बाड़मेर में 51 बूथों पर 95 प्रतिशत से अधिक मतदान किया गया दर्ज
बाड़मेर। बाड़मेर लोकसभा सीट इस बार कई कारणों से देशभर में चर्चा का विषय बनी हुई है। इनमें एक है यहां हुआ मतदान प्रतिशत। लोकसभा चुनाव 2024 में राजस्थान के बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा क्षेत्र ने इस बार इतिहास रच दिया है। बाड़मेर लोकसभा क्षेत्र में इस बार वोटिंग का 72 बरसों का रिकॉर्ड टूट गया। यही नहीं लोकसभा के इन चुनावों में इस बार बाड़मेर लोकसभा क्षेत्र में 51 बूथों पर 95 फीसदी से अधिक मतदान दर्ज किया गया। वहीं दो बूथ ऐसे भी रहे जहां सौ-फीसदी मतदान हुआ।
बाड़मेर लोकसभा पर इस बार रिकॉर्ड वोटिंग हुई है। यहां राजस्थान की सभी 25 में से सबसे अधिक मतदान दर्ज हुआ। बाड़मेर जैसलमेर लोकसभा क्षेत्र में कुल 75.93 प्रतिशत मतदान हुआ था। लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में 26 अप्रेल को यहां वोटिंग हुई थी। दूसरे चरण में 13 सीटों पर मतदान हुआ था। वहीं इससे पहले 19 अप्रेल को 12 लोकसभा क्षेत्रों के लिए वोट डाले गए थे। दोनों चरणों में सर्वाधिक वोट बाड़मेर जैसलमेर बालोतरा सीट के लिए डाले गए।
यह क्षेत्र राजस्थान में पिछड़ा माना जाता है
हैरानी की बात यह है कि यह पूरा क्षेत्र राजस्थान में पिछड़ा क्षेत्र माना जाता है। यहां सूबे के अन्य इलाकों के मुकाबले साक्षरता रेट भी कम है। यहां के ग्रामीण इलाकों में लोग समिति संसाधनों में अपना जीवन यापन करते हैं। गांव और ढाणियां दूर-दूर पर बसी हैं। अप्रेल माह में ही यहां धोरे तपने लगते हैं। भयंकर गर्मी के दौर में लोग पीने के पानी तक के लिए तरस जाते हैं। लेकिन यहां के लोगों ने मतदान के प्रति जो जागरुकता दिखाई है वह उनके लोकतंत्र के प्रति विश्वास को दर्शाता है।
बायतु में 82.15 फीसदी मतदान दर्ज किया गया
मतदान के आंकड़ों पर नजर डालें तो 51 बूथों पर 95 फीसदी से अधिक मतदान होने के साथ ही दो बूथों पर सौ-फीसदी मतदान दर्ज किया गया है। विधानसभा क्षेत्रवार देखें तो सबसे अधिक मतदान बायतु में हुआ। वहां 82.15 फीसदी मतदान दर्ज किया गया है। जैसलमेर विधानसभा क्षेत्र में भी रिकॉर्ड मतदान हुआ। इस क्षेत्र में वोटिंग के लिए दिनभर बूथों पर लाइनें लगी रही।
राजस्थान का सबसे बड़ा मुकाबला बताया जा रहा है
मतदान के अतिरिक्त इस सीट के चर्चित होने का दूसरा बड़ा कारण यहां हो रहा मुकाबला है। यह राजस्थान की एकमात्र सीट है कि जहां मुकाबला बीजेपी-कांग्रेस और एक निर्दलीय उम्मीदवार रविन्द्र सिंह भाटी के बीच त्रिकोणीय हुआ है। यहां भाजपा केन्द्रीय मंत्री कैलाश चौधरी और कांग्रेस पार्टी ने उम्मेदाराम बेनीवाल को चुनाव मैदान में उतार रखा है। यहां निर्दलीय प्रत्याशी रविन्द्र सिंह भाटी की सभाओं में उमड़ी भीड़ से सियासी पंडित दंग हैं। इसे राजस्थान का सबसे बड़ा मुकाबला बताया जा रहा है।