राष्ट्रीय

इंडिया शब्द को ‘भारत’ से बदलने के प्रस्ताव को मिली मंजूरी

कोच्ची: केरल के शिक्षा मंत्री वी शिवनकुट्टी ने आज गुरुवार (26 अक्टूबर) को नेशनल काउंसिल फॉर एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (NCERT) को इण्डिया शब्द को ‘भारत’ से बदलने के प्रस्ताव के लिए भेजी गई सिफारिशों के विरुद्ध बात की और इस कदम को “संकीर्ण राजनीति”  करार दिया है शिवनकुट्टी ने इस कदम के पीछे की मंशा पर भी प्रश्न उठाया और बोला कि इसमें “विकृत हित” शामिल हैं शिवनकुट्टी ने बोला कि केरल सामाजिक विज्ञान के लिए NCERT समितियों में से एक द्वारा दी गई सिफारिशों को खारिज करता है उन्होंने बोला कि, “नागरिकों को संविधान में उल्लिखित इण्डिया या हिंदुस्तान का इस्तेमाल करने का अधिकार है वे विकृत हितों के साथ कह रहे हैं कि अब से हमें सिर्फ़ हिंदुस्तान का इस्तेमाल करना चाहिए यह संकीर्ण राजनीति है केरल इसे स्वीकार नहीं कर सकता” बता दें कि, इसी वर्ष अगस्त में इसी केरल गवर्नमेंट ने विधानसभा में अपने राज्य का नाम केरल से केरलम करने का प्रस्ताव पास किया था, लेकिन अब उन्हें पाठ्यपुस्तकों में इण्डिया की स्थान भारत पढ़ाए जाने पर विरोध है

इसके अलावा, केरल के मंत्री ने खुलासा किया कि एक राज्य पाठ्यचर्या समिति का गठन किया जाएगा और वर्तमान में इस्तेमाल की जा रही 44 पाठ्यपुस्तकों पर विस्तार से चर्चा की जाएगी उन्होंने बोला कि, “हम एक राज्य पाठ्यचर्या समिति बुलाएंगे और अकादमिक हितों को ध्यान में रखते हुए राज्य में वर्तमान में इस्तेमाल की जाने वाली 44 पाठ्यपुस्तकों को तैयार करने के काम पर विस्तार से चर्चा करेंगे” यह कहते हुए कि केरल “ऐतिहासिक तथ्यों” को तोड़ने-मरोड़ने के कदमों को खारिज करता है, शिवनकुट्टी ने बोला कि, “इससे पहले, जब NCERT ने (किताबों से) कुछ हिस्से हटा दिए थे, तो केरल ने उन्हें अतिरिक्त पाठ्यपुस्तकों के रूप में पाठ्यक्रम में शामिल किया था

उन्होंने कहा, “यदि NCERT पाठ्यपुस्तकों के माध्यम से बच्चों को असंवैधानिक, अवैज्ञानिक और असली इतिहास को विकृत करने वाली चीजें सिखाने का इरादा रखता है, तो केरल अकादमिक रूप से बहस करके अपना बचाव करेगा” बुधवार को, पाठ्यपुस्तकों में सामग्री को संशोधित करने या बदलने के लिए उत्तरदायी एनसीईआरटी के 25 पैनलों में से एक ने पुस्तकों में इण्डिया की स्थान हिंदुस्तान करने का प्रस्ताव स्वीकार कर लिया NCERT की पुस्तकों के अगले सेट में इण्डिया की स्थान ‘भारत’ नाम होगा और पैनल के अध्यक्ष आईसी इसाक ने बोला था कि इस प्रस्ताव को एक समिति ने सर्वसम्मति से स्वीकार कर लिया है

सिफारिशें NCERT, दिल्ली को भेज दी गई हैं और मुद्दे पर आखिरी फैसला की प्रतीक्षा है प्रस्ताव की मीडिया रिपोर्टें आने के तुरंत बाद, एनसीईआरटी ने बोला कि इस पर टिप्पणी करना “बहुत जल्दबाजी” होगी NCERT ने एक बयान में बोला है कि, “चूंकि नए पाठ्यक्रम और पाठ्यपुस्तकों का विकास प्रक्रिया में है और उस उद्देश्य के लिए, डोमेन जानकारों के विभिन्न पाठ्यचर्या क्षेत्र समूहों को NCERT द्वारा अधिसूचित किया जा रहा है, इसलिए इस समाचार पर टिप्पणी करना जल्दबाजी होगी” पाठ्यपुस्तकों में ‘भारत’ के प्रस्ताव को स्वीकार करने वाले पैनल ने पाठ्यपुस्तकों में ‘हिंदू जीत’ को खुलासा करने और ‘प्राचीन इतिहास’ के बजाय ‘शास्त्रीय इतिहास’ को शामिल करने की भी सिफारिश की है

 

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