लोकसभा से सदस्यता जाने के बाद महुआ मोइत्रा ने सरकार पर बोला हमला,कहा…
तृणमूल कांग्रेस पार्टी (टीएमसी) की सांसद महुआ मोइत्रा की प्रश्न पूछने के बदले कैश लेने के मुद्दे में संसद की सदस्यता चली गई है। लोकसभा में शुक्रवार को महुआ के विरुद्ध वाली एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट को पेश किया गया, जिसमें उन्हें सदन से निष्कासित करने का प्रस्ताव रखा गया। यह प्रस्ताव बहुमत से पारित हो गया। लोकसभा से सदस्यता जाने के बाद महुआ मोइत्रा ने गवर्नमेंट पर धावा बोला। उन्होंने दावा किया कि कैश और गिफ्ट लेने के कोई सबूत नहीं है। उन्होंने प्रश्न किया कि इस मुद्दे में बिजनेसमैन को क्यों नहीं बुलाकर प्रश्न किए गए। कमेटी ने भी गहन जांच नहीं की है। महुआ ने इल्जाम लगाया कि वैसे सदन में उन्होंने लगातार बिजनेसमैन अडानी से जुड़े मामले उठाए, इसीलिए उन पर कार्रवाई की गई। इस दौरान महुआ को कांग्रेस पार्टी समेत समूचे विपक्ष का भी साथ मिला और विपक्षी सांसदों ने गांधी प्रतिमा के सामने प्रदर्शन किया।
बता दें कि 49 वर्षीय महुआ मोइत्रा पर संसद में नरेंद्र मोदी गवर्नमेंट की निंदा करने वाले प्रश्न पूछने के बदले में बिजनेसमैन दर्शन हीरानंदानी से 2 करोड़ रुपये नकद और लक्जरी गिफ्ट सहित घूस लेने का इल्जाम है। मोइत्रा पर संसदीय वेबसाइट पर एक सीक्रेट खाते में लॉग-इन क्रेडेंशियल सरेंडर करने का भी इल्जाम है ताकि हीरानंदानी सीधे प्रश्न पोस्ट कर सकें। हालांकि, महुआ ने घूस लेने के आरोपों से इनकार किया है, लेकिन लॉग-इन जानकारी शेयर करने की बात को स्वीकार किया है। लोकसभा में आज एथिक्स कमेटी ने अपनी रिपोर्ट पेश की, जिससे सत्तारूढ़ बीजेपी और मोइत्रा की पार्टी सहित विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक प्रारम्भ हो गई। रिपोर्ट पेश करने के बाद हुए हंगामे के कारण कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी।