मोदी सरकार पिछली जातियों को आगे बढ़ने का नहीं दे रही है मौका
नई दिल्ली। राष्ट्र में चल रहे लोकसभा चुनाव के बीच पीएम मोदी ने नेटवर्क 18 को दिए इंटरव्यू में बेबाकी से बात रखी। उन्होंने बोला कि कांग्रेस पार्टी के पापों की सजा आज भी राष्ट्र भुगत रहा है। हम उसे सुधारने की पूरी प्रयास कर रहे हैं। पीएम ने अपने ऊपर विपक्ष की ओर लगाए आरोपों को भी खारिज किया, जिसमें बोला जा रहा कि मोदी गवर्नमेंट पिछली जातियों को आगे बढ़ने का मौका नहीं दे रही है।
न्यूज18 के मैनेजिंग डायरेक्टर और ग्रुप एडिटर इन चीफ राहुल जोशी ने पीएम से पूछा कि विपक्ष संस्थाओं में ओबीसी की भागीदारी पर प्रश्न खड़े करता है। विपक्ष का अरोप है कि मोदी गवर्नमेंट में न तो ओबीसी न्यायधीश हैं और न ही मीडिया में ओबीसी का कोई प्रतिनिधित्व है। इस पर प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने बोला कि वर्ष 2014 में सत्ता में आने के बाद क्या हमने कोई ऐसी नीति बनाई जो किसी को रोकती हो। यह उनके (कांग्रेस) के पाप हैं, जिसका खामियाजा राष्ट्र आज भी भुगत रहा है।
पीएम मोदी ने कहा, यदि कांग्रेस पार्टी ने ठीक मायनों में सेकुलिरिज्म लागू किया होता, सोशल जस्टिस को ठीक अर्थ में लागू किया होता और वोट बैंक की राजनीति न की होती तो आज उन्हें फर्जी कागजात लेकर नहीं घूमना पड़ता। मेरा मानना है कि मैं पिछले 10 सालों से जो कुछ भी कर रहा हूं, उसके रिज़ल्ट ऐसे होंगे कि जो भी प्रश्न पूछे जाएंगे, हम अपने काम के आधार पर उसका उत्तर दे सकेंगे। हम सबको न्याय देंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बोला कि विपक्ष हम पर इल्जाम लगाता है, लेकिन वे बताएं कि हमारे राष्ट्र को पहला आदिवासी राष्ट्रपति कैसे मिला। हमें तीन बार हिंदुस्तान का राष्ट्रपति चुनने का मौका मिला। एक बार अटल जी के समय में, दो बार मेरे कार्यकाल में। हमने पहली बार किसे चुना? सबसे पहले, हमने अल्पसंख्यक समुदाय के डाक्टर अब्दुल कलाम को राष्ट्रपति बनाया। फिर मैंने एक दलित (रामनाथ कोविन्द) को और उसके बाद एक आदिवासी स्त्री (द्रौपदी मुर्मू) को राष्ट्रपति बनाया। हमारे कार्य ही हमारी विचार प्रक्रिया को दर्शाते हैं।