10 दिनों से तलाश कर रही थी पुलिस, महाकाल मंदिर की मदद से पकड़े गए नारायण गुर्जर हत्याकांड के आरोपी
पुलिस से बचने के लिए बदला
पुलिस को आरोपियों के मध्य प्रदेश और महाकाल (उज्जैन) की ओर भागने का इनपुट मिला था। मांडल थाना प्रभारी संजय गुर्जर के इनपुट के बाद एसपी दुष्यंत ने एक पुलिस टीम उज्जैन भेजी। जब महाकालेश्वर मंदिर ट्रस्ट द्वारा लगाए गए सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली गई तो दोनों आरोपियों की फुटेज कैमरे में कैद हो गई। दोनों ने हेयरकट और टोपी लगाई हुई थी. आरोपियों ने अपनी पहचान छुपाने और पुलिस से बचने के लिए अपने बाल काट लिए।
आरोपी को मंदिर के सीसीटीवी फुटेज में देखा गया था
हालांकि, उज्जैन महाकाल मंदिर से मिले सीसीटीवी फुटेज से पुलिस को काफी सहायता मिली और उसके आधार पर पुलिस ने कल शाम नीमच-मंदसौर (मध्य प्रदेश) हाईवे पर दो लुटेरों को अरैस्ट कर लिया। दोनों लुटेरों की गिरफ्तारी से पुलिस विभाग ने राहत की सांस ली है।
पुलिस 10 दिनों से तलाश कर रही थी
घटना के बाद फरार आरोपी की तलाश में पिछले 10 दिनों से जगह-जगह भटक रही पुलिस टीम को आखिरकार कामयाबी मिल गई। मदन सिंह उर्फ तेज सिंह निवासी देवरिया, (मांडल-भीलवाड़ा) और राकेश सुथार निवासी लखारा चौक, (मांडल-भीलवाड़ा) को मध्य प्रदेश के नीमच-मंदसौर राजमार्ग से पकड़ा गया.
हुलिया बदला… भाग गया लेकिन हिरासत में ले लिया गया
दोनों आरोपियों ने पुलिस से बचने के लिए अपने बाल काटकर कपड़े बदल लिए। वे टोपी पहने हुए थे। पुलिस के उज्जैन पहुंचने से ठीक आधे घंटे पहले दोनों आरोपी वहां से भाग गए। टीम का संघर्ष फिर से प्रारम्भ हुआ. पीछा करते हुए टीम नीमच मंदसौर हाईवे पर पहुंची और दोनों को पकड़ लिया गया. पुलिस टीम के उज्जैन पहुंचने से आधे घंटे पहले ही दोनों आरोपी वहां से निकल चुके थे। यदि ऐसा नहीं होता तो दोनों आरोपी उज्जैन में पकड़े जाते.
ऐसे हुई घटना
गिरफ्तार दोनों आरोपियों पर इल्जाम है कि 23 अप्रैल की रात को उन्होंने पल्सर बाइक पर सवार होकर स्विफ्ट कार से नारायण गुर्जर को भिड़न्त मार दी थी। जिससे नारायण बाइक समेत उछलकर खेत में जा गिरा. आरोपी नारायण को कार में डालकर नीम का खेड़ा के जंगल में ले गए. वहां उसके साथ हाथापाई की गई, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया. गंभीर रूप से घायल नारायण गुर्जर को जिला हॉस्पिटल में डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. घटना के बाद गुर्जर समाज में आक्रोश फैल गया।