मुख्य न्यायाधीश के रूप में पांच न्यायाधीशों को किया गया पदोन्नत

मुख्य न्यायाधीश के रूप में पांच न्यायाधीशों को किया गया पदोन्नत

उच्च न्यायालयों के मुख्य न्यायाधीश के रूप में शुक्रवार को पांच न्यायाधीशों को पदोन्नत किया गया, जिनमें से एक 30 मई को सेवानिवृत्त होने वाले हैं. केंद्रीय कानून मंत्रालय में न्याय विभाग ने बॉम्बे उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश संजय विजयकुमार गंगापुरवाला को मद्रास उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश और जस्टिस रमेश देवकीनंदन धानुका को बॉम्बे उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में नियुक्त करने की घोषणा करते हुए भिन्न-भिन्न अधिसूचनाएं जारी कीं. जस्टिस धानुका वर्तमान में बॉम्बे उच्च न्यायालय के न्यायाधीश हैं. वह 62 साल के होने के बाद 30 मई को सेवानिवृत्त होंगे और मुख्य न्यायाधीश के रूप में उनका कार्यकाल चार दिन का होगा.

पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के जस्टिस ऑगस्टाइन जॉर्ज मसीह को राजस्थान उच्च न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया है. वहीं, पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के न्यायाधीश जस्टिस मामिदन्ना सत्य रत्न श्री रामचंद्र राव को हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश बनाया गया है. केरल उच्च न्यायालय के जस्टिस एस वेंकटनारायण भट्टी को इसी उच्च न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया है. जस्टिस एस वैद्यनाथन को बुधवार को मद्रास उच्च न्यायालय का कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया था. जस्टिस टी राजा 62 साल की उम्र प्राप्त करने पर बुधवार शाम को सेवानिवृत्त हो गए. वह मद्रास उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश भी थे. उच्चतम न्यायालय कॉलेजियम ने अप्रैल में सिफारिश की थी कि जस्टिस गंगापुरवाला को मद्रास उच्च न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश बनाया जाए. कॉलेजियम ने बॉम्बे उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में पदोन्नति के लिए जस्टिस धानुका के नाम की सिफारिश की थी. उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश जहां 65 वर्ष की उम्र में सेवानिवृत्त होते हैं, वहीं उच्च न्यायालय के न्यायाधीश 62 वर्ष की उम्र में सेवानिवृत्त होते हैं. जस्टिस गंगापुरवाला मई 2024 में सेवानिवृत्त होंगे.