हिंदू देवी-देवताओं के अपमान पर आहत हुईं बीजेपी सांसद रीता बहुगुणा जोशी
प्रयागराज। समाजवादी पार्टी नेता और पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य की ओर से लगातार हिंदू देवी देवताओं को लेकर की जा रही अमर्यादित टिप्पणी को भाजपा सांसद प्रोफेसर रीता बहुगुणा जोशी ने दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है। उन्होंने समाजवादी पार्टी मुखिया अखिलेश यादव द्वारा उनके विरुद्ध अब तक कोई एक्शन न लिए जाने को लेकर बोला है कि यह गलत है और यह वोट की राजनीति है और ऐसी राजनीति बंद होनी चाहिए। उन्होंने समाजवादी पार्टी मुखिया अखिलेश यादव से मांग की है कि स्वामी प्रसाद मौर्या की बयानबाजी पर उन्हें भी लगाम लगानी चाहिए। प्रोफेसर जोशी ने बोला कि अपनी लोकप्रियता बढ़ाने के लिए गरीबों आदिवासियों के बीच में काम करना चाहिए। इस तरह की बयानबाजी से स्वामी प्रसाद मौर्या का ही मखौल उड़ रहा है।
रीता बहुगुणा जोशी ने बोला कि चुनाव हारने की वजह से स्वामी प्रसाद मौर्य ऐसी बयानबाजी कर रहे हैं। उन्होंने स्वामी प्रसाद मौर्या को नसीहत देते हुए बोला है कि यदि आप चुनाव हार गए हैं तब भी आपको कुछ पॉजिटिव काम करने चाहिए। हिंदू धर्मावलंबियों की आस्था पर कुठाराघात करना कतई स्वीकार्य नहीं है। प्रोफेसर रीता बहुगुणा जोशी ने बोला है कि हमारा राष्ट्र धार्मिक आस्थाओं पर आधारित है। धर्म ही हमें नैतिक मूल्य देते हैं। उन्होंने अपने पूर्व कैबिनेट सहयोगी रहे स्वामी प्रसाद मौर्या के बयानों की आलोचना करते हुए उन्हें सुझाव दिया है कि उन्हें सकारात्मक योजनाएं लेकर जनता के बीच जाना चाहिए और उन्हें जन कल्याण की बात करनी चाहिए।
वहीं, राष्ट्र के पांच राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनाव के नतीजे को लेकर भाजपा सांसद प्रोफेसर रीता बहुगुणा जोशी ने भाजपा के अच्छे प्रदर्शन की बात कही है। हालांकि उन्होंने स्वीकार किया है कि कुछ राज्यों में संघर्ष भी है, लेकिन उन्होंने यह भी बोला है कि वह चुनाव ही क्या जिसमें कोई संघर्ष न हो। उन्होंने बोला है कि बीजेपी किसी भी चुनाव को हल्के में नहीं लेती है। हमने पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव को भी संघर्ष में लिया है। उन्होंने बोला कि जिस तरह से भाजपा ने चुनाव प्रचार किया है। तीनों जरूरी प्रदेशों मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भाजपा की ही गवर्नमेंट बनेगी।
पांच राज्यों के विधान सभा चुनाव को 2024 का लिटमस टेस्ट कहे जाने के प्रश्न पर बोला कि लोकसभा चुनाव पीएम के लिए होता है और पीएम नरेन्द्र मोदी का अभी कोई विकल्प नहीं है। वहीं, 2024 के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश के कई मौजूदा सांसदों के टिकट काटे जाने के प्रश्न पर बोला कि इस मुद्दे में पार्टी अपनी रणनीति तय करती है। पॉलिसी को देखकर कोई भी सिटिंग एमपी घर नहीं बैठता है। उन्होंने बोला है कि हर आदमी जो कि सांसद, विधायक या मंत्री के पद पर है उसे काम करते रहना चाहिए, ताकि वह उसे पद के साथ इन्साफ कर सके।
प्रोफेसर जोशी ने बोला कि बीजेपी ने अब तक जो नीतियां अपनाई हैं उससे पार्टी को फायदा हुआ है। उन्होंने यह भी स्वीकार किया है कि जो सांसद अब तक निष्क्रिय रहे हैं उन्हें भी अब एक्टिव हो जाना चाहिए नहीं तो उनके साथ कुछ गड़बड़ हो सकता है। उन्होंने स्वयं के चुनाव लड़ने के प्रश्न पर बोला है कि मैं तो हमेशा एक्टिव रही हूं। स्वाभाविक रूप से मैं सिटिंग एमपी हूं और यदि पार्टी मुझे दोबारा चुनाव लाड़वाएगी तो मुझे खुशी होगी।
हालांकि, उन्होंने बोला है कि हाई कमान जो भी तय करेगा मुझे स्वीकार्य होगा। उल्लेखनीय है कि पिछले 5 वर्ष निष्क्रिय रहे और 75 साल की उम्र पूरी कर चुके कई मौजूदा सांसदों के भाजपा टिकट काटने का प्लान बना रही है। इसके साथ ही योगी गवर्नमेंट के कई मंत्रियों को भी लोकसभा चुनाव में उतारे जाने की चर्चा है। इन चर्चाओं से भाजपा के सीटिंग सांसदों में हड़कंप मचा हुआ है।