कांग्रेस से नाता तोड़कर शिवसेना का दामन थामा
Rajya Sabha Election News: महाराष्ट्र में कांग्रेस पार्टी को छोड़ने वाले कद्दावर नेता मिलिंद देवड़ा को एकनाथ शिंदे की शिवसेना ने बड़ा पुरस्कार दिया है। शिंदे गुट की शिवसेना ने राज्यसभा चुनाव के लिए मिलिंद देवड़ा को मैदान में उतारा है। हाल ही में नाराजगी व्यक्त करते हुए देवड़ा ने कांग्रेस पार्टी को छोड़ दिया था। सूत्रों ने कहा कि वे कल गुरुवार को नामांकन दाखिल करेंगे।
मिलिंद देवड़ा ने कांग्रेस पार्टी पर लगाए थे गंभीर आरोप
कांग्रेस के कद्दावर नेता दिवंगत मुरली देवड़ा के बेटे मिलिंद देवड़ा ने कांग्रेस पार्टी में कई बड़ी जिम्मेदारियां संभाली हैं। वे कांग्रेस पार्टी से दो बार लोकसभा सदस्य भी रह चुके हैं। कुछ दिन पहले उन्होंने कांग्रेस पार्टी से नाता तोड़कर शिवसेना का दामन थाम लिया। अपने निर्णय को ठीक ठहराते हुए देवड़ा ने कांग्रेस पार्टी पर इल्जाम लगाया कि सबसे पुरानी पार्टी अपनी वैचारिक और संगठनात्मक जड़ों से भटक गई है। उन्होंने कांग्रेस पार्टी पर जातिगत भेदभाव का भी इल्जाम लगाया था।
कांग्रेस अब वैसी नहीं है।।
उन्होंने बोला था कि कांग्रेस पार्टी अब वैसी नहीं है जैसी 1968 में हुआ करती थी। जिस पार्टी ने 30 वर्ष पहले मनमोहन सिंह के नेतृत्व में आर्थिक सुधारों की आरंभ की, वह आज व्यापारियों और उद्योगपतियों को गाली देती है। यह राष्ट्रविरोधी विचारधारा है। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि मिलिंद देवड़ा अपनी दक्षिण मुंबई सीट शिवसेना (यूबीटी) के पास जाने से नाराज थे।
कई दिग्गजों ने छोड़ा कांग्रेस पार्टी का साथ
देवड़ा 2004 और 2009 में मुंबई दक्षिण से लोकसभा के लिए चुने गए। लेकिन 2014 और 2019 में उन्हें अरविंद सावंत से हार मिली थी। अब राज्यसभा का टिकट मिलने के बाद यह भी तय हो गया है कि मिलिंद देवड़ा 2024 का लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। बीते एक पखवाड़े में मिलिंद देवड़ा के साथ-साथ कई कद्दावर नेताओं ने कांग्रेस पार्टी को झटका दिया है। इसमें सबसे बड़ा नाम पूर्व सीएम अशोक चव्हाण का है। उन्होंने कांग्रेस पार्टी से नाता तोड़कर बीजेपी के साथ राजनीतिक पारी प्रारम्भ की है। पार्टी में शामिल होते ही बीजेपी ने अशोक चव्हाण को राज्यसभा का उम्मीदवार भी घोषित कर दिया है।