राष्ट्रीय

जनरल कलिता बोले- म्यांमार में अस्थिरता का दुष्प्रभाव, कहा…

सेना के पूर्वी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल राणा प्रताप कलिता ने बोला है कि मणिपुर में युद्धरत समूहों के पास हथियारों की उपलब्धता और पड़ोसी राष्ट्र म्यांमार में अस्थिरता का पूर्वोत्तर राज्य की स्थिति पर गंभीर असर पड़ रहा है. कलिता ने कहा, सेना और असम राइफल्स, मणिपुर पुलिस और वहां तैनात केंद्रीय अद्धसैनिक बलों (सीएपीएफ) के साथ मिलकर राज्य में अत्याचार को काफी हद तक नियंत्रित करने में सक्षम हुई है.

मणिपुर में मैतेई और कुकी समुदाय के बीच गत कई महीनों के तनाव एवं संघर्ष की स्थिति बनी हुई है. सेना के पूर्वी कमान के जनरल आफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल कलिता शनिवार को 52वें विजय दिवस के अवसर पर यहां पूर्वी कमान मुख्यालय फोर्ट विलियम में विजय स्मारक पर आयोजित पुष्पांजलि कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे.

संघर्षग्रस्त राज्य में अत्याचार की कुछ छिटपुट घटनाओं की आशंका

उन्होंने कहा, दोनों समुदायों के पास बड़ी संख्या में हथियारों की उपलब्धता और सीमा पार म्यांमार में अस्थिरता का मणिपुर की स्थिति पर खासा असर पड़ा है. कलिता ने कहा, संघर्षग्रस्त राज्य में अत्याचार की कुछ छिटपुट घटनाएं होने की संभावना है लेकिन सेना और असम राइफल्स का उद्देश्य ऐसी घटनाओं को काफी हद तक नियंत्रित करना है. केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा शांति और सुलह प्रक्रिया चलाई जा रही है, हमारा ध्यान अत्याचार को कम करने पर रहा है. हालांकि इस परेशानी के निवारण के लिए कोई समय सीमा बताना कठिन है क्योंकि इसमें कई ऐतिहासिक और विरासती मामले जुड़े हैं.


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