डोटासरा ने ईआरसीपी पर समझौते को प्रदेश के हितों पर बताया कुठाराघात
Govind Dotasara on ERCP: महात्मा गांधी के बलिदान दिवस पर मंगलवार को प्रदेश कांग्रेस पार्टी मुख्यालय में सर्वधर्म प्रार्थना सभा का आयोजन हुआ। कांग्रेस पार्टी नेताओं ने दो मिनट का मौन रखकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी। कांग्रेस पार्टी प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने ईआरसीपी पर समझौते को प्रदेश के हितों पर कुठाराघात कहा है।
महात्मा गांधी के बलिदान दिवस पर मंगलवार को प्रदेश कांग्रेस पार्टी मुख्यालय में सर्वधर्म प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। जिसमें कांग्रेस पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने दो मिनट का मौन रखकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी। इससे पहले महात्मा गांधी के प्रिय भजनों की कलाकारों ने प्रस्तुति दी। मीडिया से वार्ता में प्रदेश कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने बोला कि ईआरसीपी पर मध्यप्रदेश के साथ जो समझौता किया गया है। उसमें प्रदेश की जनता के अधिकार पर कुठाराघात हुआ है। गोविंद डोटासरा ने मीडिया से वार्ता में कहा, आज ही के दिन नाथूराम गोडसे ने महात्मा गांधी की मर्डर की थी। महात्मा गांधी के विचार आज भी उतने ही प्रासंगिक है। और आगे भी हमारा मार्गदर्शन करते रहेंगे। आज कुछ लोग नाथूराम गोडसे को महिमामंडित करने का कोशिश करते हैं। उन्हें राष्ट्र कभी माफ नहीं करेगा।
भाजपा ने की राजनीती, जनता को नुकसान
उन्होंने बोला कि ईआरसीपी पर बीजेपी ने राजनीती की है। यह प्रोजेक्ट पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के समय बनाया गया था। उनको माइलेज नहीं दिया। पांच वर्ष कांग्रेस पार्टी की गवर्नमेंट थी। इसलिए इस पर बात आगे नहीं बढ़ाई। अब जो प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनेगी। उसमें आठ हजार करोड़ रुपए पहले की तुलना में अधिक खर्च होंगे। इससे राजस्थान को हानि हुआ है। परियोजना में भी देरी हुई है। अब यह गलत समझौता किया गया है। लोकसभा चुनाव का रिज़ल्ट बताएगा कि लोग इनको क्या सबक सिखाते हैं।
हमने काम प्रारम्भ किया तो केंद्र ने रोकने का किया प्रयास
डोटासरा ने बोला कि यह कोई छिपी हुई बात नहीं है। बल्कि कागजों के ऊपर है। आप अभी भी एमओयू कर रहे हो। जबकि हमने तो दस हजार करोड़ रुपए ईआरसीपी के लिए स्वीकृत कर दिए थे। काम भी प्रारम्भ कर दिया गया। केंद्रीय जलशक्ति मंत्रालय ने काम रोकने का भी कोशिश किया। इसके बावजूद हमने काम जारी रखा। 13 जिलों के लोगों को पीने का पानी भी मिलना चाहिए। उद्योगों को भी पानी मिलना चाहिए और सिंचाई का पानी भी मिलना चाहिए। धीरे-धीरे सब चीजें सामने आ जाएंगी। बीजेपी के लोग जिनका जमीर जिंदा है। वे भी आने वाले दिनों में इस पर बोलेंगे कि यह गलत हुआ है।
शेखावत ने की जानता के हितों की अनदेखी
गोविंद सिंह डोटासरा बोले, अभी भी इस प्रोजेक्ट को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा नहीं दिया गया है। हालांकि, बोला जा रहा है कि परियोजना खर्च में केंद्र राज्य का अनुपात 90:10 का होगा। लेकिन वे ये कैसे करेंगे। यह भी अभी साफ नहीं है। आप राजस्थान के लोगों के साथ अन्याय नहीं कर सकते। लेकिन इस एमओयू में सीएम को तो कुछ पता ही नहीं है। जल शक्ति मंत्री राजस्थान के हैं। लेकिन उन्होंने भी राजस्थान के हितों का ध्यान नहीं रखा है। 2017 की डीपीआर के अनुसार जो पानी मिलना चाहिए था। उतना पानी अब हमें नहीं मिलेगा।
हिजाब टकराव को लेकर दिया यह बयान
डोटासरा ने बोला कि कुछ ऐसे लोग सदन में भी आ गए हैं और बाहर भी हैं। जो समय-समय पर सिर्फ़ धार्मिक उन्माद फैलाने की बात करते हैं। ऐसे लोग संविधान को नहीं मानते हैं। अपना स्वयं का संविधान चलाने का कोशिश करते हैं। ऐसे लोग समाज, देश-प्रदेश के हितैषी नहीं हो सकते हैं। ऐसे लोगों से सावधान रहना चाहिए और समय आने पर जानता ऐसे लोगों का उपचार भी कर देगी।