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वित्त मंत्री : आने वाले वर्षों में बड़ी उपलब्धियां हासिल करने के लिए तैयार है देश

विकसित हिंदुस्तान एंबेसडर के अनुसार वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण सोमवार को विशाखापट्टनम के गीतम यूनिवर्सिटी में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुईं. इस दौरान उन्होंने बोला कि पिछले कुछ सालों में मोदी गवर्नमेंट की दृढ़ इच्छाशक्ति और दूरदर्शी नेतृत्व ने राष्ट्र के तेज विकास का मार्ग प्रशस्त किया है और राष्ट्र आने वाले सालों में बड़ी उपलब्धियां हासिल करने के लिए तैयार है.

उन्होंने हिंदुस्तान को दुनिया में एक उज्ज्वल जगह के रूप में देखे जाने के पीछे कुछ कारणों में करप्शन के विरुद्ध लड़ाई, लालफीताशाही को कम करना और व्यापार करने में सहूलियत जैसी सुविधाओं को मिलना बताया.

कार्यक्रम में निर्मला सीतारमण ने कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी चिदंबरम के उस बयान पर भी उत्तर दिया जिसमें उन्होंने बोला था कि हिंदुस्तान दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर रहेगा, चाहे कोई भी पीएम हो.

वित्त मंत्री ने बोला कि जीडीपी में वृद्धि स्वयं से संचालित नहीं होती और इसके लिए बहुत कोशिश और दूरदर्शी नेतृत्व की जरूरत होती है, जो करप्शन को रोक सके, यह सुनिश्चित कर सके कि कौशल मौजूद हो और व्यवसायों को बढ़ाने के लिए माहौल मिले.

गौरतलब है कि कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने एक बयान में बोला था, पीएम मोदी अंकगणितीय अनिवार्यता को गारंटी में बदल रहे हैं.

पूर्व वित्त मंत्री के इल्जाम पर पलटवार करते हुए सीतारमण ने बोला कि वह कहते हैं कि हमारी जितनी जनसंख्या है, उसे देखते हुए कोई जादू नहीं है, हम तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएंगे. पूर्व वित्त मंत्री एक धारणा बनाने की प्रयास कर रहे हैं जो पूरी तरह से असत्य है. यह गणितीय अनिवार्यता नहीं है. आपको कोशिश की जरूरत है, आपको एक दूरदर्शी सोच रखने वाले नेता की जरूरत है, आपको करप्शन को रोकने की जरूरत है, आपको यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि हमारे विद्यार्थियों के लिए कौशल मौजूद हो, आपको आम लोगों के लिए कल्याणकारी योजनाओं को तैयार करने और इसे लागू करने के साथ यह आम लोगों तक पहुंचे यह सुनिश्चित करने की जरूरत है, आपको यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि गरीबों को उनका अधिकार मिले और यह भी सुनिश्चित करना होगा कि व्यवसायों को बढ़ाने के लिए एक सकारात्मक माहौल मिले.

सीतारमण ने मोदी गवर्नमेंट के 10 वर्ष के कामों पर प्रकाश डालते हुए बोला कि यूपीए कार्यकाल में अर्थव्यवस्था कैसे पिछड़ गई थी. 2004 में जब यूपीए सत्ता में आई, तो हिंदुस्तान 12वें जगह पर था. वर्ष 2007 में यह 14वें जगह पर और 2011 में नौवें जगह पर पहुंच गया. वर्ष 2012 में फिर से हिंदुस्तान की अर्थव्यवस्था 10वें जगह पर खिसक गई, 2013 में यह और भी गिरकर 11वें जगह पर आ गई और 2014 तक यह फिर से 10वें जगह पर आ गई.

उन्होंने बोला कि आज हिंदुस्तान पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और जल्द ही तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की आशा है. सीतारमण ने आगे कहा कि 2008 में आए अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संकट को छोड़कर, उन 10 सालों में कोई बड़ी परेशानी नहीं थी, जबकि 2020 में अंतरराष्ट्रीय महामारी कोविड-19 आई और इसके बावजूद हिंदुस्तान पिछले 10 सालों में 10वें से पांचवें जगह पर पहुंच गया.

उन्होंने बोला कि आर्थिक विकास के लिए दूरदर्शी सोच रखने वाले नेताओं की आवश्यकता है, जो यह सुनिश्चित करेंगे कि करप्शन आम लोगों की साख और कमाई को हानि न पहुंचाए.

उन्होंने कहा, प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने गारंटी दी है कि स्वच्छ और पारदर्शी प्रशासन के साथ हम यह सुनिश्चित करेंगे कि हिंदुस्तान जल्द ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाए.

 

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