राष्ट्रीय

योगी आदित्यनाथ ने अकबरपुर का नाम बदलने का दिया संकेत

लखनऊ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘पंच प्रण’ (पांच प्रतिज्ञा) के अनुरूप, जिसमें हिंदुस्तान के चेहरे से गुलामी के अवशेषों को हटाना और दूसरों के बीच विरासत का सम्मान करना शामिल है, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने अकबरपुर का नाम बदलने का संकेत दिया. एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, सीएम ने कहा, “निश्चिंत रहें, ये सभी चीजें बदल जाएंगी. हमें अपने राष्ट्र से गुलामी के सभी अवशेषों को समाप्त करना होगा और अपनी विरासत का सम्मान करना होगा.

अकबरपुर से आगे, राज्य के कई जिलों के नाम बदलने पर विचार किया गया है, जिनमें अलीगढ़, आज़मगढ़, शाहजहाँपुर, गाजियाबाद, फ़िरोज़ाबाद, फर्रुखाबाद और मोरादाबाद शामिल हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 2017 में सत्ता संभालने के बाद ऐतिहासिक पराधीनता के प्रतीकों को मिटाने के मिशन पर काम प्रारम्भ किया है. इस कोशिश से राज्य में कई सड़कों, पार्कों, चौराहों और इमारतों का नाम पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के सम्मान में रखा गया है. अकेले लखनऊ में, कोई भी अटल बिहारी वाजपेयी रोड को पार कर सकता है, अटल चौराहे से गुजर सकता है, अटल बिहारी वाजपेयी सम्मेलन केंद्र तक पहुंच सकता है, अटल सेतु को पार कर सकता है और अटल बिहारी कल्याण मंडप तक पहुंच सकता है.

इसके अतिरिक्त, प्रतिष्ठित मुगलसराय रेलवे स्टेशन, जो राष्ट्र का चौथा सबसे व्यस्त जंक्शन है, का नाम बदलकर दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन कर दिया गया. 2019 कुंभ मेले से ठीक पहले, राज्य गवर्नमेंट ने इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज कर दिया, जो शहर की ऐतिहासिक पहचान को पुनः प्राप्त करने में निहित एक कदम था. संतों का तर्क है कि इस ऐतिहासिक जगह का मूल नाम प्रयागराज था, जिसे मुगलों ने बदलकर ‘इलाहाबाद’ कर दिया. समवर्ती रूप से, फैजाबाद का नाम बदलकर अयोध्या कर दिया गया, और झाँसी रेलवे स्टेशन का नाम भी रानी लक्ष्मी बाई के नाम पर रखा गया.

हाल ही में, अलीगढ़ के नगर निकायों ने एक प्रस्ताव पारित कर शहर का नाम बदलकर हरिगढ़ करने की मांग की, जबकि फिरोजाबाद का नाम बदलकर चंद्र नगर करने का प्रस्ताव रखा गया. ऐसा ही एक प्रस्ताव मैनपुरी में भी रखा गया था, जहां जिले का नाम बदलकर मायापुरी करने की मांग की गई थी माध्यमिक शिक्षा राज्य मंत्री गुलाब देवी ने अपने गृह जिले संभल का नाम बदलकर पृथ्वीराज नगर या कल्कि नगर करने की मांग की है भाजपा के पूर्व विधायक देवमणि द्विवेदी ने मांग की है कि सुल्तानपुर जिले का नाम बदलकर कुशभवनपुर किया जाए इस नगर की स्थापना ईश्वर राम के पुत्र कुश ने की थी. सहारनपुर की देवबंद विधानसभा सीट से भाजपा विधायक ब्रजेश सिंह ने भी देवबंद का नाम बदलकर देववृंद करने की मांग की है

देवबंद को इस्लामिक मदरसा दारुल उलूम के लिए जाना जाता है, लेकिन दावा किया जाता है कि प्राचीन हिंदू धर्मग्रंथों में इस स्थान को देववृंद बोला गया है. इसी तरह ग़ाज़ीपुर की मोहम्मदाबाद सीट से भाजपा की पूर्व विधायक अलका राय ने ग़ाज़ीपुर का नाम बदलकर गाधिपुरी करने की मांग की है

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