हिट एंड रन मामलों के नए कानून पर सरकार और ट्रांसपोर्टरों के बीच हुआ समझौता
पिछले कुछ दिनों से देशभर में ट्रक ड्राइवरों की स्ट्राइक चल रही थी। इनमें प्रमुख है हिट एंड रन मामलों के नए कानून पर गवर्नमेंट और ट्रांसपोर्टरों के बीच समझौता। परिवहन संगठन ने देशभर के ड्राइवरों से स्ट्राइक वापस लेने को बोला है। सरकार की ओर से संगठन को आश्वासन दिया गया है कि अभी कानून लागू नहीं किया जाएगा।
इसके साथ ही गवर्नमेंट जब भी इसे लागू करेगी तो संगठन से इस पर चर्चा की जाएगी। इसके बाद ऑल इण्डिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस पार्टी ने ड्राइवरों से स्ट्राइक समाप्त करने की अपील की है। बैठक के बाद ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष ने बोला कि गवर्नमेंट को आश्वासन दिया गया है कि कानून लागू नहीं किया जायेगा। साथ ही हीट एंड रन में नया नियम अब लागू नहीं होगा।
मोटर व्हीकल एक्ट में क्या है?
मोटर गाड़ी अधिनियम के अनुसार हिट-एंड-रन मामलों के लिए नए कानून का विरोध किया जा रहा है। जिसमें देशभर में ट्रक ड्राइवर स्ट्राइक पर हैं और सड़कें जाम कर कानून लागू न करने की मांग कर रहे थे। इसे लेकर गृह मंत्रालय में केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला के साथ ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन की बैठक हुई। यहां आश्वासन मिलने के बाद संगठन स्ट्राइक समाप्त करने को तैयार है।
सरकार ने क्या गारंटी दी है?
ऑल इण्डिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मलकित सिंह बल ने बोला कि धारा 106(2) जिसमें 10 वर्ष की सजा और जुर्माना है, अधिनियम पर लागू नहीं होगी। सभी संगठनों की चिंताओं से हिंदुस्तान गवर्नमेंट को अवगत करा दिया गया है। नए कानून में 10 वर्ष तक की कारावास और जुर्माने का प्रावधान है और यह अभी तक लागू नहीं हुआ है। हम सभी ड्राइवरों को आश्वस्त करते हैं कि यह कानून भविष्य में लागू नहीं किया जाएगा। हमने स्ट्राइक वापस लेने की अपील की है। सभी ड्राइवरों को अपने वाहनों पर लौट जाना चाहिए।
केंद्र गवर्नमेंट ने भी की अपील
केंद्र गवर्नमेंट ने हड़ताली ट्रक ड्राइवरों से काम पर लौटने की अपील की है। केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने मंगलवार को नयी दिल्ली में ऑल इण्डिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस पार्टी के साथ बैठक की। तब बोला गया था कि नया कानून अभी लागू नहीं हुआ है। भारतीय न्यायपालिका संहिता 106/2 को लागू करने से पहले एआईएमटीसी के प्रतिनिधियों से चर्चा की जाएगी, उसके बाद ही कोई फैसला लिया जाएगा।
पिछले कुछ दिनों से मुश्किलें बढ़ गई हैं
इस ओर स्ट्राइक के कारण पेट्रोल-डीजल, फल-सब्जियां और अन्य महत्वपूर्ण सामान नहीं पहुंच पा रहे हैं। जिसके चलते इन सभी की कीमतें बढ़ गई हैं। कांग्रेस और भारतीय किसान यूनियन ने ट्रक ड्राइवरों की स्ट्राइक का समर्थन किया। एमपी, राजस्थान समेत 10 राज्यों से पेट्रोल-डीजल पंप खाली होने की खबरें आईं।