कांग्रेस ने दो चुनावी राज्यों में फेसबुक विज्ञापनों पर 26 लाख रुपये से अधिक किया खर्च
आदर्श आचार संहिता को ध्यान में रखते हुए मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को होने वाले मतदान से पहले चुनावी रथ रुक गए हैं और लाउडस्पीकर शान्त हो गए हैं। इसके बावजूद भाजपा और कांग्रेस पार्टी दोनों के महंगे डिजिटल अभियान सोशल मीडिया साइटों, खासकर फेसबुक पर जारी हैं। मीडिया को पता चला है कि यदि तेलंगाना और एमपी के प्रचार खर्चों को ध्यान में रखा जाए तो पिछले महज एक सप्ताह में कांग्रेस पार्टी (Congress) फेसबुक (Facebook) विज्ञापनों पर सबसे अधिक खर्च करने वाली पार्टी रही है। भाजपा दूसरे जगह पर है। लेकिन पिछले सात दिनों में हिंदुस्तान में फेसबुक पर निजी विज्ञापनों पर पैसा खर्च करने के मुद्दे में भाजपा सबसे ऊपर है।
कांग्रेस आधिकारिक तौर पर दो चुनावी राज्यों (Assembly Elections 2023) में फेसबुक विज्ञापनों पर 26 लाख रुपये से अधिक खर्च करने वाली सबसे बड़ी पार्टी रही है। कांग्रेस पार्टी पार्टी की तेलंगाना इकाई ने 13.24 लाख रुपये खर्च किए हैं, जबकि इसकी मध्य प्रदेश इकाई ने 12.84 लाख रुपये खर्च किए हैं। कुल मिलाकर यह धनराशि बीजेपी के विज्ञापन खर्च से अधिक है। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि यह फेसबुक पर कांग्रेस पार्टी के प्रॉक्सी विज्ञापनों के अतिरिक्त है, जैसे ‘खड़गे फैन क्लब’ ने पिछले सप्ताह 4 लाख रुपये से अधिक खर्च किए हैं।
डिजिटल खर्च का ब्रेक-अप
फेसबुक पर एड करने के मुद्दे में भाजपा भी अधिक पीछे नहीं है। उसने पिछले सप्ताह छत्तीसगढ़ और राजस्थान में फेसबुक प्रचार अभियानों पर लगभग 26 लाख रुपये खर्च किए हैं। पार्टी ने छत्तीसगढ़ के मतदाताओं को लक्ष्य बनाकर किए गए विज्ञापनों पर 18.89 लाख रुपये खर्च किए हैं, जबकि राजस्थान में 7 लाख रुपये से थोड़ा अधिक खर्च किया है। फिर यह खर्च ‘आकाश विजयवर्गीय टीम’ जैसे प्रॉक्सी विज्ञापनों के अतिरिक्त है, जिसने 8 लाख रुपये की लागत से फेसबुक पर 30 विज्ञापन चलाए हैं। आकाश विजयवर्गीय भाजपा के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय के बेटे हैं, जिन्हें इस बार इंदौर से मैदान में उतारा गया है।
सिंगल विज्ञापन खर्च में भाजपा आगे
हालांकि जब एकल विज्ञापन अभियान खर्च की बात आती है, तो भाजपा ने सबसे अधिक खर्च किया है। छत्तीसगढ़ में भाजपा के 692 फेसबुक विज्ञापनों की लागत लगभग 18.89 लाख रुपये है। जहां वह कथित महादेव सट्टेबाजी ऐप घोटाले को लेकर भूपेश बघेल गवर्नमेंट को हटाने की पुरजोर प्रयास कर रही है। यह पिछले सात दिनों में फेसबुक इण्डिया द्वारा किया गया सबसे बड़ा विज्ञापन व्यय है, जिसने कॉरपोरेट्स को भी पछाड़ दिया है। इसकी तुलना में कांग्रेस पार्टी ने पिछले सात दिनों में तेलंगाना के मतदाताओं को ध्यान में रखते हुए 13.24 लाख रुपये की लागत से 38 ऐसे विज्ञापन चलाए हैं, जिससे वह इस श्रेणी में दूसरी सबसे बड़ी खर्च करने वाली कंपनी बन गई है।
फेसबुक पर पार्टियों के खर्च ने कॉर्पोरेट को पीछे छोड़ा
कांग्रेस पार्टी ने मध्य प्रदेश में 12.84 लाख रुपये की लागत से 232 विज्ञापन चलाए, जहां उसे शिवराज सिंह चौहान गवर्नमेंट को हटाने की आशा है। फेसबुक पर ‘एमपी के मन में मोदी’ और ‘करप्शननाथ’ जैसे निजी सियासी अभियान एमपी के मतदाताओं के साथ सामने आ रहे हैं। यदि देखा जाए तो शेल इको मैराथन पहली कॉर्पोरेट कद्दावर कंपनी है, जिसका नाम पिछले सात दिनों में फेसबुक इण्डिया पर विज्ञापनों पर बड़ी धनराशि खर्च करने वालों की टॉप 10 की लिस्ट में चौथे जगह पर है। इसके बाद पांचवें जगह पर एकीकृत इस्पात उत्पादन कंपनी गोयल टीएमटी है।