AAP मंत्री आतिशी ने केंद्र सरकार पर लगाया ये बड़ा आरोप
Delhi : दिल्ली की कैबिनेट मंत्री आतिशी ने शुक्रवार ( 12 अप्रैल ) को एक बड़ा इल्जाम लगाया है, कि बीजेपी (BJP) नीत केंद्र गवर्नमेंट राष्ट्रीय राजधानी में राष्ट्रपति शासन लगाने के लिए एक बड़ी सियासी षड्यंत्र रच रही है। आतिशी ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, कि अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी उनकी गवर्नमेंट को गिराने के लिए एक सियासी षड्यंत्र है। हमें पता चला है, कि आने वाले दिनों में दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लागू किया जाएगा, लेकिन दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगाना अवैध और जनादेश के विरुद्ध होगा।
आम आदमी पार्टी (AAP) की नेता के इल्जाम पर प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी की दिल्ली इकाई के प्रमुख वीरेंद्र सचदेवा ने बोला कि यह आश्चर्यजनक है कि ‘‘राष्ट्रपति शासन का डर’’ आम आदमी पार्टी को सता रहा है, जिसके पास विधानसभा में 62 विधायक हैं।
बता दें। कि सचदेवा ने केजरीवाल से सीएम पद से त्याग-पत्र देने की भी मांग की है। आतिशी ने संवाददाता सम्मेलन में दावा किया कि पिछले कुछ महीनों में कई ऐसी घटनाएं हुई हैं जो इस संभावना की ओर इशारा करती हैं। मंत्री ने बोला कि पिछले कुछ महीनों से भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के किसी वरिष्ठ अधिकारी को दिल्ली में तैनात नहीं किया गया है।
साथ ही उन्होंने इल्जाम लगाया, ‘‘विभागों में पद खाली पड़े हैं लेकिन कोई तैनाती नहीं हुई है। नौकरशाहों ने आदर्श आचार संहिता का हवाला देते हुए मंत्रियों द्वारा बुलाई जाने वाली बैठकों में आना बंद कर दिया है। उपराज्यपाल दिल्ली गवर्नमेंट के कामकाज को लेकर गृह मंत्रालय को पत्र लिख रहे हैं। साथ ही उन्होंने बोला कि बीजेपी को पहले से ही पता था कि वह राष्ट्रीय राजधानी में ‘‘सत्ता में नहीं आ सकती।
आतिशी ने कहा, ‘‘आप ने 2015 और 2020 में दिल्ली विधानसभा चुनावों में बीजेपी को हराया है, इसलिए वे दिल्ली गवर्नमेंट को गिराना चाहते हैं। लेकिन राष्ट्रपति शासन लगाना अवैध होगा क्योंकि दिल्ली गवर्नमेंट के पास बहुमत है। हमने इस वर्ष 17 फरवरी को सदन में बहुमत परीक्षण पास कर लिया था।
सचदेवा ने इसे लेकर आतिशी की निंदा की और इल्जाम लगाया कि केजरीवाल दिल्ली कोर्ट की फटकार से असहज महसूस कर रहे हैं। साथ ही उन्होंने कहा, कि आतिशी ने अपने उत्पीड़न और ऑपरेशन लोटस की आम तौर पर सुनायी जाने वाली झूठी कहानी के बजाए आज सुबह एक नई कहानी सुनायी। आज, उन्होंने बोला कि दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगाया जा सकता है।
सचदेवा ने आगे कहा, कि बेहतर होगा यदि अरविंद केजरीवाल त्याग-पत्र दे दें। एक नए सीएम को गवर्नमेंट सौंपे और दिल्ली के प्रशासन को मुनासिब ढंग से चलाने दें।