों की संख्या को बढ़ाया जाएगा।
एम्स में प्रारम्भ हुए हैं 7 सेंटर
बुधवार को ही केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडविया ने एम्स में 7 नए ब्लॉक या सेंटरों का शुरुआत किया है। इनमें नेशनल सेंटर फॉर जेरियाट्रिक, मदर एंड चाइल्ड ब्लॉक, सर्जरी ब्लॉक, प्राइवेट वार्ड 3, एनसीआई झझ्झर में प्राइवेट वॉर्ड और जेपीएन एपेक्स ट्रॉमा सेंटर में फॉरेंसिक डीएनए लैब शामिल हैं। इन ब्लॉक्स को पहले औनलाइन लांच कर दिया गया था लेकिन अब पूरी सुविधाओं के साथ प्रारम्भ किया गया है।