राष्ट्रीय

छत्तीसगढ़ में सुरक्षाकर्मियों के साथ मुठभेड़ में सात नक्सली ढेर

पुलिस ने बोला कि गुरुवार को छत्तीसगढ़ में नारायणपुर-बीजापुर अंतर-जिला सीमा के पास एक जंगल में सुरक्षाकर्मियों के साथ एनकाउंटर में सात उग्रवादी मारे गए. नारायणपुर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) प्रभात कुमार ने बोला कि एनकाउंटर सुबह करीब 11 बजे प्रारम्भ हुई जब सुरक्षाकर्मियों की एक संयुक्त टीम नक्सल विरोधी अभियान पर निकली थी और रुक-रुक कर गोलीबारी जारी थी. एसपी ने बोला कि अब तक गोलीबारी में “माओवादी वर्दी” में सात उग्रवादी मारे गए हैं.

ऑपरेशन, जिसमें दंतेवाड़ा, नारायणपुर और बस्तर जिलों के जिला रिजर्व गार्ड, बस्तर फाइटर्स और स्पेशल टास्क फोर्स – राज्य पुलिस की सभी इकाइयां  शामिल थे, को नक्सलियों की इंद्रावती एरिया कमेटी और प्लाटून के कैडरों की उपस्थिति के बारे में इनपुट के आधार पर प्रारम्भ किया गया था. उन्होंने कहा कि एनकाउंटर स्थल से कुल सात आग्नेयास्त्र बरामद किए गए हैं. उन्होंने कहा कि ऑपरेशन अभी भी जारी है और विस्तृत जानकारी की प्रतीक्षा है. इस घटना के साथ ही इस वर्ष राज्य में सुरक्षा बलों के साथ भिन्न-भिन्न मुठभेड़ों में अब तक 112 उग्रवादी मारे जा चुके हैं.

30 अप्रैल को नारायणपुर और कांकेर जिलों की सीमा पर एक जंगल में सुरक्षाकर्मियों के साथ एनकाउंटर में तीन स्त्रियों सहित दस उग्रवादी मारे गए थे. 16 अप्रैल को, सुरक्षा बलों ने कांकेर जिले में गोलीबारी के दौरान 29 उग्रवादियों को मार गिराया था. उन्होंने कहा कि 10 मई को बीजापुर जिले के पिडिया गांव के पास सुरक्षाकर्मियों के साथ एनकाउंटर में 12 उग्रवादी मारे गये हालाँकि, क्षेत्रीय ग्रामीणों और कार्यकर्ताओं ने दावा किया था कि पिडिया के पास मारे गए लोग उग्रवादी नहीं थे और एनकाउंटर फर्जी थी.

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