राजनाथ सिंह : पहले विदेश में हमारी बातों को गंभीरता से नहीं लिया जाता, लेकिन…
Narendra Modi and Atal Bihari Vajpayee: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पीएम मोदी और दिवंगत पीएम अटल बिहारी वाजपेयी गवर्नमेंट में अंतर पर खुलकर बात की। उन्होंने कहा कि पहले विदेश में हमारी बातों को गंभीरता से नहीं लिया जाता, लेकिन अब स्थिति बदल गई है। उन्होंने बोला कि पहले की गवर्नमेंट भी रक्षा क्षेत्र पर काफी ध्यान देती थी, लेकिन मौजूदा गवर्नमेंट ने इसे ‘आत्मनिर्भर’ बनाने का काम किया है।
पहले बातों को गंभीरता से नहीं लेते थे- सिंह
सिंह का बोलना है कि हम वो दिन दूर नहीं, जब हमारी सेना ताकत दुनिया सबसे ऊपर होगी। एनडीटीवी के एक कार्यक्रम में उन्होंने वाजपेयी गवर्नमेंट का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, ‘मैं अटल बिहारी वाजपेयी गवर्नमेंट में भी मंत्री था। जब मैं दूसरे राष्ट्रों में जाता था और अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर बोलता था, तो मुझे लगता था कि हमारी बातों को गंभीरता से नहीं लिया जाता।‘
उन्होंने कहा, ‘लेकिन अब जब हम अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर बोलते हैं, तो दुनिया हमारी बात सुनती है। ऐसे हमारा कद बढ़ा है।‘ उन्होंने कहा, ‘साल 2014 में जब पीएम मोदी की गवर्नमेंट बनी, तब हमने रक्षा क्षेत्र को हमारी अहमियत बनाया। आत्मनिर्भरता को बढ़ाया गया और हमने कई मेक-इन इण्डिया पहल कीं। हमारा ध्यान सेना को आधुनिक बनाने पर था।‘
उन्होंने कहा, ‘मैं यह नहीं कहता कि पिछली सरकारों ने रक्षा क्षेत्र पर ध्यान नहीं दिया, लेकिन हम इस क्षेत्र में आत्मनिर्भरता लेकर आए।‘ उन्होंने इस दौरान अन्य राष्ट्रों पर निर्भरता कम करने पर भी बल दिया। उन्होंने बोला कि पीएम मोदी अन्य राष्ट्रों पर निर्भर होने की मानसिकता को तोड़ना चाहते हैं।
कहा- करारा उत्तर मिलेगा
सिंह ने कार्यक्रम के दौरान सीमा पर तनाव को लेकर भी बात की। उन्होंने कहा, ‘चाहे जमीन हो, हवा हो या पानी… यदि किसी ने हिंदुस्तान पर धावा किया, तो हमारे बल मजबूती से उत्तर देंगे। हमने कभी भी किसी की जमीन पर कब्जा नहीं किया, लेकिन यदि किसी ने हमपर धावा किया, तो करारा उत्तर देने की स्थिति में हैं।‘
रक्षा मंत्री का बयान ऐसे समय पर आया है, जब हिंदुस्तान असली नियंत्रण रेखा यानी LAC पर चीन के साथ तल्ख रिश्तों का सामना कर रहा है।