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पीएम मोदी को एयरपोर्ट पर छोड़ने आए नामग्याल वांगचुक और पीएम शेरिंग टोबगे

पीएम मोदी अपना दो दिवसीय भूटान दौरा पूरा करने के बाद आज सुबह हिंदुस्तान रवाना हो गए. प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी की भूटान से रवानगी के दौरान कुछ ऐसी फोटोज़ सामने आईं जिन्होंने हर भारतीय का दिल जीत लिया. स्वयं भूटान के पीएम और राजा प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी को छोड़ने एयरपोर्ट तक आए. भूटान के महामहिम राजा जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक और पीएम शेरिंग टोबगे दोनों प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी को एयरपोर्ट पर छोड़ने आए.

यही नहीं, भूटान के राजा नामग्याल वांगचुक प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी को उनके विमान के अंदर तक छोड़ने गए. वीडियो में देखा जा सकता है कि प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ भूटानी किंग वांगचुक उनके विमान (एयर इण्डिया वन) के गेट पर खड़े हैं. इस दौरान वे एक दूसरे से हाथ मिलाते और एयरपोर्ट पर उपस्थित भूटानी लोगों का अभिवादन करते नजर आ रहे हैं.

इससे पहले पीएम मोदी ने शुक्रवार को भूटान के शीर्ष नेतृत्व को भरोसा दिलाया कि हिंदुस्तान उसके विकास की आकांक्षाओं में उसका पूर्ण समर्थन करता है और दोनों राष्ट्रों के अद्वितीय द्विपक्षीय संबंध कनेक्टिविटी, बुनियादी ढांचे, व्यापार और ऊर्जा क्षेत्रों में अधिक योगदान का मार्ग प्रशस्त करेंगे. मोदी ने यह भी घोषणा की कि नई दिल्ली अगले पांच सालों में थिंपू को 10,000 करोड़ रुपये की सहायता प्रदान करेगी. पीएम ने बोला कि हिंदुस्तान और भूटान के लोगों के बीच आत्मीयता उनके द्विपक्षीय संबंधों को अनूठा बनाती है. उन्होंने बोला कि भारत, भूटान के लोगों के दिलों में बसता है.

एक दिन पहले पीएम मोदी को यहां भूटान के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ द ड्रुक ग्यालपो’ से सम्मानित किया गया. यह सम्मान पाने वाले वह पहले विदेशी शासनाध्यक्ष हैं. भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक ने पीएम मोदी को इस सम्मान से सम्मानित किया. मोदी ने पीएम शेरिंग टोबगे के साथ भी वार्ता की. हिंदुस्तान और भूटान ने शुक्रवार को ऊर्जा, व्यापार, डिजिटल संपर्क, अंतरिक्ष और कृषि के क्षेत्र में कई समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए और दोनों राष्ट्रों के बीच रेल संपर्क संबंधी समझौते को आखिरी रूप दिया. मोदी ने बोला कि हिंदुस्तान और भूटान के संबंध जितने पुराने हैं, उतने ही आधुनिक और सामयिक भी हैं, उनके संबंध की गहराई ‘बी2बी’ और ‘पी2पी’ दोनों है.

प्रधानमंत्री मोदी और उनके भूटानी समकक्ष शेरिंग टोबगे की मौजूदगी में यहां समझौता ज्ञापनों का आदान-प्रदान किया गया. बयान में बोला गया कि समझौता ज्ञापन में हिंदुस्तान और भूटान के बीच दो प्रस्तावित रेल संपर्क का प्रावधान किया गया है, जिसमें कोकराझार-गेलेफू रेल संपर्क और बनारहाट-समत्से रेल संपर्क और उनके कार्यान्वयन के तौर-तरीके शामिल हैं. मोदी ने बोला कि एमओयू और समझौते भारत-भूटान संबंधों को गति देंगे.

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