रिश्वतखोरी के मामले में CBI ने NHAI के जीएम-डीजीएम समेत 6 लोगों को किया अरेस्ट
भोपाल, 3 मार्च (हि।स।)। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने 20 लाख रुपये की घूस लेने के इल्जाम में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के दो अधिकारियों, निजी कंपनी के दो निदेशकों सहित छह लोगों को अरैस्ट किया है। गिरफ्तारी के बाद आरोपितों के ठिकानों पर मारे गए छापे और 20 लाख रुपये रिश्वतखोरी की धनराशि मिलाकर CBI ने एक करोड़ दस लाख रुपये बरामद किए हैं।
सीबीआई की ओर से रविवार को मिली जानकारी के अनुसार, एनएचएआई के नागपुर में पदस्थ महाप्रबंधक अरविंद काले, हरदा में पदस्थ उप महाप्रबंधक बृजेश कुमार साहू, भोपाल स्थित बंसल कंस्ट्रक्शन कंपनी के निदेशक अनिल बंसल और कुणाल बंसल और बंसल कंस्ट्रक्शन कंपनी के कर्मचारी सी कृष्णा और छतर सिंह को अरैस्ट किया गया है।
जानकारी के अनुसार, CBI को सूचना मिली थी कि एनएचएआई के महाप्रबंधक और परियोजना निदेशक पीआईयू नागपुर और मध्यप्रदेश के हरदा में पदस्थ एनएचएआई के उप महाप्रबंधक और परियोजना निदेशक 20 लाख की घूस लेने वाले हैं। CBI ने इस मुद्दे में भोपाल स्थित निजी कंपनी के चार अधिकारियों, दो निदेशकों कर्मचारियों सहित पांच निजी व्यक्तियों और अन्य के विरुद्ध करप्शन निवारण अधिनियम के अनुसार प्रकरण दर्ज किया है। एनएचएआई के महाप्रबंधक और उप महाप्रबंधक ने निजी ठेका कंपनी के निदेशकों से भिन्न-भिन्न सड़क परियोजनाओं के पूर्णता प्रमाण-पत्र जारी करने, बिलों की स्वीकृति और निर्माणाधीन कार्यों के सुचारू रूप से प्रगति पत्रक जारी करने के बदले 20 लाख रुपये की घूस ली है। जिस निजी ठेका कंपनी के निदेशक घूस देने के इल्जाम में अरैस्ट किए गए हैं, उनकी कंपनी के कुछ कर्मचारी संबंधित कार्यों के लिए लंबे समय से लगातार संपर्क में थे। इसकी भनक लगते ही CBI ने इस मुद्दे में नजर रखना प्रारम्भ कर दिया था।
गुप्त शिकायतकर्ता ने इल्जाम लगाया था कि निजी कंपनी के कर्मचारी नागपुर और हरदा और प्रदेश के अन्य स्थानों पर पदस्थ एनएचएआई के अधिकारियों-कर्मचारियों को लाखों की घूस देकर कार्य करा रहे हैं। कम्पलेन की सत्यता होने के बाद CBI ने जाल बिछाया और एनएचएआई के जनरल और प्रोजेक्ट मैनेजर को 20 लाख रुपये की घूस देने के बाद सभी को अरैस्ट कर लिया गया। CBI ने जीएम के नागपुर, डीजीएम के हरदा और निजी कंपनी के निदेशकों के भोपाल स्थित ठिकानों और आवासों की तलाशी ली है। इसी तलाशी के दौरान 20 लाख रुपये की घूस की राशि मिलाकर करीब एक करोड़ दस लाख रुपये की नकदी बरामद की गई है। CBI इस मुद्दे की गहनता से जांच कर रही है। जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ेगी, मुद्दे में आरोपितों की संख्या भी बढ़ सकती है।