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लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को लगा एक और झटका, रोहन गुप्ता ने पार्टी से दिया इस्तीफा

Rohan Gupta Resign:  लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी को एक और झटका लगा है चुनाव से अपनी उम्मीदवारी वापस लेने के बाद रोहन गुप्ता ने अब पार्टी से त्याग-पत्र भी दे दिया है बता दें, कि कांग्रेस पार्टी प्रवक्ता रोहन गुप्ता ने शुक्रवार ( 22 मार्च ) को पार्टी से त्याग-पत्र दे दिया है इसकी जानकारी उन्होंने स्वयं सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के जरिए दी रोहन गुप्ता ने कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को चिट्ठी लिखकर अपना त्याग-पत्र भेजा और साथ ही पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं पर गंभीर इल्जाम भी लगाए है

इसके अतिरिक्त उन्होंने अपने पोस्ट में कांग्रेस पार्टी से त्याग-पत्र देने की वजह भी बताई है बता दें कि इससे पहले रोहन गुप्ता ने अहमदाबाद (पूर्व) लोकसभा सीट से अपनी उम्मीदवारी वापस लेने का फैसला लिया था

रोहन गुप्ता ने कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष खड़गे को लिखी चिट्ठी में बताया, ”मैं पिछले तीन दिनों से अपने पिता की खराब स्वास्थ्य स्थितियों से जूझ रहा हूं जिससे मुझे वास्तव में उनके दृष्टिकोण को समझने में सहायता मिली, उन्होंने पिछले 40 सालों में पार्टी में विश्वासघात और तोड़फोड़ की घटनाओं का वर्णन किया उन घटनाओं के घाव अभी भी ठीक नहीं हुए हैं

उनके आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे वह नहीं चाहते कि मैं भी कांग्रेस पार्टी में रहकर उनकी तरह पार्टी के नेताओं के विश्वासघात की मूल्य चुकाऊं, क्योंकि पिछले दो सालों से मैं जिस मानसिक आघात से गुजरा हूं, उसे मेरे पूरे परिवार ने देखा है, जो कम्युनिकेशन डिपार्टमेंट से जुड़े वरिष्ठ नेताके कारण हुआ था मेरे पिता मेरे साथ वही सब घटित होने की कल्पना कर रहे थे जो मैं नहीं कर सकता था

रोहन गुप्ता ने आगे कहा कि, उन्होंने इसे सहन किया और अंततः अपना स्वास्थ्य खराब कर लिया और बायपास सर्जरी करा ली, ऐसे में वह कभी नहीं चाहते थे कि मेरे साथ भी ऐसा हो हम दोनों योद्धा हैं और पिछले 40 सालों से अपनी-अपनी भूमिकाओं में पार्टी के लिए विभिन्न लड़ाइयां सफलतापूर्वक लड़ रहे हैं मैं किसी चीज से नहीं डरता हूं, लेकिन जब मुझे विश्वासघात देने की सुनियोजित षड्यंत्र का पता चला तो मुझे आवाज उठाने की प्रयास की, मेरी विनम्रता को मेरी कमजोरी न समझा जाए

मैंने अपनी लोकसभा उम्मीदवारी वापस लेने का अपने जीवन का सबसे मुश्किल फैसला लिया था अब मैं कम्युनिकेशन डिपार्टमेंट से जुड़े नेता द्वारा लगातार अपमान और चरित्र हनन के कारण पिछले 15 सालों तक पार्टी की सेवा करने के बाद पार्टी छोड़ने का एक और सबसे मुश्किल फैसला ले रहा हूं जिस आदमी ने पिछले दो सालों से मुझे अपमानित किया है, जो आदमी पिछले तीन दिनों से ऐसा करने से नहीं चूक रहा है, मुझे विश्वास है कि वह भविष्य में भी ऐसा करने से बाज नहीं आएंगे और कोई भी उसे रोक नहीं पाएगा, लेकिन अब मैं अपने आत्मसम्मान पर कोई ठेस सहने के लिए तैयार नहीं हूं

रोहन गुप्ता ने बोला कि अब मेरा आत्मशक्ति मुझे पार्टी में बने रहने की इजाजत नहीं देता कम्युनिकेशन डिपार्टमेंट से जुड़े उस नेता ने अपने अहंकारी और असभ्य व्यवहार से पार्टी को भी हानि पहुंचाया है अपनी चरम वामपंथी मानसिकता के कारण उन्होंने सनातन धर्म के अपमान पर पार्टी की खामोशी सुनिश्चित की, जिससे मुझे पर्सनल रूप से ठेस पहुंची इससे पार्टी की छवि और पार्टी के नेताओं के आत्मशक्ति को काफी हानि हुआ है

नेतृत्व को इस तरह के नेताओं की ऐसी गतिविधियों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए, जो निष्ठावान कार्यकर्ताओं और नेताओं का अपमान करते हैं और उन्हें पार्टी छोड़ने के लिए विवश करते है कुछ लोगों को यहां षड्यंत्र नजर आ सकती है लेकिन मेरे करीबी लोग मेरा दृष्टिकोण समझेंगे

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