राष्ट्रीय

2047 तक भारत को बनाना है विकसित : राजनाथ सिंह

नई दिल्ली. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को आईएएनएस से खास वार्ता करते हुए बोला कि 2014 के पहले पूरी तरह से जो भी सरकारें थी, वह दुनिया के दूसरे राष्ट्रों पर रक्षा के मुद्दे में निर्भर थी. लेकिन, पीएम मोदी के सत्ता में आने के बाद उन्होंने निर्णय किया कि हर क्षेत्र में हिंदुस्तान को आत्मनिर्भर बनना चाहिए. तभी से रक्षा क्षेत्र में भी आत्मनिर्भरता का यह सिलसिला प्रारंभ हुआ.

उन्होंने बोला कि विगत कुछ सालों के अंदर मैं कह सकता हूं कि बड़ी तेजी से हम लोग आत्मनिर्भर हिंदुस्तान की दिशा में आगे बढ़े हैं और यहां जब 2014 के आसपास सिर्फ़ 600-800 करोड़ रुपए का एक्सपोर्ट होता था. आज हम 21,000 करोड़ से अधिक का एक्सपोर्ट कर चुके हैं. यह हमारी प्रयास है कि अगले पांच साल के खत्म होते-होते हमारा रक्षा निर्यात यानी डिफेंस एक्सपोर्ट लगभग 50,000 करोड़ को क्रॉस कर जाए.

भारत को दुनिया का सबसे बड़ा डिफेंस एक्सपोर्टर बनाने पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बोला कि 2047 तक हिंदुस्तान को विकसित बनाना है. तब तक इस आसार को भी नकारा नहीं जा सकता है कि हम भी एक बहुत बड़े डिफेंस आइटम्स के एक्सपोर्टर बन जाएंगे. लेकिन, हम तुरंत नंबर एक पर पहुंच जाएंगे, यह मैं नहीं कह रहा हूं. हमारी प्रयास यही है कि हिंदुस्तान सबसे बड़ा डिफेंस एक्सपोर्टर बने. डिफेंस सेक्टर में ही नहीं, बल्कि और भी जितने क्षेत्र हैं, उन क्षेत्रों में भी हिंदुस्तान तेजी से आगे बढ़ रहा है.

रक्षा मंत्री ने आगे बोला कि हम हिंदुस्तान को विश्व की महाशक्ति बनाना चाहते हैं. लेकिन, दुनिया में किसी राष्ट्र पर आक्रमण करने के लिए नहीं. दुनिया के किसी राष्ट्र पर कब्जा करने के लिए नहीं. बल्कि विश्व की हम महाशक्ति, विश्व के कल्याण के लिए बनना चाहते हैं.

वहीं, राजनाथ सिंह ने आर्थिक आधार पर आरक्षण के प्रश्न पर बोला कि नयी जो आरक्षण की प्रबंध है, वह अपने आप में एकदम ठीक है और बहुत सोच-समझकर आरक्षण की यह प्रबंध की गई है. आपने देखा होगा कि पिछड़े वर्ग के लिए जो आरक्षण की प्रबंध है, उसको हम लोगों ने कानूनी अधिकार दिया है. पहले की सरकारों से बराबर उस वर्ग के लोगों द्वारा मांग होती रही. लेकिन, उन लोगों ने इसको पूरा नहीं किया, जिसे हम लोगों ने पूरा किया और मैं समझता हूं कि आरक्षण की प्रबंध आगे भी जारी रहेगी. हां, धर्म के आधार पर आरक्षण हमें किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं है. यह इसलिए स्वीकार नहीं है कि हिंदुस्तान के संविधान में धर्म के आधार पर आरक्षण का कोई प्रावधान नहीं है.

बीजेपी द्वारा आरएसएस की रणनीति को फॉलो करने के प्रश्न पर राजनाथ सिंह ने बोला कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सियासी पार्टी के लिए रणनीति नहीं बनाती है. मैं साफ कर दूं कि मैं मूलतः राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का स्वयंसेवक हूं और मैं आरएसएस की विचारधारा से सिर्फ़ प्रभावित ही नहीं हूं, उसे आत्मसात किया है और मैं सियासी रूप से एक सियासी पार्टी, बीजेपी में काम कर रहा हूं. यह कहने में मुझे जरा भी संकोच नहीं है.

उन्होंने बोला कि आरएसएस, बीजेपी की जो कार्यक्रम और नीतियां होती हैं, उनको प्रभावित कभी नहीं करता. मैंने ऐसा कभी नहीं देखा है. हां, कभी किसी ने कोई सुझाव मांगा तो देशहित में उन्हें जो लगा कि किसी सियासी पार्टी को देशहित में सुझाव दिया जाना चाहिए, वह सुझाव देते हैं. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने कभी बीजेपी के कामकाज में हस्तक्षेप नहीं किया है.

भाजपा के 400 पार के नारे पर राजनाथ सिंह ने बोला कि एनडीए का 400 पार का संकल्प है, हम उसे पूरा करेंगे. 5 चरणों के चुनाव संपन्न हुए हैं. अभी तक जो रुझान मिल रहे हैं, उससे यह साफ होता जा रहा है कि जो लक्ष्य हम लोगों ने निर्धारित किया है, 400 पार का उस लक्ष्य को हासिल करेंगे.

रक्षा मंत्री ने इंडी गठबंधन के दावा कि इस बार एनडीए की गवर्नमेंट नहीं बनने वाली है, इस पर बोला कि विपक्ष के लोग उल्टे-सीधे बयान देते रहते हैं. वह कह रहे हैं कि 2024 में नरेंद्र मोदी पीएम नहीं बनेंगे. क्या विपक्ष दूसरों के लिए वोट मांग रहा है. नरेंद्र मोदी 2024 में भी पीएम रहेंगे और 2029 में भी रहेंगे. यह निर्णय करने वाले वह कौन होते हैं? यह निर्णय तो एनडीए के लिए हम लोगों को करना है.

<!– और पढ़े…–>

Related Articles

Back to top button