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मुख्यमंत्री योगी : मोदी की गारंटी का मतलब 12 करोड़ किसानों के लिए…

मेरठ. यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने बोला कि मोदी की गारंटी का मतलब 12 करोड़ किसानों के लिए पीएम किसान सम्मान निधि, 4 करोड़ गरीबों को आवास, 10 करोड़ गरीबों के घर में रसोई गैस का सिलेंडर, 12 करोड़ के घरों में शौचालय की व्यवस्था, 80 करोड़ गरीबों को फ्री राशन, 60 करोड़ गरीबों को 5 लाख की स्वास्थ्य बीमा का कवर है.

मोदी की गारंटी के कारण यह राष्ट्र एक स्वर में बोल रहा है कि फिर एक बार मोदी सरकार. यही मोदी की गारंटी है, जो कहते हैं, वो करके रहते हैं. मोदी की गारंटी पर उत्तर प्रदेश को विश्वास और हिंदुस्तान को भरोसा है, क्योंकि मोदी सिर्फ़ सपने नहीं बुनते, हकीकत बुनते हैं, इसीलिए लोग बार-बार मोदी जी को चुनते हैं.

उन्होंने लोकसभा चुनाव के चुनावी रण में रविवार को मेरठ में बीजेपी प्रत्याशियों के लिए जनसमर्थन की अपील की. मुख्यमंत्री योगी ने मेरठ से बीजेपी प्रत्याशी अरुण गोविल, कैराना से प्रदीप चौधरी, मुजफ्फरनगर से संजीव बालियान, बिजनौर से एनडीए प्रत्याशी चंदन चौहान, बागपत से राजकुमार सांगवान को जिताने की अपील की.

सीएम योगी ने बोला कि इस क्षेत्र में 10 साल के अंदर काफी बदलाव हुआ है. कांग्रेस पार्टी और समाजवादी पार्टी सरकारों के समय इस क्षेत्र ने दंगा पॉलिसी और कर्फ्यू की यातनाओं को झेला है. जब भी समाज को जाति और परिवारवादियों के माध्यम से बांटने की चेष्टा होगी तो उसका लाभ उठाकर दंगावादी-कर्फ्यूवादी लोग न सिर्फ़ आजीविका पर प्रहार करेंगे, बेटियों-व्यापारियों की सुरक्षा पर प्रहार करेंगे, बल्कि विकास को बाधित करने का भी कोशिश करेंगे. आज एक तरफ बीजेपी और सहयोगी दल प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में विकसित हिंदुस्तान की परिकल्पना को साकार करते हुए पूरी मुस्तैदी और मजबूती के साथ कार्य कर रहे हैं तो दूसरी तरफ विभाजनकारी ताकतें परिवारवाद और जातिवाद के आधार पर सामाजिक ताने-बाने को छिन्न-भिन्न करने का कार्य कर रही हैं.

सीएम योगी ने बोला कि यह चुनाव केवल चुनाव नहीं है, बल्कि उन लोगों को फिर से ठीक स्थान दिखाने का है, जिन लोगों ने सामाजिक ताने-बाने को छिन्न-भिन्न करने का कोशिश किया है. यह चुनाव फैमिली फर्स्ट बनाम नेशन फर्स्ट, माफियाराज बनाम कानूनराज, करप्शन बनाम जीरो टॉलरेंस, तुष्टिकरण बनाम सबका साथ-सबका विकास, स्वार्थ के परिवार बनाम मोदी के परिवार, जातिवाद बनाम गरीब कल्याण के बीच का है. एक तरफ विकास को लेकर चलने वाली गवर्नमेंट है तो दूसरी तरफ हजार षड्यंत्र करने वाले नापाक गठबंधन के लोग अनेक तरह के भ्रम की आवाज पैदा कर रहे हैं. हमें तय करना है कि हमें कर्फ्यू चाहिए या कांवड़ यात्रा.

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