डॉ. गर्ग ने निर्माणाधीन सडकों का किया अवलोकन

डॉ. गर्ग ने निर्माणाधीन सडकों का किया अवलोकन
तकनीकी शिक्षा एवं आयुर्वेद राज्य मंत्री डाक्टर सुभाष गर्ग ने शनिवार को राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 21 से खैमरा गॉव तक एवं भरतपुर से सौंख तक निर्माणाधीन सडकों का अवलोकन किया और सार्वजनिक निर्माण विभाग के ऑफिसरों को निर्देश दिये कि सडकों का निर्माण तय समय सीमा एवं गुणवत्तापूर्ण कराना सुनिश्चित करें.

डॉ गर्ग ने करीब 1 करोड 60 लाख रूपये की लागत से राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 21 पर चक बहनेरा के पास नहर के किनारे से खैमरा गॉव तक लगभग 3 किलोमीटर लम्बी निर्माणाधीन सडक का अवलोकन किया और मौके पर सार्वजनिक निर्माण विभाग के अभियंता को निर्देश दिये कि सडक पर बनने वाली पुलिया के दोनों ओर सुरक्षा दीवार बनवायें तथा पुलिया पर सीसी बनाते समय लोहे के सरिया का इस्तेमाल करें जिससे पुलिया अधिक मजबूत बन सके. उन्होंने बहनेरा के पास सडक के शुरू स्थल पर दोनों ओर स्लीप लेन बनाने के निर्देश भी दिये. इस सडक के निर्माण के बाद क्षेत्र के करीब लगभग 40 गॉवों के लोगां का आवागमन सुलभ हो जायेगा.

तकनीकी शिक्षा राज्य मंत्री ने करीब 13 किलोमीटर लम्बी निर्माणाधीन भरतपुर-सौंख रोड के कार्यों का भी अवलोकन किया और इस रोड पर तुहिया गॉव में बनाई जा रही सीसी सडक की गुणवत्ता को देखकर निर्देश दिये कि कार्य को समय पर पूरा करें ताकि गोवर्धन आने जाने वाले धार्मिक यात्रियों एवं क्षेत्रवासियों को आवागमन की बेहतर सुविधा प्राप्त हो सके. उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि सीसी सडक के निर्माण के बाद दोनों ओर नालियों का निर्माण भी शीघ्र शुरू करायें जिससे जनसंख्या क्षेत्र का पानी सडक पर एकत्रित नहीं हो सके. इस सडक के निर्माण पर करीब 18 करोड रूपये व्यय होंगे. इस अवसर सेवर प्रधान प्रतिनिधि सतीश सोगरवाल, सुनारी के पूर्व सरपंच सुरेश मदेरणा, विकास अधिकारी देवेन्द्र सिंह , तहसीलदार ताराचन्द सैनी आदि साथ रहे.

चक बहनेरा में स्टोन हैण्डीक्राफ्ट इकाइयों का किया अवलोकन:

तकनीकी शिक्षा एवं आयुर्वेद राज्य मंत्री ने चक बहनेरा में संचालित स्टोन हैण्डक्राफ्ट इकाइयों का अवलोकन किया और उद्यमियों द्वारा निर्मित उत्पादों का अवलोकन कर सुझाव दिया कि वे अपने उत्पादों को केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान के सामने बनने वाली चौपाटी की दुकानों पर प्रदर्शित करें ताकि देशी-विदेशी पर्यटक इन उत्पादों को क्रय कर सकें. उन्होंने विश्वास दिलाया कि चौपाटी पर उन्हें उत्पादों की बिक्री के लिये दुकान मौजूद कराई जायेगी जिससे भरतपुर के स्टोन हैण्डक्राफ्ट देश-विदेश में पहॅुच सकें और उद्यमियों की आय में वृद्धि हो सके