Delhi Liquor Scam Case: ED ने संजय सिंह के दो करीबियों को भेजा समन
Liquor Scam Case News: आम आदमी पार्टी (AAP) के सांसद संजय सिंह (Sanjay Singh) के करीबियों पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शिकंजा कस दिया है। प्रवर्तन निदेशालय ने अब संजय सिंह के दो करीबियों को समन भेजा है। ये मुद्दा शराब घोटाले से जुड़ा हुआ है। जान लें कि संजय सिंह अभी प्रवर्तन निदेशालय की रिमांड पर हैं। बताया जा रहा है कि जांच एजेंसी इसी मुकदमा को लेकर जानकारी जुटाने की प्रयास में है। जान लें कि संजय सिंह के जिन दो करीबियों को ताजा समन भेजा गया है, उनसे पूछताछ के दौरान अहम जानकारियां मिल सकती हैं। जानकारी के अनुसार संजय सिंह के करीबी सर्वेश मिश्रा आज ही प्रवर्तन निदेशालय के सामने पेश हो सकते हैं।
रिमांड में संजय सिंह से पूछताछ
बता दें कि शराब घोटाले में अरैस्ट संजय सिंह को गुरुवार को दिल्ली की राऊज एवेन्यू न्यायालय में चली लंबी सुनवाई के बाद पांच दिन के लिए प्रवर्तन निदेशालय की रिमांड में भेज दिया गया। हालांकि, रिमांड में भेजे जाने के बाद संजय सिंह ने एक बार फिर दोहराया कि उनके विरुद्ध सारे इल्जाम आधारहीन हैं और वो डरने वाले नहीं हैं। चाहे उन्हें फांसी पर ही क्यों ना चढ़ा दिया जाए।
संजय सिंह के करीबियों को समन जारी
तो वहीं प्रवर्तन निदेशालय ने अब संजय सिंह के दो करीबियों को समन भेजा है। प्रवर्तन निदेशालय ने सर्वेश मिश्रा और विवेक त्यागी को समन भेजा है। जल्द ही दोनों से पूछताछ हो सकती है। वहीं, विपक्ष संजय सिंह की गिरफ्तारी को लेकर गवर्नमेंट पर हमलावर है। उद्धव गुट के नेता संजय राउत ने बोला कि प्रवर्तन निदेशालय के पास कोई सबूत नहीं है। बस वो विपक्ष के नेताओं को परेशान कर रही है।
संजय सिंह का प्रश्नों से सामना
गौरतलब है कि अब संजय सिंह 10 अक्टूबर तक प्रवर्तन निदेशालय के प्रश्नों का सामना करेंगे और प्रवर्तन निदेशालय की टीम उनसे शराब घोटाले से जुड़े राज निकालने की प्रयास करेगी। प्रवर्तन निदेशालय की तरफ से न्यायालय में संजय सिंह के रिमांड की मांग वाली जो अर्जी डाली गई, उसमें बोला गया कि संजय सिंह इस घोटाले के मुख्य साजिशकर्ताओं में से हैं। वो नयी शराब नीति के एवज में चुनिंदा कंपनियों को लाभ पहुंचाने और उनसे घूस हासिल करने की षड्यंत्र में शामिल रहे हैं। दिनेश अरोड़ा के साथ संजय सिंह के नजदीकी संबंध हैं। दिनेश अरोड़ा के बयान और कॉल रिकॉर्ड से इसकी पुष्टि होती है। संजय सिंह को 2 करोड़ की घूस मिली। ये दो करोड़ उनके घर पर दो बार पहुंचाई गई।
संजय सिंह की कस्टडी क्यों जरूरी?
इसके साथ ही प्रवर्तन निदेशालय ने दलील दी कि पूरे घोटाले की तह तक जाने और इस अर्जित कुल आय का पता लगाने के लिए संजय सिंह की कस्टडी महत्वपूर्ण है, जिसके बाद न्यायालय ने 5 दिन की रिमांड मंजूर कर दी। हालांकि, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक बार फिर संजय सिंह का बचाव करते हुए बोला कि उन पर लगे सारे इल्जाम झूठे हैं।
इससे पहले जब न्यायालय में संजय सिंह को पेश किया गया तो दोनों पक्षों की ओर से जबरदस्त दलील रखी गई। प्रवर्तन निदेशालय ने दिनेश अरोड़ा के बयान का हवाला देते हुए बोला कि संजय सिंह के आवास पर 2 करोड़ का लेन-देन हुआ। जबकि संजय सिंह के वकील मोहित माथुर ने बोला कि जिस दिनेश अरोड़ा के बयान को गिरफ्तारी का आधार कहा जा रहा है, उसकी विश्वनीयता स्वयं शक में है। तो प्रवर्तन निदेशालय ने बोला कि दिनेश अरोड़ा के कर्मचारी ने 2 करोड़ नकद सजंय सिंह के घर पर सर्वेश मिश्रा को दिए। इसके उत्तर में संजय सिंह के वकील ने बोला कि उनके घर से ऐसा कुछ नहीं मिला, जिससे इल्जाम साबित हो।